मंडी बत्ती गुल प्रकरण में जेई पर गिरी गाज, एसई ने किया सस्पेंड
मण्डी समिति बिजलीघर में आये फाल्ट को लेकर जेई की लापरवाही आई सामने, जांच की संस्तुति के साथ चीफ को भेजी रिपोर्ट
मुजफ्फरनगर। शहर की पॉश कालोनी नई मंडी सहित आठ कालोनी के करीब 12 हजार उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति बहाल करने में विफल हुए विद्युत विभाग में अब इस फेलियर पर जांच और कार्यवाही का दौर शुरू हो गया है। विद्युत आपूर्ति बहाल होने के साथ ही मामले में अधीक्षण अभियंता नगरीय द्वारा प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए मण्डी समिति बिजली घर के अवर अभियंता को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने मामले में लापरवाही बरते जाने के लिए विभागीय जांच कराये जाने की संस्तुति के साथ अपनी रिपोर्ट मुख्य अभियंता को भेज दी है। मुख्य अभियंता द्वारा रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजने की तैयारी की जा रही है।
बता दें कि मण्डी समिति बिजली घर में गत मंगलवार को तकनीकी खराबी के बाद क्षेत्र की नई मण्डी, भरतिया कालोनी, अवध विहार, लक्ष्मण विहार, कम्बलवाला बाग, पटेलनगर, जानसठ रोड सहित करीब आठ कालोनियों में आपूर्ति ठप्प हो गई थी। बाद में पता चला कि दस एमवीए का विद्युत ट्रांसफार्मर फुंक गया है। इसके बाद इस फाल्ट को दुरुस्त करने के लिए तीन दिन का समय लग गया। इसी बीच करीब 12 हजार विद्युत उपभोक्ताओं को बिना बिजली और पानी के रहना पड़ा। इसको लेकर मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने अफसरों को लताड़ लगाई थी तो वहीं सांसद हरेन्द्र मलिक ने भी जनता के बीच पहुंचकर लापरवाही पर कार्यवाही के लिए आवाज उठाई थी। शुक्रवार सवेरे मण्डी समिति बिजली घर से तीन दिन के बाद विद्युत आपूर्ति सुचारू हो पाई थी। अब तीन दिन तक बिजली आपूर्ति बाधित रहने के मामले में जांच और कार्यवाही का दौर शुरू हो चुका हे। इस मामले में मण्डी समिति बिजली घर के प्रभारी अवर अभियंता आनंदपाल सिंह को निलंबित कर दिया गया है और उनके स्थान पर गांधी कॉलोनी बिजली घर के अवर अभियंता जितेंद्र कुमार को मण्डी समिति बिजली घर का अतिरिक्त कार्यभार सौंप दिया गया है। यह कार्यवाही अधीक्षण अभियंता नगरीय खण्ड बिरेन्द्र कुमार द्वारा की गई है।
उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया जांच में बिजली घर के अवर अभियंता की गंभीर लापरवाही उजागर हुई है। बिजली घर की देखरेख और वहां से विद्युत आपूर्ति सुचारू रखने का दायित्व अवर अभियंता का होता है, लेकिन वो बिजली घर में क्या खराबी चल रही है, इसका पर्यवेक्षण करने में विफल रहे। उनकी लापरवाही के कारण ही समस्या विकराल बनी। इसलिए उनको तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करते हुए कार्यालय से अटैच कर लिया गया है। इसके साथ ही उनको नोटिस जारी करते हुए लापरवाही बरते जाने के सम्बंध में सोमवार तक स्पष्टीकरण भी तलब किया गया है। एसई नगरीय बिरेन्द्र कुमार ने बताया कि मामले में विभागीय स्तर पर जांच समिति गठित कर जांच कराये जाने की संस्तुति के साथ उन्होंने अपनी रिपोर्ट मुख्य अभियंता पवन अग्रवाल को भेज दी है। आगामी जांच के लिए उनको ही निर्णय लेना है। मुख्य अभियंता पवन अग्रवाल ने बताया कि प्रथम दृष्टया लापरवाही के मामले में जेई आनंदपाल को निलम्बित किया गया है। रिपोर्ट वो उच्चाधिकारियों को भेज रहे हैं, जैसा मार्गदर्शन प्राप्त होगा आगामी कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।