भाजपा की अंजू से मिले सपा सांसद हरेन्द्र मलिक
पूर्व चेयरमैन के आवास पर अचानक पहुंचे सपा के राष्ट्रीय महासचिव का पूरे परिवार ने किया अभिनन्दन, मुलाकात पर बोलीं अंजू अग्रवाल-सांसद हरेन्द्र मलिक सभी के प्रतिनिधि, वो मेहमान बनकर घर आये तो अच्छा लगा
मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् की पूर्व चेयरपर्सन रहीं अंजू अग्रवाल के आवास पर मंगलवार की सुबह राजनीतिक हलचल नजर आई। लोकसभा सीट मुजफ्फरनगर से दो बार के भाजपा सांसद और पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान को पराजित करने के बाद सांसद निर्वाचित हुए सपा के राष्ट्रीय महासचिव हरेन्द्र मलिक सुबह अचानक ही पूर्व चेयरमैन के आवास पर जा पहुंचे। यहां अंजू अग्रवाल और उनके पति इंजी. अशोक अग्रवाल ने उनका पूरे परिवार के साथ न केवल अभिनन्दन किया, बल्कि माला और प्रतिमा भेंटकर उनको सम्मानित भी किया गया। इस मुलाकात के दौरान पूर्व चेयरपर्सन और सांसद के बीच काफी देर तक विभिन्न मुद्दों को लेकर चर्चा भी होती रही। इस मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद भाजपा की पूर्व चेयरपर्सन के आवास पर सपा सांसद के स्वागत को लेकर सवाल भी उठने लगे। ऐसे में अंजू अग्रवाल ने अपने चिर परिचित अंदाज में जवाब देते हुए कहा कि हरेन्द्र मलिक को उस प्रकार सभी के जनप्रतिनिधि हैं, जिस प्रकार भाजपा से लड़ने के बावजूद भी नरेन्द्र मोदी पूरे देश की जनता के प्रधानमंत्री हैं। अब यदि मोदी जी एक जनप्रतिनिधि होने के नाते किसी के घर पहुंचेगे तो कोई उनके स्वागत से इंकार करेगा। हरेन्द्र मलिक को यहां की जनता ने चुना है, वो सम्मानित हैं वो हमारे घर मेहमान बनकर आये तो हमने सनातन संस्कृति अतिथि देवो भवः का पालन किया।
मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर सपा प्रत्याशी हरेन्द्र मलिक ने भाजपा के संजीव बालियान को पराजित किया है। इस जीत के साथ ही उनके आवास पर मुलाकात करने वाले खास और आम लोगों की भीड़ जुटी हुई। जीत दर्ज कराने के बाद हरेन्द्र मलिक ने भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत और किसान नेता राकेश टिकैत के बाद लखनऊ जाकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और डिम्पल यादव से मुलाकात की थी। वहां से लौटने के बाद मंगलवार को सांसद हरेन्द्र मलिक भाजपा की नगरपालिका परिषद् की पूर्व चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल के मीका विहार जानसठ रोड स्थित आवास पर पहुंचे। यहां पर अंजू अग्रवाल और उनके पति इंजी. अशोक अग्रवाल ने अपने पुत्र अभिषेक अग्रवाल, पुत्रवधु वंशिका अग्रवाल के साथ उनका स्वागत किया। अशोक अग्रवाल ने सपा सांसद को मोतियांे की माला पहनाई तो अंजू अग्रवाल ने उनको प्रतिमा भेंटकर सम्मानित किया। इस दौरान काफी देर सांसद हरेन्द्र मलिक अंजू अग्रवाल के परिवार के साथ उनके आवास पर और कई मुद्दों पर चर्चा भी की।
इस मुलाकात के बाद लोगों के बीच चर्चाओं का दौर भी शुरू हो चला है, क्योंकि जीतने के बाद सपा सांसद हरेन्द्र मलिक पहली बार भाजपा से जुड़े किसी राजनीतिक परिवार से मिलने पहुंचे। इसको लेकर अंजू अग्रवाल का कहना है कि जनप्रतिनिधि किसी विशेष जाति, पार्टी या धर्म से बंधा नहीं होता है, वो सभी का होता है। जिस प्रकार नरेन्द्र मोदी जी ने भाजपा से चुनावा लड़ा, लेकिन वो आज प्रधानमंत्री होने के कारण सभी के हैं, उसी प्रकार यहां से चुनाव जीते हरेन्द्र मलिक जनप्रतिनिधि हैं किसी पार्टी के नेता नहीं है। वो अचानक ही उनके आवास पर आये तो हमें बहुत अच्छा लगा। परिवार ने उनका स्वागत किया। उन्होंने कहा कि वो कोई नेता नहीं हैं, जनता ने उनको पूर्व में सेवा करने का अवसर देकर चुना तो उन्होंने ईमानदारी से काम करके दिखाया। मेरे घर पर 2019 के चुनाव के दौरान अजित सिंह भी आये, दूसरे लोग भी आते रहे हैं। यहां पर सभी का स्वागत है। वो इसको दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देखती हैं। इसमें कोई पार्टीबाजी नहीं होनी चाहिए।
बता दें कि 2017 में नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर मुजफ्फरनगर पालिका के चेयरमैन पद पर अंजू अग्रवाल ने चुनाव लड़ा था। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी सुधा राज शर्मा को पराजित कर जीत हासिल की थी। इसके बाद अक्टूबर 2020 में उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली थी। वो लगातार पीए मोदी और सीएम योगी के कार्यक्रमों और नीतियों को आगे बढ़ाती रहीं, लेकिन भाजपा ने आज तक भी उनको कभी अपना नहीं माना। भाजपा की सरकार होने के बावजूद भी साजिशन चेयरपर्सन रहते हुए उनके अधिकार सीज कराये गये, हाईकोर्ट से जीतकर आने के बाद भी उनको अधिकार लौटाने में हीला हवाली की जाती रही। वो 2023 में हुए निकाय चुनाव में भी लड़ने का मन बना चुकी थी, लेकिन अपरिहार्य कारणों के चलते उनको अपनी इस इच्छा को त्यागना पड़ा।