MUZAFFARNAGAR-भूमि पूजन में केवल मंत्री को बुलाने पर नाराज हुए मदन भैया
रालोद विधायक मदन भैया की नाराजगी के बाद स्वास्थ्य विभाग ने जताया खेद, माना विधायक के प्रोटोकॉल में चूक, जानसठ सीएचसी परिसर में लैब भवन के निर्माण के भूमि पूजन समारोह में मंत्री अनिल कुमार और एमएलसी वन्दना वर्मा रहे थे शामिल
मुजफ्फरनगर। भाजपा और रालोद के बीच गठबंधन होने के साथ ही केन्द्र और प्रदेश सरकारों में हिस्सेदारी के बावजूद भी जनपद में रालोद विधायक और दूसरे जनप्रतिनिधियों की अधिकारियों के द्वारा सरकारी कार्यक्रमों में अनदेखी की जा रही है। ऐसे ही एक मामले में मंत्री और भाजपा की एमएलसी को बुलाये जाने पर रालोद के खतौली सीट से विधायक मदन भैया ने स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के प्रति कड़ी नाराजगी जताई और इसे प्रोटोकॉल का खुला उल्लंघन बताते हुए कार्यवाही की बात कही तो स्वास्थ्य विभाग में भी हलचल मच गई। विधायक की नाराजगी के बाद अपनी गलती मानते हुए स्वास्थ्य विभाग ने न सिर्फ खेद जताया, बल्कि जो एक्सक्यूज दिया वो भी हास्यास्पद है। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि उनको लगा कि जानसठ सीएचसी मीरापुर विधानसभा का हिस्सा है, इसलिए खतौली के विधायक होने के कारण उनको आमंत्रित नहीं किया गया। स्वास्थ्य विभाग के खेद पर रालोद विधायक मदन भैया की नाराजगी तो दूर हो गई, लेकिन कई सवाल भी खड़े हो गये हैं।
रविवार को खतौली विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत जानसठ सीएचसी परिसर में पब्लिक हेल्थ लैब भवन के निर्माण के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से भूमि पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसमें सीएमओ डॉ. महावीर सिंह फौजदार की ओर से कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार, एमएलसी वंदना वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वीरपाल निर्वाल व रालोद तथा भाजपा के अन्य नेताओं को आमंत्रित करते हुए बुलावा दिया गया था। सभी इस भूमि पूजन में शामिल भी हुए। जबकि खतौली विधानसभा में कार्यक्रम होने के बावजूद खतौली क्षेत्र से रालोद विधायक मदन भैया को इसमें आमंत्रित नहीं किया गया था। इस भूमि पूजन कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक मदन भैया को न बुलाकर आयोजक विभाग के अधिकारियों द्वारा किए गए प्रोटोकॉल के उल्लंघन का मामला रालोद के संगठन मंत्री अजीत राठी द्वारा गंभीर आपत्ति करते हुए उठाया गया तो राजनीति भी गरमा गई। उनके द्वारा मौके पर ही सीएमओ और जानसठ सीएचसी के प्रभारी को जमकर हड़काया और कड़ी नाराजगी जताई।
रालोद विधायक मदन भैया भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से खासे नाराज नजर आये और प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने पर कार्यवाही चेतावनी भी दे डाली। रालोद नेताओं का कहना है कि अजीत राठी काफी सुलझे हुए नेता हैं और उन्होंने प्रोटोकॉल के उल्लंघन में आपत्ति जता कर खराब मानसिकता के अधिकारियों को संदेश दे दिया है कि रालोद के जनप्रतिनिधियों को अनदेखा किया जाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दूसरी तरफ उद्घाटन के मुख्य अतिथि और उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार की तरफ से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के खिलाफ प्रोटोकॉल के उल्लंघन पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया जाहिर न करने से समर्थकों में जरूर रोष है।
यह मामला खतौली विधानसभा क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। क्षेत्रीय जनता में रोष की जानकारी मिलने और अजीत राठी द्वारा हड़काये जाने पर आयोजक अधिकारियों ने खतौली विधायक मदन भैया को टेलीफोन करके उद्घाटन के वक्त प्रोटोकॉल में हुई अपनी चूक को स्वीकार किया। अधिकारियों ने मदन भैया विधायक को प्रोटोकॉल के उल्लंघन पर खेद व्यक्त करते हुए बताया कि यह मीरापुर विधानसभा क्षेत्र में होने की वजह से कंफ्यूजन हुआ। हालांकि अधिकारियों का यह एक्सक्यूज किसी के भी गले से उतरने लायक नहीं है, क्योंकि जिम्मेदार अधिकारी होने के बावजूद भी उनको यह नहीं पता कि कौन सा इलाके किस विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है। खतौली विधायक मदन भैया ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि मेरा ही नहीं किसी भी जनप्रतिनिधि के प्रोटोकॉल का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।