पर्दाफाश-चचेरी बहन भगाने की रंजिश में हुई अनुज की हत्या
मुजफ्फरनगर पुलिस ने मोरना के दवा व्यापारी अनुज कर्णवाल के चर्चित हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने एक हत्यारोपी सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें पुलिस का दावा है कि बदमाश अजीत ने अपनी चचेरी बहन भगाने की रंजिश में अनुज कर्णवाल की हत्या कर बदला लिया है। अभी इस हत्याकांड के तीनों मुख्य आरोपी अजीत, कपिल और राहुल पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
मुजफ्फरनगर। जनपद से लेकर शासन तक सुर्खियों में रहने वाले मोरना के दवा व्यापारी अनुज कर्णवाल हत्याकांड से मुजफ्फरनगर पुलिस ने पर्दा उठा दिया है। इस मामले में पुलिस ने एक मुख्य हत्यारोपी सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। जबकि अन्य हत्यारोपी अभी फरार हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों में 4 शरणदाता हैं, जिनमें एक महिला भी शामिल हैं। अनुज कर्णवाल की हत्या लड़की भगाने की रंजिश में की गयी थी।
इसकी जानकारी एसएसपी ने पुलिस लाइन में पत्रकारों को दी। थाना भोपा के मोरना निवासी अनुज कर्णवाल उर्फ बबला पुत्र सुशील कर्णवाल जो करवा मोरना में मेडिकल की दुकान करता था की 17 सितम्बर को शाम को कस्बा मोरना में दुकान से घर जाते समय अज्ञात बदमाशों द्वारा रास्ते में गाली मारकर घायल कर दिया था, जिसकी दौराने उपचार उसकी मृत्यु हो गयी थी। जिसके सम्बन्ध में मृतक के भाई हरिकान्त उर्फ डब्बू की लिखित तहरीर के आधर पर थाना भोपा पर 03 अज्ञात अभियुक्त के खिलाफ पंजीकृत किया गया।
घटना के सफल अनावरण व अभियुक्तगण शीघ्रातिशीघ्र गिरफ्तारी हेतू थाना भोपा पुलिस टीम को तथा एसओजी टीम को अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतू निर्देशित किया गया, जिसके अनुपालन में विवेचना के दौरान पूछताछ व मुखबिर की सूचना से घटना करने वाले अभियुक्तों की पहचान अजीत पुत्र हिन्दपाल, कपिल पुत्र पवन निवासीगण कस्बा मारेना थाना भोपा तथा राहुल यादव पुत्र राजपाल निवासी ग्राम भेडाहेडी थाना भोपा तथा आशीष उर्फ टिंकू पुत्र योगेन्द्र निवासी ग्राम शुकतारी थाना भोपा के रूप में हुई। 27 सितम्बर रविवार को मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने अभियुक्त आशीष उर्फ टिंकू उपरोक्त को गिरफ्तार किया।
दौराने पूछताछ ज्ञात हुआ कि अभियुक्त आशीष, अजीत, राहुल व कपिल आपस में दास्त है। अभियुक्त आशीष वर्ष 2010 में हत्या के अभियोग में थाना भोपा से जेल गया था, उसी दौरान अभियुक्त अजीत से दोस्ती हुई जोकि लूट आदि के मुकदमो में जेल गया था, तभी से आपस में दोस्ती थी और अक्सर अभियुक्तगण टिंकु के खेत पर बैठकर नशा करते थे। अब अजित का 01 लडकी से प्रेम प्रसंग चल रहा था, जिससे कुलदीप निवासी कपसाड थाना सरधना जनपद मेरठ भी सम्पर्क में आने का प्रयास करने लगा। यह बात अजीत को पता लगी तो अजीत ने कुलदीप को फोन करके कई बार धमकाया, लेकित कुलदीप नही माना तब 30 अगस्त 2020 को अभियुक्त अजीत, राहुल, कपिल तथा आशीष कस्बा मोरना से दौराला मेरठ गए, जहाँ अजित ने फोन करके कुलदीप को मिलने के लिए बुलाया। उन्होंने पुलिस को बताया कि विवाद होने पर कुलदीप को गोली मार दी उसके बाद मेरठ व मुजफ्फरनगर की पुलिस घरों पर दबिश देकर तलाश करने लगी तो हम लोग मोरना/शुकतारी के जंगलो में ही छिपे रहे, जहाँ राहुल का चाचा ब्रजपाल उर्फ बिजू निवासी भेडाहेडी थाना भोपा व अजीत का चाचा सोहनवीर निवासी मोरना हमारे खाने आदि की व्यवस्था करते रहे।
17 सितम्बर को अजीत, राहुल, कपिल व आशीष खेत पर बैठे थे, तो अजीत ने कहा कि पुलिस पीछे पड़ी है। जेल तो जाना ही है। जेल जाने से पहले अनुज कर्णवाल उर्फ बबला को सबक सिखाना है। बबला के बडे भाई हरिकान्त का साला आदित्य अजीत के चाचा सोहनवीर की लडकी को लेकर चला गया था। जिसके सम्बन्ध में थाना भोपा पर मुकदमा दर्ज हुआ था। अपने चाचा की लड़की को वापस करने के लिये अजीत ने काफी बार हरिकान्त व अनुज कर्णवाल उर्फ बबला से कहा था। इसी बात पर अनुज कर्णवाल उर्फ बबला से विवाद हुआ था। इसी बात पर घटना वाले दिन अभियुक्तगण द्वारा योजना बनायी और उसी के अनुसार मृतक अनुज कर्णवाल बबला की दुकान से घर जाते समय रात्रि करीब 09 बजे गोली मारकर हत्या कर दी। इस हत्याकांड में पुलिस ने आशीष उर्फ टिंकू पुत्र योगेन्द्र निवासी ग्राम शुकतारी और इनके शरणदाता सोहनवीर पुत्र ईश्वर निवासी ग्राम मोरना, ब्र्रजपाल यादव उर्फ बिर्जू निवासी ग्राम भेडाहेडी, रीना पत्नी राजू उर्फ राजीव यादव निवासी नंगला अहीर थाना गागलहेडी सहारनपुर, राजू उर्फ राजीव यादव पुत्र महेन्द्र थाना गागलहेडी सहारनपुर शामिल हैं। इस हत्याकांड में पंकज पुत्र कन्हैया निवासी पिनना थाना कोतवालीनगर मुजफ्फरनगर और रितू पत्नी पंकज फरार बताये गये हैं।