undefined

MUZAFFARNAGAR-अब कूड़े से कमाई करेगी नगरपालिका

एमआरएफ सेंटर को ठेके पर देने की कवायद, शहरी क्षेत्र से प्रतिदिन निकल रहा 250 टन कूड़ा बढ़ायेगा पालिका की आय, ठेकेदार फर्म पालिका को देगी आधी कमाई

MUZAFFARNAGAR-अब कूड़े से कमाई करेगी नगरपालिका
X

मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् की ओर से अब कूड़े से भी कमाई करने का फुल पु्रफ प्लान तैयार किया गया है। इसके तहत शहर से प्रतिदिन निकलने वाले कूड़े-करकट की छंटनी कराने के बाद शेष बचे कूड़े का निस्तारण होगा और उससे निकलने वाली उपयोगी चीजों को बेचकर आर्थिक लाभ अर्जित की जायेगी। इसके लिए नगरपालिका जल्द ही अपने एमआरएफ सेंटर को सोलिड वेस्ट ट्रांसफर सेंटर के रूप में विकसित करने जा रही है। इसको ठेके पर संचालित कराया जायेगा और कूड़े से होने वाली कमाई में से आधी रकम ठेकेदार फर्म पालिका को अदा करने का काम करेगी।

नगरपालिका परिषद् के द्वारा शहर को कूड़ा और गन्दगी से निजात दिलाने के लिए बड़ी योजना के साथ काम किया जा रहा है। पालिका चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप के द्वारा इसके लिए डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए दिल्ली की कंपनी एमआईटूसी सिक्योरिटी एण्ड फेसिलिटी प्रा. लि. के साथ करार करते हुए कूड़ा निस्तारण का कार्य कराया जा रहा है। इसका परिणाम यह हुआ कि शहर में गन्दगी का साम्राज्य स्थापित करने वाले कई बड़े कूड़ा डलावघरों की समस्या से जनता को निजात मिली और कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था में सुधार हुआ। चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप शहर के सभी कूड़ा डलावघरों को बंद कराने की योजना पर भी काम कर रही हैं। अभी तक करीब 13 कूड़ा डलावघर बंद कराये जा चुके हैं।

इसी कड़ी के दूसरे चरण में अब कूड़े से कमाई करने की योजना पर काम शुरू किया गया है। नगर पालिका परिषद् के द्वारा रुड़की चुंगी के पास अपना एमआरएफ सेंटर बनवाया गया है। इसका जल्द से जल्द चालू कराये जाने की कवायद है। इसमें भवन निर्माण के उपरांत अब मशीनरी स्थापित कराने की कार्यवाही चल रही है। इसके लिए टैण्डर हो गया था, इसमें 16 लाख 97 हजार 600 रुपये की लागत से चार मशीनें स्थापित करने के लिए ठेकेदार फर्म ने काम भी शुरू कर दिया है। करीब एक माह में इन मशीनों की स्थापना के साथ ही इनकी रनिंग का कार्य प्रारम्भ करा दिया जायेगा। इसके बाद एमआरएफ सेंटर को ठेके पर देकर सोलिड वेस्ट सेग्रीकेशन का कार्य प्रारम्भ होगा। पालिका चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने बताया कि हम शहर से निकलने वाले कूड़े को अब पालिका की आय बढ़ाने का स्रोत बनाने के लिए प्रयासरत हैं। इसमें एमआरएफ सेंटर को ठेके पर देकर यहां सोलिड वेस्ट सेग्रीकेशन कार्य कराकर कूड़े का उचित निस्तारण कराने के साथ ही इससे निकलने वाली उपयोगी चीजों को बेचा जायेगा। यह योजना सही साबित हुई तो आने वाले दिनों में शहर में कूड़ा और गन्दगी नजर नहीं आयेगी। इसका उचित निस्तारण होने के साथ ही कूड़े से पालिका की आय में भी इजाफा होगा।

पालिका ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह का कहना है कि एमआरएफ सेंटर बनाने का उद्देश्य ही यही है कि घरों और अन्य स्रोतों से निकलने वाले कूड़े का पृथ्कीकरण करते हुए सोलिड वेस्ट को डम्पिंग ग्राउंड में निस्तारित किया जाये। इसके लिए हम जल्द ही अपना पहला एमआरएफ सेंटर संचालित करने के लिए तैयार हैं। ठेकेदार फर्म द्वारा सेंटर पर मशीनों को लगाने का कार्य किया जा रहा है। इसके बाद एमआरएफ सेंटर को ठेके पर दिया जायेगा। ठेकेदार फर्म के साथ पालिका एक एग्रीमेंट करेगी, जिसके अनुसार शहर से निकलने वाला सारा कूड़ा सेंटर पर पहुंचाया जायेगा और वहां मशीनों तथा मैन पॉवर के सहारे वेस्ट का सेग्रीकेशन कराते हुए अलग अलग किया जायेगा। इसमें ठेकेदार फर्म कूड़े से होने वाली कमाई का आधा अपने लाभ के रूप में रखेगी और आधा पालिका को अदा करने का काम किया जायेगा। उन्होंने बताया कि शहर के तमाम कूड़ा डलावघर बंद कराये जाने की योजना पर भी हम चेयरपर्सन के मार्गदर्शन में काम कर रहे हैं।

अभी पालिका के साथ अनुबंध के आधार पर कूड़ा निस्तारण का कार्य कर रही एमआईटूसी कंपनी के परियोजना प्रबंधक पुष्पराज सिंह का कहना है कि वर्तमान में शहरी क्षेत्र से करीब 250 टन प्रतिदिन कूड़ा निकल रहा है। यह कूड़ा छोटी गाड़ियों के माध्यम से कंपनी के मखियाली कूड़ा ट्रांसफर सेंटर तक पहुंचाया जाता है, जहां से रात्रि के समय डम्फर और कॉम्पेक्टर के माध्यम से कूड़ा डम्पिंग ग्राउंड किदवईनगर ले जाकर डम्प किया जा रहा है। कंपनी के सेकेण्ड्री प्वाइंट इंचार्ज कुलदीप सिंह का कहना है कि करीब 250 टन कूड़ा प्रतिदिन निस्तारित करने के लिए कंपनी के द्वारा 31 डम्पर और सात कॉम्पेक्टर लगाये गये हैं। अभी कूड़ा डलावघर बंद करने में सफाई कर्मियों की ओर से सहयोग नहीं मिलने के कारण बाधा उत्पन्न हो रही है।

Next Story