जयंत बोले-जो चरण सिंह के नाम पर वोट मांगते रहे, भारत रत्न मिलने से खुश नहीं
रालोद अध्यक्ष जयंत सिंह ने कहा कि मैं पलटा नहीं, पटखनी देकर किसान हित को चुना
मुजफ्फरनगर। रालोद अध्यक्ष जयंत सिंह ने कहा कि चौधरी अजित सिंह अपने जीवन में आखिरी बार मुजफ्फरनगर ही आए थे। वह चाहते थे कि गरीबों का सम्मान हो और उनका कल्याण हो। उन्होंने कहा कि जो लोग उस समय वोट लेने के लिए चौधरी चरण सिंह का नाम लेते थे, लेकिन भारत रत्न मिलने पर खुशी नहीं जताई। उन्होंने जनता को संदेश देते हुए कहा कि यहां पर पहले चरण में चुनाव है कोई कसर मत छोड़ देना। जयंत ने विपक्ष को कमजोर बताते हुए कहा कि इस चुनाव में भाजपा गठबंधन के सामने किसी की कोई टक्कर नहीं बची है।
उन्होंने सपा से अलग होने पर उठ रहे सवालों और उन पर वादे से पलटने के लग रहे आरोपों की भी जनता के सामने पहली बार सफाई पेश की। जयंत ने ऐसे आरोप लगाने वालों पर पलटवार करते हुए कहा कि मैं पलटा नहीं हूं, इसे पटखनी मारना कहते हैं। उन्होंने 2024 की केन्द्र सरकार के प्रति विश्वास जताते हुए कहा कि आने वाली यह नई सरकार किसानों के हित के लिए बड़े फैसले लेगी। जो सरकार चौधरी चरण सिंह को सम्मान दे रही है, उस सरकार में किसानों का भी सम्मान है।
विपक्ष में रहे तो बहुत कष्ट उठाये हैं, बहुत संघर्ष किया है। हमारे पांव ने बहुत कष्ट उठाये, तो सही है ये पांव सही मार्ग पर तो आये। दिल्ली जाने का रास्ता मुजफ्फरनगर ही तय करता है, अगर आप लोग किसानों की लड़ाई को और मेरे संघर्ष को मजबूती देना चाहते हो तो दिल्ली जाने वाले इस रास्ते को मजबूती से पकड़ना होगा और इसके लिए यहां से संजीव बालियान की जीत जरूरी है। लोकदल के कार्यकर्ताओं को बड़ा दिल दिखाना होगा। हमारे रास्ते और राह एक ही है। अगर आप चौधरी चरण सिंह के विचारों को आगे ले जाना चाहते हो, अगर चौधरी अजित सिंह के अधूरे कार्यों को पूरा करना चाहते हो तो इस सीट से गठबंधन प्रत्याशी को बड़े अंतर से जिताने का काम करना होगा।