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मुजफ्फरनगर की सबसे लंबी सेना भर्ती सम्पन्न

13 जिलों की अग्निवीर सैन्य भर्ती में बारिश बनी रही खलनायक, सुरक्षा से इंतजाम तक बने कई रिकार्ड, अच्छे कैंडिडेट मिलने से सैन्य अफसर भी प्रसन्न, खराब मौसम के कारण दो दिन बढ़ाने का पड़ा भर्ती रैली का समय, अंतिम दिन गाजियाबाद व मेरठ के छौरों ने दिखाया दम

मुजफ्फरनगर की सबसे लंबी सेना भर्ती सम्पन्न
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मुजफ्फरनगर। जनपद में अग्निपथ योजना में थल सेना की भर्ती रैली बुधवार को खुशगवार मौसम और खिली धूप के बीच सम्पन्न हो गयी। जिले की सबसे लंबी और वेस्ट यूपी की पहली अग्निवीर थल सेना भर्ती के दौरान कई रिकार्ड बने हैं। पहली बार जिले में इतनी लंबी सैन्य भर्ती का आयोजन हुआ है, जिले में यह तीसरी थल सेना भर्ती रही। इस भर्ती के लिए सेना से लेकर जिला पुलिस और प्रशासन के अफसर बेहद सतर्क और अलर्ट रहे। भर्ती के लिए कई प्रकार से विशेष सतर्कता बरती गयी और पहली बार यहां पर दलालों का एक पूरा नेटवर्क पकड़ा गया, तो वहीं बारिश इस भर्ती रैली में खलनायक बनी रही। बारिश के बीच ही युवा अभ्यर्थियों से लेकर सैन्य अफसरों और पुलिस प्रशासन को कठिन परीक्षा से गुजरना पड़ा। बारिश के कारण चार बार भर्ती स्थगित करनी पड़ी और मौसम की खराबी के कारण 21 दिन चलने वाली सैन्य भर्ती परीक्षा 23 दिन तक आयोजित हुई। आज भर्ती पूर्ण होने पर सैन्य अफसरों के साथ ही पुलिस प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है। सैन्य अफसरों ने मुजफ्फरनगर की इस भर्ती रैली में अच्छे कैंडिडेट्स सामने आने पर खुशी जताते हुए मिले सहयोग की सराहना की।


जनपद में केन्द्रीय मंत्री डा. संजीव बालियान के प्रयासों से एआरओ मेरठ के अधीन अग्निपथ योजना में अग्निवीर थल सेना भर्ती रैली का आयोजन कराया गया। यह रैली 20 सितम्बर को शुरू हुई। इसमें मेरठ, मुरादाबाद और सहारनपुर मंडल के 13 जनपदों गौतमबु(नगर, हापुड़, रामपुर, शामली, गाजियाबाद, बिजनौर, बागपत, मुरादाबाद, अमरोहा, सहारनपुर, बुलन्दशहर, मुजफ्फरनगर और मेरठ की 54 तहसीलों के करीब दो लाख अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था। इनमें से प्रतिदिन करीब 6 से 7 हजार अभ्यर्थी जिला मुख्यालय पर पहुंचे थे। सैन्य भर्ती परीक्षा एआरओ मेरठ के निदेशक कर्नल सोमेश जसवाल के निर्देशन में स्थानीय चौ. चरण सिंह स्पोर्ट्स स्टेडियम पर आयोजित कराई गयी। इस दौरान बारिश और खराब मौसम इस सैन्य भर्ती के लिए बड़ी बाधा बना रहा। शामली, गाजियाबाद, मेरठ की भर्ती को बारिश के कारण ही स्थगित करना पड़ा। इसके लिए दो दिन अतिरिक्त बढ़ाने पड़े।


बुधवार को 24 सितम्बर को बारिश के कारण स्थगित की गयी गाजियाबाद जनपद की तहसील सदर गाजियाबाद और मुरादाबाद के साथ ही 10 अक्टूबर को स्थगित हुई मेरठ जनपद की सरधना तहसील के अभ्यर्थियों की भर्ती परीक्षा का आयोजन कराया गया। इनको रात्रि में करीब 11 बजे मैदान पर सेना ने एंट्री दी। भर्ती रैली में भाग लेने के लिए इन दो जनपदों की तीन तहसीलों से करीब 8 हजार अभ्यर्थी यहां पहुंचे थे, हाइट कम होने के कारण करीब 550 अभ्यर्थियों को बाहर किया गया। इसके साथ ही डाक्युमेंटेशन में भी काफी युवा बाहर हुआ। सवेरे समय से ही स्टेडियम में दौड़ का आयोजन कराया गया। इसमें युवाओं ने बेहतर प्रदर्शन किया। कर्नल सोमेश जसवाल ने आज भर्ती में शारीरिक दक्षता परीक्षा सम्पन्न हो जाने पर खुशी जताते हुए कहा कि यहां से अच्छे कैंडिडेट हमको मिले हैं और उन्होंने इस लंबी भर्ती के दौरान आये समस्याओं को संवारने के लिए किये गये प्रयासों में पुलिस प्रशासन और अन्य लोगों के सहयोग पर आभार जताया।

