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सीएम योगी ने पूर्व सांसद राजपाल सैनी से मीरापुर पर लिया फीडबैक

लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिले पूर्व सांसद राजपाल सैनी, संजीव बालियान की हार को लेकर भी हुई चर्चा, मोरना सीट से 2002 में विधायक रह चुके हैं राजपाल सैनी, सपा के सीटिंग विधायक रहे संजय सिंह को हराकर दर्ज कराई थी जीत

सीएम योगी ने पूर्व सांसद राजपाल सैनी से मीरापुर पर लिया फीडबैक
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मुजफ्फरनगर। लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब उत्तर प्रदेश में हार के कारणों के मंथन के साथ ही भाजपा ने उपचुनाव की तैयारियों को लेकर भी चिंतन शुरू कर दिया है। इसके लिए सरकार और संगठन लगातार उपचुनाव वाली सीटों के माहौल को परखने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ वार्तालाप के साथ ही फीडबैक लेने में भी जुटा हुआ है। इसी क्रम में लखनऊ पहुंचे पूर्व सांसद एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता राजपाल सैनी से मुलाकात के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काफी देर तक चर्चा करते हुए मुजफ्फरनगर जनपद की मीरापुर विधानसभा सीट पर प्रस्तावित उपचुनाव को लेकर मौका माहौल परखने के लिए फीडबैक लिया। इसके साथ ही मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर भाजपा की उम्मीदों के विपरीत आये जनादेश के कारणों को लेकर भी सीएम योगी ने पूर्व सांसद राजपाल सैनी के साथ काफी चर्चा की और उनको पार्टी के आदेशों के तहत आगामी कार्यक्रमों को जनपद में जनता के बीच मजबूती से चलाने के लिए निर्देश भी दिये।

पूर्व सांसद राजपाल सैनी वेस्ट यूपी में पिछड़ा वर्ग के एक मजबूत नेता माने जाते हैं। वो पिछले दिनों रालोद से इस्तीफा देकर भाजपा के साथ आये और पार्टी को मजबूती देने का काम किया। उन्होंने बिजनौर लोकसभा सीट से टिकट की दावेदारी पेश की थी, लेकिन ऐन वक्त पर रालोद के साथ हुए गठबंधन के कारण बिजनौर सीट रालोद कोटे में चले जाने के बाद उन्होंने पार्टी हाईकमान के निर्देशों के तहत गठबंधन प्रत्याशी चंदन सिंह चौहान के चुनाव प्रचार के लिए काम किया और इस सीट पर एनडीए गठबंधन को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। राजपाल सैनी खुद इस क्षेत्र की राजनीतिक समीकरणों का भली प्रकार ज्ञान रखते हैं, क्योंकि वो बिजनौर लोकसभा के इसी क्षेत्र से आने वाली मोरना विधानसभा से बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर विधायक निर्वाचित रहे हैं। 2012 में परिसीमन के बाद मोरना सीट को मीरापुर क्षेत्र के रूप में परिवर्तित कर दिया गया था। साल 2002 में राजपाल सैनी ने मोरना सीट पर हुए चुनाव में सपा के सीटिंग विधायक संजय सिंह को 6773 मतों के अंतर से पराजित किया था। राजपाल सैनी को कुल 40579 मत प्राप्त हुए थे। संजय सिंह इस सीट पर 1996 में सपा प्रत्याशी के रूप में विधायक निर्वाचित हुए थे, उन्होंने बसपा के उम्मीदवार नफीस कालिया को पराजित किया था।


पूर्व सांसद राजपाल सैनी लखनऊ पहुंचे और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजपाल सैनी के राजनीतिक अनुभव को देखते हुए उनसे मीरापुर सीट पर प्रस्तावित उपचुनाव की स्थिति को लेकर चर्चा की। इस सीट से विधायक रालोद युवा विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंदन सिंह चौहान के बिजनौर से सांसद निर्वाचित होने के बाद उपचुनाव होंगे, चंदन द्वारा विधानसभा सीट से अपना इस्तीफा भी सौंप दिया गया है। अब यहां पर निर्वाचन आयोग के द्वारा सीट रिक्त होने की अधिसूचना जारी होने का इंतजार किया जा रहा है। मीरापुर के साथ ही यूपी में नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव प्रस्तावित है। माना जा रहा है कि कांवड यात्रा समाप्त होने के बाद उपचुनाव की सरगर्मी तेज हो जायेगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर पार्टी की हार के कारणों को लेकर भी राजपाल सैनी से चर्चा करते हुए जानकारी ली गई। यहां दो बार से भाजपा के सांसद निर्वाचित हो रहे संजीव बालियान को सपा प्रत्याशी हरेन्द्र मलिक के द्वारा 24 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से पराजित किया गया है। मुख्यमंत्री से मुलाकात को लेकर पूर्व सांसद राजपाल सैनी ने कहा कि इस दौरान राजनीतिक परिस्थितियों को लेकर सार्थक और सकारात्मक चर्चा की गई। साथ ही भाजपा द्वारा आगामी दिनों में चलाये जाने वाले कार्यक्रमों को सफलता के साथ पूर्ण कराने के लिए भी जिम्मेदारी दी गई है। साथ ही सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के लिए जनता के बीच रहकर प्रचार प्रसार करने और पात्रों तक लाभ पहुंचाने के लिए भी काम करने को कहा गया है।

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