प्रदूषण के कारण जहरीली हो गई मुजफ्फरनगर की हवा
शनिवार को 388 पर पहुंचा एक्यूआई, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के तमाम दावे हुए फेल, लोग चिंतित
मुजफ्फरनगर। दिल्ली और एनसीआर में मौसम का मिजाज तो लोगों को परेशानी में डाल ही रहा है, ऐसे में लगातार बढ़ रहा वायु प्रदूषण का दायरा भी अब लोगों के लिए जानलेवा साबित होता दिखाई दे रहा है। दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर बेहद खतरनाक मोड पर है तो वहीं एनसीआर क्षेत्र में शामिल जनपद मुजफ्फरनगर में भी शनिवार को हवा जहरीली बनी नजर आई। शनिवार को तेजी से वायु में प्रदूषण का स्तर बढ़ता दिखाई दिया और दोपहर तक एक्यूआई का पैमाना 388 तक पहुंच गया था। जबकि घने कोहरे के कारण सर्द सुबह में एक्यूआई का स्तर 349 रिकॉर्ड किया गया था।
मुजफ्फरनगर जिला भी वायु प्रदूषण के स्तर को लेकर अब देश की राजधानी दिल्ली के आसपास ही पहुंचने लगा है। मुजफ्फरनगर में ही लगातार वायु प्रदूषण बढ़ने से बीमारी भी पनप रही हैं और स्वास्थ्य के लिए इसे हानिकारक बताया जा रहा है। शनिवार को घने कोहरे के कारण मुजफ्फरनगर की वायु पूरी तरह से जहरीली बनी नजर आई। इसमें घुले प्रदूषण के कारण यहां एक्यूआई 388 रिकॉर्ड किया गया है। दिल्ली में एक्यूआई का स्तर 400 या इससे ज्यादा बना हुआ है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के द्वारा जनपद में वायु प्रदूषण का स्तर कम करने के लिए अनेक प्रकार के बंदोबस्त करने का दावा किया गया है, लेकिन ये तमाम बंदोबस्त हवा हवाई ही साबित हो रहे हैं। बोर्ड के अधिकारी का कहना है कि एंटी स्मोग गन के सहारे पानी का छिड़काव लगातार कराया जा रहा है। कंस्ट्रक्शन वर्क पर रोक लगाई गई, डीजल के जनरेटर भी बंद कराये जा रहे हैं। लेकिन हकीकत में यह सभी कुछ कागजी स्तर पर ही होता नजर आ रहा है। वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंचने के कारण सांस के रोगियों को परेशानी बढ़ रही है, दूसरी ओर आंखों में जलन की शिकायत भी सामने आ रही हैं। वायु प्रदूषण बढ़ने के साथ ही कोहरा भी लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है।