MUZAFFARNAGAR-लीगेसी वेस्ट के निस्तारण में फंसी पालिका, गाज का खतरा
एनजीटी में चल रहे मुकदमे को लेकर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भेजा पालिका ईओ को नोटिस, रिकवरी का संकट बढ़ा, ईओ ने रिपोर्ट नहीं भेजने पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी को लगाई फटकार, कहा-रिकवरी हुई तो वेतन से करवा दूंगी कटौती
मुजफ्फरनगर। लीगेसी वेस्ट का निस्तारण नहीं होने के मामले मे एनजीटी में मुकदमा झेल रहे पालिका प्रशासन का सिरदर्द बढ़ गया है। इस प्रकरण में एनजीटी के आदेशों का अनुपालन नहीं कराये जाने को लेकर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के द्वारा नगरपालिका परिषद् की अधिशासी अधिकारी को नोटिस भेजकर जवाब तलब किया गया है। पूर्व नोटिस पर भी रिपोर्ट नहीं भेजने को लेकर बोर्ड ने कड़ी नाराजगी जताई तो पालिका पर रिकवरी का संकट बढ़ गया है। मामले में आदेश के बाद भी रिपोर्ट नहीं भेजने पर अधिशासी अधिकारी डॉ. प्रज्ञा सिंह ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अतुल कुमार को कड़ी फटकार लगाते हुए जल्द से जल्द रिपोर्ट भेजने के लिए कहा है। इस प्रकरण में एनजीटी में 3 जुलाई को पालिका प्रशासन को जवाब दाखिल करना है।
नगरपालिका परिषद् के अधीन शहर के मौहल्ला किदवईनगर स्थित एटूजेड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के बंद होने के कारण प्लांट पर करीब 5.50 लाख मीट्रिक टन लिगेसी वेस्ट का निस्तारण पालिका प्रशासन के लिए टेढी खीर साबित हो रहा है। लीगेसी वेस्ट का निस्तारण नहीं होने पर एनजीटी की नाराजगी झेल रही पालिका पर अब रिकवरी की तलवार लटकने लगी है। पालिका प्रशासन को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से नोटिस मिला है, जिसमें एनजीटी के आदेशों का अनुपालन नहीं करने पर जुर्माना लगाये जाने की चेतावनी तक दी गई है। इस मामले में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने एनजीटी में चल रहे वाद को लेकर पालिका ईओ से जवाब तलब किया है। इसमें बोर्ड ने मार्च माह में जारी नोटिस का कोई जवाब नहीं देने और इसके लिए रिपोर्ट भी उपलब्ध नहीं कराने को लेकर पालिका प्रशासन के प्रति कड़ी नाराजगी जताई है।
बता दें कि किदवईनगर में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट प्लांट स्थित है, जो पिछले काफी समय से बंद पड़ा होने के कारण शहर से प्रतिदिन निकल रहे कूड़े का निस्तारण नहीं हो रहा है और ये प्लांट बड़ा डम्पिंग ग्राउण्ड बनकर रह गया है। यहां पर वर्तमान में कूडे के पहाड़ बनकर रह गये हैं। गन्दगी के कारण आसपास निवास कर रहे परिवारों के लिए मुसीबत बनी हुई है। पालिका ने लीगेसी वेस्ट के लिए कई बार प्रयासा किये, लेकिन यह काम शुरू नहीं हो पाया है। इसी को लेकर फराह खान के द्वारा विभिन्न बिन्दुओं पर एनजीटी में वाद दायर किया हुआ है। एनजीटी के द्वारा फराह खान की शिकयत पर संज्ञान लेते हुए नगरपालिका परिषद् से जवाब मांगा है। करीब 5.5 लाख मीट्रिक टन लिगेसी वेस्ट का निस्तारण न होने पर एनजीटी ने आपत्ति जताई, तो शहर में 15 स्थलों पर बने डलावघरों को नियम के खिलाफ होने की शिकायत पर भी जवाब देने को कहा गया है। इसके लिए मार्च में एनजीटी में हुई सुनवाई के बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के द्वारा ईओ को नोटिस भी जारी किया गया था। ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने इस नोटिस के बाद नगर स्वास्थ्य अधिकारी को लीगेसी वेस्ट और कूड़ा डलावघरों को हटाने के लिए चल रही प्रगति की रिपोर्ट प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और एनजीटी को भेजने के निर्देश दिये गये थे। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अतुल कुमार ने रिपोर्ट तो तैयार कराई और उसको ईओ के समक्ष भी प्रस्तुत किया गया, लेकिन ये रिपोर्ट केवल फाइल में ही दबाकर रख ली गई। अब जब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से कड़ी नाराजगी के साथ दूसरा नोटिस भेजा गया तो पालिका प्रशासन की निंद्रा टूटी।
ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने इस मामले में रिपोर्ट भेजने में हुई लापरवाही को लेकर नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अतुल कुमार को फटकार लगाने के साथ ही नाराजगी जाहिर की और उनको तत्काल ही प्रगति रिपोर्ट भेजने तथा मामले से जुड़े तमाम दस्तावेज एनजीटी में आगामी 3 जुलाई को होने वाली सुनवाई के लिए पालिका के अधिवक्ता को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। इसके साथ ही उन्होंने नगर स्वास्थ्य अधिकारी को कड़ी चेतावनी भी दी कि यदि इस मामले में एनजीटी की ओर से पालिका के खिलाफ रिकवरी नोटिस जारी किया जाता है तो जुर्माना राशि जो भी होगी वो उनके वेतन से कटौती कराई जायेगी।
लीगेसी वेस्ट निस्तारण को शासन से मांगेंगे मददः ईओ प्रज्ञा सिंह
मुजफ्फरनगर नगरपालिका परिषद् की ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने लीगेसी वेस्ट के निस्तारण के लिए अब शासन से मदद मांगने की तैयारी की है। उनका कहना है कि लीगेसी वेस्ट के निस्तारण के लिए नीदरलैंड की कंपनी की ओर से भी पालिका को प्रस्ताव दिया गया है, लेकिन इसके शुरू होने में समय लग सकता है। ऐसे में हम लीगेसी वेस्ट के लिए शासन की जो भी नीति है, उसके अनुसार ही शासन से मदद मांग रहे है। उन्होंने नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अतुल कुमार को शासन को प्रस्ताव भेजने के लिए तैयारी के निर्देश भी दिये।