डीआईओएस ने रोका वेतन, धरने पर बैठे शिक्षक
अपार आईडी को लेकर माध्यमिक शिक्षकों और शिक्षा विभाग में टकराव, शिक्षकों ने लगाया शोषण का आरोप, सीएम को भेजा ज्ञापन

मुजफ्फरनगर। अपार आईडी जनरेट करने के अभियान में जनपद में लक्ष्य के अनुसार कार्य नहीं होने के कारण शिक्षकों को जिम्मेदार ठहराते हुए शिक्षा विभाग ने जनपद में सभी माध्यमिक शिक्षकों के वेतन पर रोक लगाई तो अब शिक्षकों और शिक्षा विभाग के बीच टकराव के हालात बन गये हैं। इस फैसले के विरोध में शुक्रवार को जिले के माध्यमिक शिक्षकों ने डीआईओएस के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए प्रदर्शन करते हुए धरना दिया और सीएम योगी को ज्ञापन भेजकर समय से कदम न उठाने पर डीआईओएस के खिलाफ ही कार्यवाही करने और वेतन जारी कराने की मांग की है।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के द्वारा जिला विद्यालय निरीक्षक ;डीआईओएसद्ध के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। संघ से जुड़े माध्यमिक शिक्षक और शिक्षिकाएं शुक्रवार को उनके कार्यालय परिसर में पहुंचे और नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करने के साथ ही धरना शुरू कर दिया। इस दौरान संघ जिलाध्यक्ष डॉ. राहुल कुशवाहा ने आरोप लगाया कि डीआईओएस के द्वारा शिक्षक विरोधी मानसिकता के साथ काम किया जा रहा है। उन्होंने कॉलेजों में विद्यार्थियों के अपार आईडी जनरेशन को लेकर दिशा निर्देश का अनुपालन नहीं करने पर मनमाने ढंग से जनपद के सभी माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों और कर्मचारियों का माह जनवरी 2025 का वेतन अवरोध कर दिया है, जिससे भारी परेशानी और मानसिक रूप से प्रताड़ित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज इस निर्णय के विरोध में ही संघ ने आवाज उठाई है। उन्होंने आरोप लगाया कि डीआईओएस की लापरवाही और समय से कदम नहीं उठाने के कारण ही जनपद अपार आईडी जनरेट करने में लक्ष्य से पिछड़ा है। इस कार्य के लिए भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय तथा राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा लखनऊ के द्वारा सितम्बर व अक्टूबर माह में ही सभी डीआईओएस को विस्तृत दिशा निर्देश जारी कर दिए गये थे। इस पर तत्समय कदम नहीं उठाये गये और अब लक्ष्य पूर्ण नहीं होने का बहाना बनाकर शिक्षकों एवं प्रधानाचार्यों व कर्मचारियों का वेतन रोका जा रहा है, जो निंदनीय है। संघ की ओर से मुख्यमंत्री योगी के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें कहा गया है कि अब यदि जल्दबाजी में अपार आईडी जनरेट कराने का कार्य कराया गया तो इसमें गलतियों की प्रबल संभावना होने के कारण इसका खामियाजा भविष्य में विद्यार्थियों को भुगतना पड़ सकता है।
महिला विंग की जिलाध्यक्ष बबीता राणा ने कहा कि डीआईओएस ने अपार आईडी जनरेशन का लक्ष्य 80 प्रतिशत तय किया है, जनपद में करीब 60 फीसदी कार्य शिक्षकों ने किया है। ऐसे में जिन विद्यार्थियों के डाक्यूमेंट मिस मैच हो रहे हैं, उनका कार्य नहीं हो पा रहा है, क्योंकि आधार कार्ड अपडेशन में समय लग रहा है। इसके साथ ही आरोप लगाया कि जनपद में डीआईओएस बिना अभिभावकों की सहमति से अपार आईडी जनरेट करवा रहे हैं, जो गलत है। इसमें शिक्षकों का दोष नहीं है। उन्होंने रूका हुआ वेतन जारी कराये जाने की मांग करते हुए कहा कि यदि ये निर्णय नहीं हुआ तो जनपद के शिक्षक शिक्षा कार्य से विरत रहकर सामूहिम रूप से हड़ताल करेंगे। धरने की अध्यक्षता यशपाल सिंह व संचालन जिला मंत्री सुनील चौधरी ने किया। इस दौरान मुख्य रूप से डॉ. राहुल कुशवाहा, बबीता राणा, यशपाल सिंह, कपिल त्यागी, सुनील चौधरी, शालिनी सिंह, सत्यकाम तोमर, बाकर अली, तेजपाल सिंह, नीरज कुमार, विनोद, विनुज कुमार, मनोज शर्मा, वशिष्ठ भारद्वाज सहित अन्य शिक्षक व शिक्षिकाएं मौजूद रहे।