हाथरस कांडः नक्सल भाभी बताई गई महिला ने मांगे पुलिस से सुबूत
डाॅक्टर राजकुमारी बंसल ने पत्रकारों से संपर्क कर कहा कि उनका कोई रिश्ता नक्सलियों से नहीं है। वह केवल आत्मीयता के तौर पर हाथरस गैंगरेप पीड़िता के घर गई थी। इसके बाद परिवार वालों के आग्रह पर वह वहां रूक गई।
हाथरस। हाथरस में कथित गैंगरेप मामले में भाभी बनकर इंटव्यू देने वाली नक्सल बताई गई महिला ने खुद को नक्सली होने से इंकार करते हुए पुलिस पर सवाल खडा किया है।
हाथरस मामले में एक महिला को संदिग्ध मानते हुए एसआईटी की टीम मध्य प्रदेश के जबलपुर की रहने वाली जिस कथित नक्सली महिला की तलाश कर रही थी, वह सामने आ गई है। फोटों मेंअपना चेहरा देखने के बाद प्रोफेसर डाॅक्टर राजकुमारी बंसल ने पत्रकारों से संपर्क कर कहा कि उनका कोई रिश्ता नक्सलियों से नहीं है। वह केवल आत्मीयता के तौर पर हाथरस गैंगरेप पीड़िता के घर गई थी। इसके बाद परिवार वालों के आग्रह पर वह वहां रूक गई। उसका कहना है कि वह सिर्फ अपने पति को बताकर वहां गई थी और वह पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद करना चाहती थी। उन्होंने एसआईटी उन्हें नक्सली बताने पर सबूत पेश करने को कहा। मेडिकल काॅलेज में प्रोफेसर डाॅक्टर राजकुमारी बंसल ने कहा कि उनके नंबर के साथ टेंपरिंग का आभास होने पर उन्होंने साइबर पुलिस में रिपोर्ट की है। उनका कहना था कि वह फाॅरेंसिक रिपोर्ट देखने गई थी, क्योंकि वह उस विषय की एक्सपर्ट हैं आरोपी महिला ने भाभी बनकर इन्टरव्यू देने से भी इंकार किया, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि फारेंसिक रिपोर्ट में उन्होंने क्या जांच की।