MUZAFFARNAGAR-तेज आंधी के साथ हुई झमाझम बारिश ने दी राहत
जिले में कई स्थानों पर हवा के जोर के कारण विद्युत लाइनों पर टूटकर गिरे पेड़ और होर्डिंग, बत्ती हुई गुल, ककरौली में ईंट भट्टे पर तेज हवा के साथ आई बारिश के बीच गिरी आकाशीय बिजली, शहर से गांव तक भारी जलभराव
मुजफ्फरनगर। कई दिनों की गर्मी और उमस के बीच मंगलवार को दोपहर बाद अचानक बदले मौसम में तेज आंधी और झमाझम बारिश ने लोगों को गर्मी से तो राहत दी, लेकिन कई समस्याओं को भी सामने लाकर खड़ा कर दिया। बारिश शुरू होने के साथ ही शहर से गांव देहात तक जहां भारी जलभराव लोगों के लिए मुसीबत बन गया, तो वहीं बत्ती भी गुल हो गई। कई इलाकों में विद्युत लाइनों को भारी क्षति पहुंचने के कारण बिजलीघरों को ब्रेकडाउन देना पड़ा। शहर का शिव चौक तो पूरी तरह से तालाब में तब्दील हो चुका था। इसके साथ ही शहर की कई कालोनियों में भी भारी जलभराव के कारण लोगों के घरों तक पानी ही पानी नजर आया। निचले इलाकों में तो इस एक घंटे की बारिश के कारण बुरा हाल हो गया। जिले में कई स्थानों पर तेज आंधी के जोर के कारण विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त हो गई, पेड़ और होर्डिंग भी लाइनों पर टूटकर गिर गये। वहीं ककरौली में एक ईंट भट्टे की चिमनी पर बारिश के बीच ही आकाशीय बिजली गिरने से लोगों में दहशत बनी नजर आई। बारिश रूकने के बावजूद भी बादल छाये रहे और ठण्डी हवा ने लोगों को गर्मी से राहत देने का काम किया।
जनपद में कई दिनों से बारिश का इंतजार किया जा रहा था, क्योंकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपदों में दो दिनों से बारिश का दौर बना हुआ था, जबकि मुजफ्फरनगर बारिश के लिए तरस रहा था। यहां पर निकल रही तेज धूप के बीच ही बन रही उमस के कारण लोगों का गर्मी से बुरा हाल हो रहा था। आसपास के जनपदों में हो रही अच्छी बारिश के बावजूद भी यहां गर्मी से राहत नहीं मिल पा रही थी। मंगलवार को भी सुबह सवेरे से ही तेज धूप निकली तो लोगों का गर्मी से हाल बेहाल होता नजर आया, लेकिन दोपहर होते होते अचानक ही मौसम ने करवट ली और घने काले बादलों के आने के साथ ही ठण्डी हवा ने दस्तक दे दी थी। हवाओं के जोर के साथ ही अचानक ही तेज बारिश भी शुरू हो जाने से लोगों को गर्मी से राहत मिली। लोगों ने इस बारिश को भी जमकर मजा लिया और गर्मी से निजात पाने के लिए बच्चे हो या बड़े सभी ने अपने अपने घरों की छतों और गलियों में पहुंचकर बारिश में स्नान किया। बारिश के दौरान ही स्कूल और कालेजों में अवकाश हो जाने के कारण काफी छात्र छात्राएं भीगते हुए ही अपने घर पहुंचे। बारिश के कारण शहर की कमोबेश सभी कालोनियों और पॉश इलाकों में भी पानी ही पानी नजर आया।
गलियों में हो रहे जलभराव का असर यह रहा कि कुछ लोगों के मकानों तक भी पानी भर गया। कई मकानों में तो पानी के कारण लोगों को नुकसान भी उठाना पड़ा और शहर की मलिन एवं निचली बस्तियों तो हाल और भी बदहाल नजर आया। शिव चौक पर तो घुटनों तक पानी भर जाने के कारण यहां पर आवागमन में लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा और यहां खरीदी करने आये तथा स्कूल और कॉलेज के बच्चों को इस जलभराव से ही होकर गुजरना पड़ा। इसके साथ ही गांव और देहात में भी बारिश के कारण जलभराव से काफी विकट समस्या का सामना लोगों को करने के लिए विवश होना पड़ा। बारिश के साथ आई तेज आंधी के कारण विद्युत विभाग को भी काफी नुकसान उठाना पड़ा है। बताया गया कि रामपुर फीडर की लाइन पर पेड़ गिर जाने और दूसरी लाइन पर होर्डिंग टूटकर गिर जाने के कारण लाइन क्षतिग्रस्त हो गई, जिस कारण कई बिजलीघरों और फीडर को ब्रेकडाउन देना पड़ा। इसके चलते शहर और गांव देहात में बत्ती गुल होने के कारण लोग परेशान नजर आये। बारिश थमने के घंटों बाद भी कई इलाकों में बिजली आपूर्ति सुचारू नहीं हो पाई थी। दूसरी ओर इस बारिश के कारण ककरौली के बेहडा सादात मार्ग पर जिला पंचायत सदस्य शाहनवाज के ईंट भट्टे की चिमनी पर बारिश के दौरान ही तेज गरज के साथ आकाशीय बिजली गिर जाने से लोगों में दहशत नजर आई।