एंबुलेंस और पीपीई किट में हुआ आरोपी का रिमांड, तमंचा बरामद
मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा कोर्ट में जिस आरोपी के रिमांड के लिए अपील की गई सुनवाई के दौरान पता चला कि वह कोरोना पॉजिटिव होने के कारण अस्थाई जेल के आइसोलेशन वार्ड में है इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के आधार पर एक नई व्यवस्था में विचाराधीन कैदी का रिमांड पुलिस को दे दिया गया
मुज़फ्फरनगर। कोर्ट के आदेश पर कवाल जेल में बंद एक कोरोना मरीज़ को 4 घंटे के रिमांड पर ले कर पुलिस ने एक कट्टा बरामद कराया है। इस विचाराधीन बंदी जो कोरोना पाजिटिव था को पीपीई किट पहनाने के बाद एम्बुलेंस में रिमांड पर लिया गया। पुलिस ने इस आरोपी से पूछताछ की और बताए गए स्थान पर ले जाकर उससे कट्टा बरामद कर वापस जेल में दाखिल किया।
खातोली पुलिस ने सी जे एम रविकांत यादव की कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी और एक मुल्ज़िम का रिमांड मांगा था। कोर्ट ने स्वास्थ्य विभाग से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी थी कि क्या किसी कोरोना पॉजिटिव मरीज को रिमांड के लिए पुलिस को सौंपा जा सकता है। इसके लिए कोरोना गाइडलाइन के बारे में भी कोर्ट ने स्वास्थ्य विभाग से जानकारी मांगी थी। स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोर्ट को भेजी गई रिपोर्ट में कहा गया कि कोरोना पॉजिटिव बंदी को पीपीई किट पहनाकर सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए एंबुलेंस में रिमांड पर दिया जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग से रिपोर्ट आने के बाद कोर्ट ने कोरोना पॉजिटिव विचाराधीन कैदी को 4 घंटे की रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने कवाल में बनी अस्थाई जेल से पुराना पॉजिटिव मरीज को रिमांड पर लिया और पीपीई किट मैं एंबुलेंस में ले जाकर हथियार बरामद कराया। कोरोना संक्रमण काल के दौरान से आज तक मुजफ्फरनगर जनपद में पहला मामला है जब किसी कोरोना पॉजिटिव विचाराधीन बंदी को पुलिस के आग्रह पर कोर्ट द्वारा इस तरह से रिमांड पर दिया गया है।