उपराष्ट्रपति के नाम पर जातिगत आक्रोश भड़का रही भाजपाः राकेश टिकैत
भाकियू प्रवक्ता ने कहा-समाज को लड़ाकर वोट बटोरने की रची जा रही है साजिश
मुजफ्फरनगर। उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड के कथित अपमान को लेकर देश भर में मचे सियासी और सामाजिक बवाल के बीच भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता चै. राकेश टिकैत ने कहा कि उपराष्ट्रपति के नाम पर भाजपा के लोग देश में जातिगत आक्रोश को भड़काने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाज को लड़ाकर वोट बटोरने की साजिश रची जा रही है। अयोध्या में श्रीराम मंदिर लोकार्पण समारोह में बुलावे को ले कर उन्होंने कहा कि श्रीराम मंदिर न्यास के लोग सरकार से पूछकर ही न्यौता दे रहे हैं। उनको निमंत्रण मिलेगा तो वो जरूर जायेंगे। वो तो रघुवंशी हैं, भगवान राम के धाम जाने से कौन रोक सकता है।
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता चैधरी राकेश टिकैत ने कहा कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के मामले को किसी जाति से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। उपराष्ट्रपति किसी जाति के नहीं, बल्कि पूरे देश के हैं। राजनीतिक दल समाज को आगे कर वोट बटोरने का काम करते हैं। उन्होंने भाजपा की तरफ इशारा करते हुए कहा कि यही काम सरकार ने किया है। सवाल यह है कि इस मामले में समाज को कैसे आगे किया जा रहा है। जिस तरह एक जाति को आगे कर भड़काया जा रहा है, यह सरकार की जालसाजी है।
टिकैत ने कहा कि उपराष्ट्रपति सर्वसमाज के हैं, फिर जाटों को ही क्यों आगे किया जा रहा है। उन्होंने कुश्ती संघ के चुनाव पर कहा कि चुनाव की संवैधानिक प्रकिया है, जिसे वोट मिली और वह जीत गया। व्यवस्था से हताश होकर इस्तीफा दिया गया है। भाकियू प्रवक्ता चैधरी राकेश टिकैत ने अयोध्या से निमंत्रण को ले कर कहा कि रघुवंश परिवार का जन्म अयोध्या से हुआ है। हम श्रीराम के वंशज है। अगर श्रीराम मंदिर लोकार्पण समारोह के लिए बुलावा मिलता है तो जाएंगे। लेकिन बुलावा अब सरकार दे रही है, रामलला समिति नहीं दे रही है। समिति के लोगों को अपनी मर्जी से किसी को बुलाने का अधिकार ही नहीं है। वो सरकार से पूछकर ही निमंत्रण भेज रहे हैं। उन्होंने कहा कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा भाजपा का कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि अयोध्या हमारी जन्मस्थली रही है, हमारे परिवार का अयोध्या में जन्म हुआ है। हम इस कुल से हैं अगर हमको निमंत्रण मिलेगा तो हम जरूर जाएंगे।