जमीयत के सम्मेलन में शामिल हुए मास्टर विजय सिंह
मुजफ्फरनगर से दिल्ली के रामलीला मैदान पर पहुंचे हजारों लोग, 34वें अधिवेशन में दिशा सर्वधर्म सम्भाव
मुजफ्फरनगर। जमीयत उलमा ए हिन्द के रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान पर आयोजित हुए 34वें अधिवेशन में मुजफ्फरनगर से भी जमीयत के कारनूनों के साथ ही मुस्लिमों और दूसरे धर्म के लोगों ने भी शिरकत की। जमीयत के इस आम सम्मेलन के लिए शनिवार की देर रात से ही जनपद से लोग बसों में सवार होकर दिल्ली रवाना होने शुरू हो गये थे। रविवार को अलसुबह फजिर की नमाज पढ़कर भी सैंकड़ों लोग अपने वाहनों से दिल्ली के लिए निकले थे। जमीयत के इस 34वें आम आयोजन में सर्वधर्म सम्भाव का नजारा भी देखने को मिला। जमीयत के राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ कई नामचीन साधु संतों और अन्य मजहबों के प्रमुख लोगों ने मंच साझा किया तो मुजफ्फरनगर में भू माफियाओ के खिलाफ एक लंबा आंदोलन चलाने का रिकार्ड कायम करने वाले मास्टर विजय सिंह भी इस सम्मेलन में शामिल हुए।
जमीअत उलमा हिंद के रामलीला मैदान दिल्ली में रविवार को आयोजित 34वें सम्मेलन में शामिल होने के लिए मुजफ्फरनगर के कस्बा चरथावल से हजारों लोग रविवार सुबह रवाना हुए। सैंकडों बस और कारों के काफिले के साथ जमीयत उलेमा--ए--हिन्द के पश्चिम उत्तर प्रदेश उपाध्यक्ष हाफिज मौ. फुरकान असअदि ने पहले कई बसों को रवाना किया और फिर खुद भी जमीयत के जिला स्तरीय पदाधिकारियों व कारकूनों को साथ लेकर जमीयत उलेमा ए हिन्द के दिल्ली में होने वाले 34वें इजलास ए आम में शिरकत करने के लिए रवाना हुए। दिल्ली के लिए रवाना होते हुए उन्होंने कहा कि जमीअत उलमा ए हिंद का यह सम्मेलन इस्लामोफोबिया और देश, विदेशी मीडिया के इस्लाम के विरु( किए जा रहे दुषप्रचार को ध्यान में रखकर आयोजित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि देश का मुसलमान राष्ट्रवादी है। मुल्क को आजाद कराने में हजारों मुसलमानों ने जान की कुर्बानियां दी हैं। जमीयत ने भी आजादी के आंदोलन में अपनी प्रमुख भूमिका निभाई है और आज भी जमीयत के साथ ही देश को तरक्की के रास्ते पर ले जाने के लिए देश का हरेक मुसलमान एकजुट है। उन्होंने कहा कि देश विरोधी ताकते नहीं चाहती कि मुल्क में सांप्रदायिक सौहार्द बना रहे। यहां पर सर्वधर्म सम्भाव के खिलाफ साजिश हो रही हैं। हाफिज मोहम्मद फुरकान असअदी ने कहा कि रामलीला मैदान में जमीअत उलमा ए हिंद का यह सम्मेलन इन्हीं सब बातों को सामने लाने के लिए हो रहा है। जमीयत का यह सम्मेलन देश में आपसी भाईचारा और सद्भाव पुख्ता कर रहा है। सभी मुसलमान एकजुट होकर विचार कर रहे हैं। सम्मेलन के केंद्र में सांप्रदायिक सौहार्द और राष्ट्रीय एकता अहम मुद्दा है।