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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के शासन काल में महिलाओं के विरुद्ध अपराध पर कड़ी कार्यवाही हो रही है- अशोक बालियान, चेयरमैन, पीजेंट वेलफ़ेयर एसोसिएशन

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के शासन काल में महिलाओं के विरुद्ध अपराध पर कड़ी कार्यवाही हो रही है- अशोक बालियान, चेयरमैन, पीजेंट वेलफ़ेयर एसोसिएशन
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उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने कुछ समय पहले मुजफ्फरनगर के बीआईटी संस्थान मीरापुर में बोलते हुए कहा था कि उत्तरप्रदेश में महिलाओं के साथ कोई खिलवाड़ करेगा, तो उसका किसी भी चौराहे पर यमराज इंतजार करेगा। उन्होंने कहा, 'याद करिए यह वही मुजफ्फरनगर है, जो पहले दंगों में जूझ रहा था। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने यह भी कहा था कि समाजवादी पार्टी का मोरल वही है, जो पहले मुजफ्फरनगर और अब कन्नौज में दिख रहा है। यह बात बिलकुल सच है कि सन 2013 में उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार में न्याय का गला घोटा जा रहा था। कवाल की घटना को लेकर हमारा समुदाय न्याय की मांग कर रहा था, लेकिन मुस्लिम तुष्टीकरण के कारण न्याय देने के बजाय हमारे समुदाय के साथ अन्याय किया जा रहा था।

वर्ष 2013 में कवाल की घटना पर हम अपने समुदाय के लिए समाजवादी पार्टी की सरकार से न्याय मांगते हुए मुख्यमंत्री से कह रहे थे कि मुजफ्फरनगर के जानसठ थाना क्षेत्र के गाव कवाल में लडकियों के साथ छेड़- छाड़ के कारण हुए संघर्ष में लड़की के दो भाइयों व छेड़-छाड़ के आरोपी की मौत हो गई है। ग्राम कवाल के पड़ौस के गाँव मलकपुरा की पढ़ने वाली लड़की के साथ छेड़छाड़ को लेकर पहले लड़की के दोनो भाइयों व छेड़-छाड के आरोपी के बीच मारपीट हुई, जिसमें छेड़-छाड का आरोपी घायल हो गया था और जानसठ अस्पताल ले जाते हुये उसकी मौत हो गयी थी।

इस प्रतिशोध में आरोपी के पक्ष ने लड़की के दोनो भाइयों को मौत के घाट उतार दिया था।दिनदहाड़े बीच चौराहे पर हुई इस वारदात से वहां पर भय व् आतंक का वातावरण है। घटना के बाद पकड़े गये कुछ संदिग्ध लोगों को एक सताधारी दल के पूर्व सांसद व एक वर्तमान विधायक के कहने पर उनको छोड़ दिया गया है। घटना के बाद तुरंत प्रभावी कार्यवाही करने पर उन्ही के कहने पर ज़िलाधिकारी व एसएसपी का ट्रान्स्फ़र हुआ है।इसके बाद दोनो भाइयों के परिवार वालों के विरुद्ध झूठा केस भी इन्ही सत्ताधारी नेताओं ने दबाव में दर्ज कराया गया है, जिससे समाज में रोष बढ़ रहा है। जनपद में रोष के कारण हालात अत्यंत ख़राब हो सकते है। पीड़ित पक्ष व समाज के लोग अपराधियों की गिरफ़्तारी व पीड़ित पक्ष के परिवार के विरुद्ध दर्ज झूठा केस ख़त्म करने की माँग कर रहे है।

पीजेंट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक बालियान ने समाज के जिम्मेदार लोगों के साथ पीड़ित परिवार से दिनांक 29 अगस्त 2013 को उनके निवास पर मुलाकात की और उनके युवा पुत्रो की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया। तथा दिनांक 29 अगस्त 2013 को उत्तर प्रदेश के डी जी पी श्री देव राज नागर से दूरभाष पर यहाँ के हालत पर वार्ता की और अपराधियों पर कड़ी कार्य वाही करने के लिए अनुरोध किया गया। शाम के समय हमने आई जी मेरठ से भी यहाँ के हालत पर वार्ता की। लेकिन न्याय की उम्मीद घूमिल हो रही थी।

हमने उस समय की सरकार से यह भी कहा था कि वर्तमान में जनपद में स्कूल में पढने वाली लडकियों के साथ छेड़-छाड़ की घटनाये बढ़ रही है। और यदि आरोपी वर्ग विशेष से है, तो पुलिस कार्यवाही करने से बचती रहती है। इन घटनाओं पर राजनैतिक हस्तक्षेप के कारण अपराधियों पर कड़ी कार्य वाही नहीं होती है,इस लिए अपराधियों के होसले बढ़ रहे है।

अपराधियों के मामलो में राजनेतिक हस्तक्षेप बंद होना चाहिए। पुलिस को अपराधियों के खिलाफ प्रभावी कार्य वाही करनी चाहिए,तभी ये घटनाये रुक सकती है। इस समय जनपद के हालात से लग रहा है कि इस घटना में वर्तमान सरकार, कुछ एक समुदाय के नेता व सत्ताधारी दल के कुछ नेता मरने वाले दोनो भाइयों के परिवार को न्याय न देकर उनके पूरे समुदाय को कुचलना चाहती है, जबकि ये नही होना चाहिए।

यदि इस प्रकरण में न्याय न मिला तो जनपद के हालात बिगड़ सकते है और जनपद दंगों की चपेट में आ सकता है।हमने अपने समुदाय की तरफ़ से कवाल में मीटिंग कर रहे सत्ताधारी दल के कुछ नेताओं से मिलकर न्याय हेतू वार्ता की थी, लेकिन हमें वहाँ से निराशा मिली है। हम उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री से माँग करते है कि कवाल प्रकरण में लड़की के भाइयों की निर्मम हत्या में शामिल अपराधियों के विरुद्ध अविलम्ब उचित व कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए। तथा पीड़ित पक्ष के विरुद्ध राजनैतिक दबाव में लिखा गया झूठा केस ख़त्म किया जाना चाहिए।

इस तरह गम्भीर घटनाओं पर भी उलटे हमारे समाज को कुचलने का कार्य हो रहा था और आरोपियों को सत्ता का संरक्षण दिया जा रहा था। जनपद में ईमानदारी व निष्पक्ष कार्य करने वाले ज़िलाधिकारी सुरेंद्र सिंह व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंज़िल सैनी का कवाल कांड में प्रभावी व निष्पक्ष कार्यवाही करते ही ट्रांसफ़र कर दिया गया था। आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के शासन काल में महिलाओं के विरुद्ध अपराध पर कड़ी कार्यवाही हो रही है।और इस तरह की घटनाओं पर सभी समाज को न्याय मिल रहा है।

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