मुजफ्फरनगर....कोरोना के कारण शिक्षा विभाग ने कैंसिल किया टूर
राष्ट्र कथा शिविर में जीआईसी से जाने थे सात छात्र, कोविड प्रभाव के कारण रद्द हुआ शिविर। 31 दिसम्बर से गुजरात के राजकोट में होना था शामिल, करा लिया था रिजर्वेशन।
मुजफ्फरनगर। कोरोना के नये वेरिएंट बीएफ 7 ने चीन में तबाही मचाकर रख दी है। इसके साइड इफेक्ट अब भारत में भी सामने आने लगे हैं। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में भी सरकार ने सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। वहीं कोरोना वायरस के प्रभाव की इस चौथी लहर ने जनजीवन को प्रभावित करना भी शुरू कर दिया गया। कोरोना के कारण ही शिक्षा विभाग को सरकार की संस्कृति आदान प्रदान की योजना के तहत अपने तय टूर को निरस्त करना पड़ा है। यह टूर गुजरात में प्रस्तावित था, इसमें जिले से राजकीय इण्टर कॉलेज के सात विद्यार्थियों का चयन किया गया था और शिक्षकों व विद्यार्थियों के लिए योजना के तहत रिजर्वेशन भी करा लिया गया था। अब इस टूर को कोरोना के कारण निरस्त करने किया जा चुका है। टूर के लिए 30 दिसम्बर को छात्रों को गुजरात के लिए रवाना होने की शिक्षक तैयार कर चुकी थे। टूर निरस्त होने से विद्यार्थी मायूस हैं।
बता दें कि पिछले करीब 23 साल से गुजरात के राजकोट जिले की तहसील उपलेटा के गांव प्रान्सला में वैदिक मिशन ट्रस्ट के द्वारा स्वामी धर्मबंधु के आश्रम में प्रत्येक वर्ष राष्ट्र कथा शिविर का आयोजन किया जाता है। इस दस दिवसीय शिविर में देशभर से युवा विद्यार्थियों के गु्रप प्रतिभाग करते हैं। सूत्रों के अनुसार श्री वैदिक मिशन ट्रस्ट पिछले वर्षो से राजकोट जिला मुख्यालय से करीब 130 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांव प्रांसला के स्वामी धर्मबंधु आश्रम में दस दिन का यूथ कैंप आयोजित करती आ रही है। यह कार्यक्रम राष्ट्र कथा शिविर श्रृंखला के तहत लगातार आयोजित कराया जा रहा था। इस कैंप के जरिए लोगों को एक मंच दिया जाता है, जहां युवाओं के न्यूट्रीशन सहित राष्ट्रीय एकता, सामाजिक समरसता, धार्मिक मेलजोल सहित मार्शल आर्ट आदि की ट्रेनिंग दी जाती है। इसके साथ ही यहां पर आने वाले युवाओं और विद्यार्थियों को योगा, सैनिक शिक्षा, जूडो, कराटे, मार्शल आर्ट, सेल्फ डिफेंस, एक्सपर्ट के जरिए कानून का प्रशिक्षण, अर्थशास्त्र, प्रश्नोत्तरी एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता रहा है। इसमें देशभर से करीब 20 से 25 हजार लोग जुटते हैं। इसके लिए आश्रम को पूरी तरह से टैंट नगरी में परिवर्तित कर दिया जाता है।
इस साल राष्ट्र कथा शिविर में का आयोजन 31 दिसम्बर से किया जा रहा है। इस शिविर का पूरा खर्च राज्य सरकार के द्वारा वहन किया जाता है। इसमें जनपद के राजकीय इण्टर कॉलेज सरकूलर रोड से सात विद्यार्थियों का चयन करते हुए भेजने की तैयारी थी। जिला विद्यालय निरीक्षक गजेन्द्र कुमार ने बताया कि जिले के सात छात्र गुजरात के राजकोट जिले के गांव प्रान्सला में आयोजित 23वें राष्ट्र कथा शिविर में प्रतिभाग करने के लिए चयनित किये गये थे, इनके साथ ही इनके शिक्षकों को भी जाना था। इसमें आने जाने का खर्च सरकार देती है। यह आयोजन वैदिक मिशन ट्रस्ट द्वारा भारतीय सांस्कृतिक विरासत के राज्यों में आदान प्रदान के उद्देश्य से किया जाता है। इस साल 31 दिसंबर से आठ जनवरी तक इसका आयोजन प्रस्तावित किया गया था। इसमें भाग लेने के लिए छात्रों और शिक्षकों का रिजर्वेशन करा दिया गया था, इनको 30 दिसम्बर को यहां से रवाना होना था। छात्रों का चयन उनके अभिभावक की सहमति के साथ ही किया जाता है। डीआईओएस ने बताया कि कोरोना के प्रभाव को देखते हुए विद्यार्थियों का यह टूर कैंसिल कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इसके लिए जो गाइडलाइन मिली थी, उनके अनुसार राष्ट्र कथा शिविर भी सीमित कर दिया गया है। राजकीय इण्टर कॉलेज के प्रिंसीपल शैलेन्द्र त्यागी ने बताया कि वो कई दिनों से नोएडा और दिल्ली में हैं। कॉलेज से सात विद्यार्थियों को राष्ट्र कथा शिविर गुजरात के लिए चयनित किया गया था। उनको भेजने की पूरी तैयारी थी। उनका रिजर्वेशन और अन्य व्यवस्था हो चुकी थी, लेकिन उनका यह टूर कैंसिल हुआ है, इसकी अभी उनको जानकारी नहीं है। वो गुरूवार को कॉलेज पहुंच रहे हैं। उसके बाद ही सही जानकारी हासिल की जायेगी।
जिले के विद्यालयों में गुरूवार को अवकाश घोषित
मुजफ्फरनगर जनपद में गुरूवार को सभी विद्यालयों में अवकाश घोषित किया गया है। इस सम्बंध में जिला विद्यालय निरीक्षक गजेन्द्र कुमार ने आदेश जारी करते हुए जानकारी दी है। डीआईओएस ने आदेश में कहा है कि 29 दिसम्बर को गुरू गोविन्द सिंह जयंती के कारण सभी कार्यालयों में राजपत्रित अवकाश होने के फलस्वरूप जनपद में समस्त सभी राजकीय, अशासकीय सहायता प्राप्त, वित्त विहीन, मान्यता प्राप्त माध्यमिक, सीबीएसई, आईसीएसई बोर्ड से मान्यता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में गुरूवार को अवकाश घोषित रहेगा। उन्होंने सभी शिक्षण संस्थाओं के प्रधानाचार्यों और प्रबंधकों को 29 दिसम्बर को अवकाश आदेश का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं।