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पहलगाम पर गम-भाकियू अराजनैतिक ने शहर में निकाला मार्च

डीएम कार्यालय पर पहुंचकर आतंकी घटना के विरोध में किया प्रदर्शन, पीएम मोदी केनाम सौंपा ज्ञापन

पहलगाम पर गम-भाकियू अराजनैतिक ने शहर में निकाला मार्च
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मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक द्वारा पहलगाम की घटना के विरोध में राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान से जिलाधिकारी कार्यालय तक पैदल मार्च कर ज्ञापन दिया। सरकार को आश्वस्त किया कि आतंकवाद के खिलाफ हर मोर्चे पर किसान और मजदूर सरकार के साथ हैं। सरकार को अब नागरिकों को भयमुक्त वातावरण देने के लिए हरसंभव कदम उठाने होंगे

रविवार को प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए राजीव उर्फ नीटू दूल्हेरा ने कहा कि किसान ही नहीं देश का हर नागरिक आतंकवाद के खिलाफ़ है। आतंकवाद से देश की सुरक्षा का ही नहीं अर्थव्यवस्था का भी खतरा है। डीएम कार्यालय पर पहुंचकर कार्यकर्ताओं ने आतंकवाद के खिलाफ रोष प्रकट करते हुए नारेबाजी भी की। इस दौरान पहलगाम में आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा गया। प्रधानमंत्री को भेजे गये ज्ञापन में कहा गया कि यह हमला, जिसमें हमारे निर्दाेष नागरिकों ने अपनी जान गंवाई, एक बार फिर पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के घिनौने चेहरे को उजागर करता है। यह घटना न केवल हमारे देश की सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है, बल्कि हमारे नागरिकों के मन में भय और असुरक्षा की भावना भी पैदा करती है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पाकिस्तान लगातार सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है, जिसका उद्देश्य हमारे देश में अस्थिरता पैदा करना है। हम सभी जानते हैं कि ऐसे आतंकी संगठनों को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों और सेना का समर्थन प्राप्त है।

केन्द्र सरकार से मांग करते हुए भाकियू अराजनैतिक ने कहा कि देश के नागरिकों की भावना का सम्मान करते हुए इस घटना के दोषियों पर इजराइल एवं अमेरिका की तर्ज़ पर करवाई की जाये, सीमा पर निगरानी और गश्त को और अधिक प्रभावी बनाया जाना चाहिए, ताकि आतंकियों की घुसपैठ को रोका जा सके। अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर आवाज उठाई जानी चाहिए और पाकिस्तान पर दबाव बनाने के लिए वैश्विक समुदाय का समर्थन प्राप्त किया जाना चाहिए। आतंकवाद विरोधी अभियानों को तेज करनारू आतंकवादियों और उनके समर्थकों के खिलाफ खुफिया जानकारी पर आधारित सटीक अभियानों को तेज किया जाना चाहिए। पाकिस्तान पर आर्थिक और राजनीतिक दबाव बनाने के लिए कूटनीतिक तरीकों का उपयोग किया जाना चाहिए, ताकि वह आतंकवाद को समर्थन देना बंद करे। प्रदर्शन में मुख्य रूप से बिजेंद्र बालियान, अंकित मोरना, विपिन त्यागी, संजीव सहरावत, प्रवीण पंवार, विनीत त्यागी, शहजाद राव, पवित अहलावत, अमित ठाकुर, शावेज, राजीव सहरावत, डॉ. सत्तार, मुन्ना, उस्मान सहित सैकड़ों पदाधिकारी शामिल रहे।

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