एम.जी. पब्लिक स्कूल में इंटर हाउस वाद-विवाद प्रतियोगिता आयोजित
प्रधानाचार्या श्रीमती मोनिका गर्ग ने बताया कि वर्तमान में स्मार्ट फोन सभी आम और खास लोगों के जीवन का एक अभिन्न अंग बन चुका है।
मुजफ्फरनगर। एम.जी. पब्लिक में छात्र-छात्राओं के लिए स्मार्टफोन का उपयोग कितना लाभकारी विषय को लेकर एक इंटर हाउस इंग्लिश डिबेट कॉम्पीटिशन का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने अपने सारगर्भित और औजस्वी विचारों के माध्यम से स्मार्ट फोन के उपयोग से जुड़ सकारात्मक और नकारात्मक प्रभावों को प्रस्तुत किया।
एम.जी. पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती मोनिका गर्ग ने बताया कि वर्तमान में स्मार्ट फोन सभी आम और खास लोगों के जीवन का एक अभिन्न अंग बन चुका है। शिक्षा में भी स्मार्टफोन के अनेक लाभ हम देखते हैं, तो इसके कुछ दुष्प्रभाव भी हमारे सामने आ रहे हैं। स्मार्टफोन के सकारात्मक प्रभाव और उपयोग के प्रति विद्यार्थियों को प्रेरित करने के उद्देश्य से शुक्रवार को विद्यालय प्रांगण में एक इंटर हाउस इंग्लिश डिबेट कॉम्पीटिशन का आयोजन किया गयां। इसमें कक्षा-8 के छात्र-छात्राओं ने अपने अपने हाउस ग्रुप का प्रतिनिधित्व करते हुए छात्रों के लिए स्मार्टफोन का उपयोग कितना लाभकारी है? विषय को लेकर छात्र और छात्राओं ने पक्ष एवं विपक्ष में अपने सारगर्भित विचारों का बहुत ही सुन्दर ढंग से प्रस्तुत किया।
स्मार्टफोन के उपयोग के पक्ष में विचार प्रस्तुत करने वाले छात्र-छात्राओं ने अनेक तथ्यों के साथ इसके लाभों का सभी के सामने प्रस्तुत करते हुए अपनी वाकपटुता को साबित करते हुए छात्र जीवन में स्मार्ट फोन के आने के बाद से हुए क्रांतिकारी बदलावों को भी शब्दों के माध्यम से चित्रित करने का काम किया। शौक्षिक व्यवस्था में स्मार्ट फोन को एक सटीक सहायक बताते हुए इसकी आवश्यकता पर बल दिया गया, तो वहीं विपक्ष में अपने विचारों के माध्यम से स्मार्टफोन के नकारात्मक प्रभावों को लेकर भी छात्र-छात्राओं ने प्रकाश डालते हुए चिंता व्यक्त की। प्रतियोगिता में रामा हाउस के विद्यार्थियों का प्रस्तुतिकरण सराहनीय रहा और उनको प्रथम स्थान पर चुना गया। जबकि कृष्णा हाउस द्वितीय तथा नानक हाउस तृतीय स्थान पर रहा। टैगोर हाउस के बच्चों को सांत्वना पुरस्कार के लिए चुना गया। प्रधानाचार्या श्रीमती मोनिका गर्ग ने प्रतियोगिता में प्रतिभागी रहे सभी बच्चों के प्रस्तुतिकरण और विचारों की प्रशंसा करते हुए उनको स्मार्टफोन के प्रयोग को अपने लिए सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ अपनाने के लिए प्रेरक संदेश भी दिया। कार्यक्रम में शिक्षक शिक्षिकाओं और स्टाफ का योगदान रहा।