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भाकियू की चेतावनी-थाने में टंगेगा टैंट, हाईवे पर किसान गाड़ देंगे कोल्हू

हाईवे जाम करने पर भाकियू प्रदेश महासचिव पर मुकदमा, धीरज लाटियान और जागाहेडी प्रधान मान सिंह सहित 11 लोग नामजद, आरोपियों में 250 अज्ञात भी शामिल, इंजीनियर की तहरीर पर हुई एफआईआर

भाकियू की चेतावनी-थाने में टंगेगा टैंट, हाईवे पर किसान गाड़ देंगे कोल्हू
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मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के प्रदेश महासचिव और एक ब्लॉक अध्यक्ष सहित 11 लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराकर उनकी मुश्किलों को बढ़ा दिया गया है। इन नेताओं की गलती यह रही कि आचार संहिता लागू होने के बावजूद भी इन लोगों ने अपने खेतों में भरे पानी की निकासी कराने के लिए जेसीबी से नाला खुदवा रहे एक किसान को इंसाफ दिलाने के लिए टैंट लगाकर आवाज बुलंद की गई थी। भाकियू प्रदेश महासचिव धीरज लाटियान और बघर ब्लॉक अध्यक्ष ग्राम प्रधान जागाहेडी मान सिंह सहित 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। इन लोगों के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन सहित छह गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि थाने का घेराव करते हुए नेशनल हाईवे पर जाम लगाया गया, थाने पर बलवा और हमला किया गया है।

तितावी थाने का घेराव करने, थाने के सामने टैंट लगाकर धरना प्रदर्शन करने के साथ ही पानीपत खटीमा राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरु( करते हुए जाम लगाने के मामले में भारतीय किसान यूनियन टिकैत के प्रदेश महासचिव धीरज लाटियान और ब्लॉक अध्यक्ष बघरा प्रधान मान सिंह जागाहेडी सहित 11 लोगों के साथ ही 200-250 अज्ञात लोगों के खिलाफ छह गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज करा दी गई है। इस मुकदमे के बाद जनपद भर में हलचल मच गई है। पानीपत खटीमा राष्ट्रीय राजमार्ग के कार्य देख रही बागपत की कंपनी के साइट इंजीनियर अंकुर आनन्द ने तितावी थाने पर तहरीर देकर भाकियू नेताओं के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया है। अंकुर ने अपनी शिकायत में कहा कि 15 मई को उनको फोन पर सूचना मिली थी कि 709एडी पानीपत खटीमा राष्ट्रीय राजमार्ग को भाकियू के टिकैत गुट के कार्यकर्ताओं के द्वारा बाधिक कर रखा है। जिस कारण आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सूचना पर इंजीनियर अंकुर अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे।

अंकुर के अनुसार तितावी थाने के सामने हाईवे पर टैªक्टर व तम्बू लगाकर भाकियू टिकैत के प्रदेश महासचिव धीरज लाटियान, बघरा ब्लॉक अध्यक्ष जागाहेडी के ग्राम प्रधान मान सिंह के नेतृत्व में 200-250 लोगों ने यातायात को बाधित कर रखा है। पूछताछ करने पर बताया गया कि उनकी जेसीबी थाने में बंद है, उसको छुड़ाने के लिए ही उनके द्वारा यहां पर जाम लगाया है। इंजीनियर ने जाम खोलने के लिए कहा तो उसको चेताया गया कि जब तक जेसीबी नहीं छोड़ी जायेगी तब तक सड़क से जाम नहीं खोला जायेगा। इंजीनियर अंकुर के अनुसार मौके पर मौजूद पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों से मिलकर उन्होंने जाम खोलने का अनुरोध भी किया और उनको बताया कि लोकसभा चुनाव के कारण आचार संहिता लगी है, फिर भी इन लोगों ने पुलिस प्रशासन के साथ ही मौके पर आये भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ अभद्र व्यवहार किया। सड़क पर जाम लगने के कारण उसमें फंसे वाहनों के बीच 2-3 एम्बुलेंस भी शामिल थीं, जिनमें बीमार व्यक्ति जाम में फंसने के कारण उपचार को तरसते रहे। साथ ही पूरी तरह से राजमार्ग बाधित हो जाने के कारण यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। इंजीनियर अंकुर ने आरोप लगाया कि भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के सदस्यों के द्वज्ञरा आये दिन छोटी छोटी बातों को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात प्रभावित किया जाता रहता है। उन्होंने मामले में आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की मांग की। थानाध्यक्ष तितावी ने बताया कि राजमार्ग के साइट इंजीनियर अंकुर की तहरीर के आधार पर भाकियू नेता धीरज लाटियान, प्रधान मान सिंह, विशू, बालेन्द्र, नावेद, अली हसन, जावेद, जयवीर, सतेन्द्र, भगत सिंह, कपिल और शिवम के साथ ही करीब 250 अज्ञात के खिलाफ आईपीसी की धारा 143, 147, 188, 352 और 353 के साथ ही नेशन हाइवे एक्ट की धारा 8बी के अन्तर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

