ब्रेन स्ट्रोक के आधुनिक उपचार पर आईएमए का सेमिनार
सतत चिकित्सा शिक्षा के साइंटिफिक प्रोग्राम में चिकित्सकों ने समझी आधुनिक उपचार तकनीक
मुजफ्फरनगर। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ;आईएमएद्ध द्वारा सर्कुलर रोड स्थित आईएमए भवन में सतत चिकित्सा शिक्षा ;सीएमईद्ध का आयोजन किया। विदित हो अपने सदस्यों को चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में अपडेट रखने के लिए समय समय पर विभिन्न चिकित्सा विषय विशेषज्ञों को बुलाकर चिकित्सा क्षेत्र में नये अनुसंधानों व नवीनतम रोग निदान व उपचार के बारे में इस तरह के साइंटिफिक प्रोग्राम आयोजित करके चिकित्सकों को अवगत कराया जाता है, जिससे कि मरीजो को आधुनिकतम निदान व उपचार का लाभ मिल सके।
इसी क्रम में इस बार सीएमई में मिमहेन्स न्यूरो साइंस हास्पिटल, मेरठ से पधारे न्यूरो फिजिशियन डा.. अरुण शर्मा व न्यूरो सर्जन डा. पदम् चंद ने ब्रेन स्ट्रोक के बारे में विस्तार से बताया। इसके निदान व उपचार के बारे में आधुनिकतम विधिओ के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ये एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, इससे ग्रस्त मरीज जीवन भर अपंग हो जाता है। यदि समय से तुरंत विषय विशेषज्ञ से अच्छे सेंटर पर इसका इलाज कराया जाये तो इसका दुष्प्रभाव काफी कम करके इससे होने वाली अपंगता को कम से कम किया जा सकता है। सभा की अध्यक्षता आईएमए अध्यक्ष डा. ललिता माहेश्वरी ने की। डा. मंजु गुप्ता व डा. ऋचा गर्ग ने स्पीकर्स का परिचय कराया। बाद में दोनों विषय विशेषज्ञों ने प्रश्नोत्तर काल में सभागार में उपस्थित चिकित्सकों द्वारा उठायी गई विभिन्न समस्याओं का समाधान भी किया।
इस सीएमई में काफी संख्या में चिकित्सक उपस्थित थे, जिनमें मुख्य रूप से डा. गिरीश मोहन सिंघल, डा. रमेश माहेश्वरी, डा. आरएन गंगल, डा. सुनील सिंघल आईएमए मीडिया प्रभारी, डा. यूसी गौड़, डा. एनबी नैथानी, डा. एमएल गर्ग, डा. पंकज जैन, डा. अशोक शर्मा, डा. पीके कम्बोज, डा. अजय पवार, डा. हेमंत शर्मा प्रेसिडेंट इलेक्ट, डा. अनिल राठी, डा. संजीव जैन, डा. अखिल गोयल, डा. अनुभव सिंघल, डा. विपिन गुप्ता, डा. एसी शर्मा, डा. अरविंद सैनी, डा. पीके चाँद, डा. मनु गर्ग, डा. नीना रमानी, डा. दीप शिखा जैन, डा. इना जैन, कल्पना पवार, डा. सहज गर्ग, डा. सुजीत कुमार सिंह, डा. अश्वमेध बालियान, डा. विकास गर्ग, डा. मनेश अग्रवाल, डा. अभिषेक गौड़, डा. सुधीर लूथरा, डा. विवेक अरोड़ा, डा. सैयद अजीम ऐजाज, डा. कार्तिक अरोड़ा, डा. अजय सिंघल, डा. एके अग्रवाल, डा. राजीव काम्बोज आदि उपास्थित थे। दीपक कुमार व अतुल कुमार का विशेष सहयोग रहा।