15 अक्टूबर तक चलेगा नुमाइश मैदान पर मेडिकल


सैन्य भर्ती में शारीरिक दक्षता परीक्षा बुधवार को सम्पन्न होने के बाद अब मेडिकल टेस्ट का काम तेजी से निपटाये जाने की तैयारी है। यह काम 15 अक्टूबर तक चलेगा। मेडिकल में ज्यादातर टेस्ट में फिट ही मिले हैं और उनको हाथों हाथ नवम्बर मध्य में मेरठ में होने वाले सीईई ;लिखित परीक्षाद्ध के लिए सैन्य अफसरों ने कार्ड प्रदान कर दिये है, जो मेडिकल टेस्ट में कुछ इश्यु को लेकर अनफिट करार दिये गये है, उनको हॉस्पिटल में मेडिकल कराने के बाद फिट प्रमाण पत्र के साथ एआरओ मेरठ आने को कहा गया है, वहीं पर सीईई कार्ड मिलेंगे।

पहली बार थल सेना भर्ती के लिए हुई ये खास व्यवस्थाएं


इस थल सेना भर्ती के लिए कई चीजें खास रहीं हैं। साल 2015 और 2017 के बाद जनपद में यह तीसरी थल सेना भर्ती है। 2018 में सेना भर्ती मुजफ्फरनगर में कराने की तैयारी थी, लेकिन ऐन वक्त में इसका स्थल जनपद सहारनपुर कर दिया गया था। इस बार सैन्य भर्ती में पहली बार मेरठ रोड को बंद किया गया। पहली बार 13 जिलों की भर्ती कराई गयी। पहले 7-7 जिलों की भर्ती हुई। पहली बार भर्ती प्रक्रिया 23 दिन चली। पहले 7 से 8 दिन की रही। पहली बार मीडिया पर भी पाबंदी लगाई गयी। वेस्ट यूपी की यह पहली अग्निपथ भर्ती रही। पहली बार सुरक्षा के कड़े प्रबंध, यातायात डायवर्जन और जोन सैक्टर स्कीम लागू की गयी। पहली बार पीएसी बल तैनात किया गया। पहली बार सेना भर्ती में दलालों की सक्रियता बड़े पैमाने पर पकड़ी गयी।

आर्मी इंटेलिजेंस ने पकड़ा शातिर दलालों का मकड़जाल


मुजफ्फरनगर में चली सेना की अग्निवीर भर्ती में सेंध लगाने की कोशिश का भंडफोड भी सनसनीखेज अंदाज में हुआ। रुपये लेकर अग्निवीर सैनिक के पद पर भर्ती कराने के नाम पर युवाओं से फर्जीवाड़ा करने वाले सेना के एक हैड कांस्टेबल सहित कुल 7 आरोपी पकड़े गये। इनमें कई अभ्यर्थी भी शामिल रहे हैं। आर्मी इंटेलीजेंस की मेरठ इकाई और स्थानीय पुलिस के प्रयास से 6 लोगों को जिले में दबोचा गया, जबकि रुपये लेकर अग्निवीर भर्ती कराने का झांसा देने के आरोप में सेना का एक जवान एसटीएफ मेरठ के हत्थे चढ़ा।

मुजफ्फरनगर ने युवाओं की सेवा कर दिखाई मुहब्बत


पहली बार यहां पर आने वाले युवाओं के ठहरने और उनके भोजन आदि के लिए बड़े पैमाने पर प्रबंध किया गया। केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान की पहल पर उद्यमी सतीश गोयल, राकेश बिन्दल आदि ने वेदांता फार्म में लम्बा भंडारा चलाया तो भाकियू, रालोद ने अपने कार्यालयों पर युवाओं के लिए भोजन पानी और विश्राम के इंतजाम किये। वहीं गुर्जर सदभावना हॉस्टल में भी प्रबंध रहे और लोगों ने अपनी सेवा से दिखाया कि मुजफ्फरनगर वाकई मुहब्बतनगर है।

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