तितावी पुलिस के द्वारा प्रदेश महासचिव और ब्लॉक अध्यक्ष सहित 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिये जाने की खबर से भाकियू संगठन में हलचल मच गई। शीर्ष नेतृत्व को अवगत कराया गया है। इसमें पुलिस प्रशासन ने किसानों के खिलाफ दर्ज मुकदमे को वापस कराने की मांग करते हुए चेतावनी दी गई है कि मुकदमा वापस न हुआ तो बड़ा आंदोलन किया जायेगा। बता दें कि गुरूवार को तितावी क्षेत्र के गांव नसीरपुर में चकबंदी के बाद किसान अपने खेतों को दुरुस्त कराने में जुटे हैं। गांव के किसान सहेन्द्र के द्वारा भी अपने और आसपास के खेतों को जलभराव से बचाने के लिए जेसीबी मंगाकर खेतों के पास एक नाला जल निकासी के लिए खुदवाया जा रहा था, इसके साथ ही किसान खेत को को समतल कराने का काम करा रहा था। इसी बीच अवैध मिट्टी खनन की सूचना पर पहुंची पुलिस ने जेसीबी मशीन को जब्त कर लिया और थाने ले आई। एसडीएम सदर परमानंद झा भी मौके पर पहुंचे। किसान को भी पुलिस ने पकड़ लिया था। इसको लेकर ही प्रधान मानसिंह और धीरज लाटियान व नवीन राठी आदि भाकियू नेता थाने पहुंचे थे। पुलिस पर हठधर्मी का आरोप लगाकर पहले उन्होंने थाना परिसर में धरना दिया। बाद में टैंट हाईवे पर लगाकर यातायात बाधित कर दिया था। घंटों के हंगामे के बाद पुलिस द्वारा जेसीबी छोड़ने पर ही प्रदर्शन समाप्त हुआ था। इसी प्रकरण में यह मुकदमा दर्ज कराया गया है। प्रदेश महासचिव धीरज लाटियान का कहना है कि किसान की आवाज उठाई गई थी, किसान को इंसाफ दिलाने के लिए वो ऐसे कई मुकदमे झेलने को तैयार हैं। किसान के साथ खड़ा होना भी अब पुलिस की नजर में बलवा हो गया है।

थाने पर टैंट और हाईवे पर किसान लगा देंगे कोल्हूः धीरज लाटियान

मुजफ्फरनगर। भाकियू टिकैत के प्रदेश महासचिव सहित 11 लोगों पर तितावी थाने में दर्ज कराये गये मुकदमे को लेकर यूनियन में भारी आक्रोश बना हुआ है। इस मामले में संगठन ने हाईवे पर ही आपातकालीन बैठक बुलाई। वहीं पुलिस प्रशासन को कड़ी चेतावनी दे दी गई कि एक भी कार्यकर्ता का अहित हुआ तो किसान थाने में टैंट लगाकर हाईवे पर कोल्हू चालू कर देंगे और आरपार की लड़ाई लड़ी जायेगी। मुकदमे में आरोपी बनाये गये भाकियू प्रदेश महासचिव धीरज लाटियान ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि किसानों का उत्पीड़न चरम पर है। किसान के साथ इंसाफ के लिए आवाज उठाने जो कोई भी खड़ा हो रहा है, उसको मुकदमों का डर दिखाया जा रहा है। जितनी गंभीर धाराओं में मुकदमा हुआ है, वैसा तो वहां कुछ हुआ ही नहीं। हम आरपार की लड़ाई को तैयार हैं। किसान डरने वाला नहीं है। तितावी थाने में ही टैंट लगाकर घेराव करेंगे और हाईवे पर कोल्हू गाड़ दिया जायेगा।

पूरी रात खनन कराकर भ्रष्टाचार करा रहे पुलिस और प्रशासन के अफसरः योगेश शर्मा

मुजफ्फरनगर। यूनियन के जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा ने कहा कि किसान अपने खेत को समतल करने के लिए मिट्टी उठवाने लगे तो वो खनन माफिया बन जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिले के बड़े पुलिस और प्रशासनिक अफसर खुद खनन माफियाओं से हाथ मिलाकर रात के अंधेरे में भरपूर भ्रष्टाचार कर रहे हैं। भाकियू अब ऐसे अफसरों की पोल खोलने का काम करेगी।

योगेश शर्मा ने मुकदमा दर्ज करने की निंदा करने के साथ ही रोष व्यक्त करते हुए कहा कि जिले में पुलिस और प्रशासन दमनकारी नीति अपना रहा है। उत्पीड़न से परेशान किसानों की आवाज नहीं उठाने दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान अपने खेत को समतल कराकर जल निकासी के लिए नाला बनवा रहा था, उसे खनन माफिया की तरह पकड़ लिया गया, जबकि जनपद में अवैध खनन करने वाले लोगों के साथ पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने हाथ मिलकर भ्रष्टाचार की दुकान चलाई हुई है। उन्होंने कहा कि मुकदमा लिखने से किसानों की आवाज को दबाया नहीं जायेगा। थाना, रोड और हाईवे फिर से घेरा जायेगा। हम देखते हैं कि ये लोग कब तक किसानों पर मुकदमे लिखते हैं। किसान और कार्यकर्ता जेल जाने को तैयार हैं। भ्रष्टाचार चलने नहीं दिया जायेगा। योगेश शर्मा ने खुला आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारी खुद अवैध खनन करा रहे हैं, मुजफ्फरनगर का पूरा प्रशासन ओवरलोड और अवैध खनन में लिप्त है। पूरी रात अवैध कमाई में अफसर जुटे रहते हैं। किसानों पर मुकदमा वापस नहीं हुआ तो जनपद के थाने नहीं चलने दिये जायेंगे।

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