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अब चित्रकूट सुलगाः गैंगरेप की शिकार दलित किशोरी ने की आत्महत्या, दो पुलिसकर्मी निलंबित

चित्रकूट में गैंगरेप से क्षुब्ध होकर दलित किशोरी द्वारा मंगलवार की सुबह फांसी लगा कर आत्महत्या के बाद आक्रोश बढ रहा है। परिवार ने पुलिस पर तमाम आरोप लगाते हुए आरोपितों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग को लेकर विरोध जताया। बुधवार सुबह बसपा-कांग्रेस और कई संगठनों के लोगों के पहुंचने से यहां गतिविधियां बढ़ गई।

अब चित्रकूट सुलगाः गैंगरेप की शिकार दलित किशोरी ने की आत्महत्या, दो पुलिसकर्मी निलंबित
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चित्रकूट। हाथरस के बाद अब चित्रकूट में गैंगरेप से क्षुब्ध होकर दलित किशोरी द्वारा मंगलवार की सुबह फांसी लगा कर आत्महत्या के बाद आक्रोश बढ रहा है। परिवार ने पुलिस पर तमाम आरोप लगाते हुए आरोपितों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग को लेकर विरोध जताया। बुधवार सुबह बसपा-कांग्रेस और कई संगठनों के लोगों के पहुंचने से यहां गतिविधियां बढ़ गई। तनाव बढ़ने के बाद पुलिस ने गांव जाने वाले सारे रास्ते बंद कर दिए और लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी। एसएसपी ने इस मामले में इंपेक्टर कर्वी जयशंकर प्रसाद और सरैंया चैकी प्रभारी अनिल साहू को लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया गया।

बताया गया है कि 8 अक्टूबर को गांव का लड़का किशन उपाध्याय युवती को फुसलाकर ले गया था। गांव के बाहर किशन और उसके दो साथियों ने उसके हाथ बांध कर उसके साथ दुष्कर्म किया। मां के लौटने पर बेटी घर को खोजा गया तो वह एक नर्सरी में मिली जहां उसके हाथ-पैर बंधे हुए थे। परिजनों का आरोप है कि मामले की जानकारी तत्काल चैकी पुलिस को दी गई लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। दूसरी ओर पुलिस ने परिजनों से तहरीर मांगे जाने पर भी परिवार पर कुछ लिखकर नहीं देने का आरोप लगाया है। मामले को लेकर मंगलवार सुबह किशोरी के फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिवार ने सगांव के किशन और उसको दो अज्ञात साथियों पर गैंगरेप का आरोप लगाते हुए कहा कि इसी से क्षुब्ध होकर उसने फांसी लगाई। मामला बढने के बाद पुलिस ने पहुंचकर किशोरी का पोस्टमार्टम कराया और किशन उपाध्याय को नामजद करते हुए तीन युवकों के खिलाफ रेप व हत्या के लिए उकसाने और की रिपोर्ट दर्ज की। बुधवार सुबह मामले की खबर फैलने के बाद गांव में बसपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता और फिर कुछ संगठनों के लोग पहुंच गए। इसके बाद भीड़ और तनाव बढ़ता देख पुलिस सतर्क हो गई। मामले की जानकारी पर डीआईजी बांदा समेत तमाम पुलिस अफसर गांव पहुंच गए और पीडित परिवार से पूछताछ की। गांव की तरफ जाने वाले रास्तों पर पुलिस ने लोगों का प्रवेश रोक दिया है।

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