बुढ़ाना में पुलिस-प्रशासन ने निष्पक्ष रहकर विश्वास जीताः हरेन्द्र मलिक
घटना के बाद ही बुढ़ाना कस्बे के लोगों ने शांति व्यवस्था स्थापित करने के लिए पुलिस को जो सहयोग दिया, उससे ही बुढ़ाना में अमन लौट पाया है।
मुजफ्फरनगर। कवाल कांड के दौरान धारा 144 के उल्लंघन के मामले में सोमवार को कोर्ट में तारीख की पेशी पर पहुंचे सपा महासचिव एवं सांसद हरेन्द्र मलिक ने कहा कि बुढ़ाना में जो घटना घटित हुई वो दुखद है, लेकिन जिस प्रकार से जिले के अफसरों ने निष्पक्ष रहते हुए बिना किसी के दबाव में कार्यवाही करते हुए शांति बहाली के लिए त्वरित कदम उठाये वो सराहनीय है।
बुढ़ाना में जो कुछ भी हुआ वो दुर्भाग्यपूर्ण है, ऐसे में सबसे पहले मेरी जिम्मेदारी जिले को शांत रखने की है। वहां पर जो कुछ भी हुआ वो दुखद हुआ है। इस घटना में जिस प्रकार से जिले के अफसरों ने स्थिति को कंट्रोल करने के लिए जो सजगता और निष्पक्षता दिखाई, उसके लिए वो प्रशंसनीय है। घटना के बाद ही बुढ़ाना कस्बे के लोगों ने शांति व्यवस्था स्थापित करने के लिए पुलिस को जो सहयोग दिया, उससे ही बुढ़ाना में अमन लौट पाया है। जिले की जनता ने मुझे अमन और चैन स्थापित कराने के लिए वोट देकर चुना है।
बुढ़ाना के नगरवासियों ने किसी को मध्यस्थ बनाये बिना ही वहां पर स्थिति को संभालने के लिए पुलिस और प्रशासन के अफसरों के साथ मिलकर काम किया है। बुढ़ाना में आज शांति है और इससे ज्यादा वो इस मामले में कुछ नहीं कह पायेंगे। उन्होंने मीरापुर उपचुनाव को लेकर कहा कि सर्वसमाज के हित के लिए सपा ने हमेशा काम किया है। इस सीट को भी सपा प्रत्याशी गठबंधन के साथ मिलकर जीतने का काम करेगी। बसपा-आसपा और औवेसी ने यहां पर मुस्लिम प्रत्याशी उतारा है, ऐसे में चार मुस्लिम प्रत्याशी होने पर सांसद हरेन्द्र मलिक ने कहा कि राजनीति में हिन्दू-मुस्लिम नहीं चलता है, काम के बल पर जनता अपना वोट देकर जनप्रतिनिधि चुनती है। ऐसे में मीरापुर उपचुनाव में भी जनता के समर्थन से सपा चुनाव जीत रही है।