undefined

MUZAFFARNAGAR-मक्खी और गन्दगी देखकर नाराज हुए रजनीश दूबे

राजस्व परिषद् के अध्यक्ष ने कलेक्ट्रेट का किया निरीक्षण, खामियों को देखकर गुस्सा जताया तो कर्मचारियों को समझाया भी, राजस्व विभाग की समीक्षा बैठक में दिये दिशा निर्देश, मीडिया को निरीक्षण और बैठक से रखा गया दूर

MUZAFFARNAGAR-मक्खी और गन्दगी देखकर नाराज हुए रजनीश दूबे
X

मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद के अध्यक्ष रजनीश दुबे मंगलवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे निरीक्षण के लिए मुजफ्फरनगर कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां उन्होंने राजस्व से संबंधित कार्यालयों के साथ ही पूरे कलेक्ट्रेट परिसर का निरीक्षण किया। माल खाने के सदर भवन और ई ऑफिस व्यवस्था का लोकार्पण करने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरुक करते हुए उनके द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में कदम का पेड़ लगाया गया। अभिलेखागार का निरीक्षण करते हुए राजस्व रिकार्ड के रखरखाव को परखा और साफ सफाई से लेकर प्रशासनिक कामकाज तक हर पहलू का जायजा लेते हुए उन्होंने कलेक्ट्रेट कर्मचारियों की सूझबूझ का भी खूब इम्तिहान लिया। इस दौरान छोटी मोटी खामियों को लेकर वो नाराज भी दिखे और डीएम के साथ ही कर्मचारियों को भी इनके लिए निर्देशित किया। इस दौरान सुरक्षा बंदोबस्त भी सख्त नजर आये। मीडिया को निरीक्षण के साथ ही समीक्षा बैठक से भी दूर रखा गया।


आजादी के बाद पहली बार उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद् के अध्यक्ष का जिले में दौरा हुआ। परिषद् के अ ध्यक्ष रजनीश दूबे के इस दौरे के लिए कई दिनों से कलेक्ट्रेट में तैयारी चल रही थी। उनके निरीक्षण के कारण कार्यालयों की दशा तो सुधरी ही, पूराना सड़ता रिकार्ड भी दुरुस्त कर दिया गया था। आज जब राजस्व परिषद् के अध्यक्ष निरीक्षण के लिए कलेक्ट्रेट पहुुंचे तो नजारा कुछ बदला सा नजर आया। कर्मचारियों से लेकर उनकी मेज कुर्सी और अलमारियों में रखा रिकार्ड भी चकाचक दिखाई दे रहा था। यहां पहुंचने पर राजस्व परिषद् के अध्यक्ष को गार्द ऑफ ऑनर दिया गया।


इससे पूर्व जनपद में राजस्व परिषद के अध्यक्ष रजनीश दुबे का कलेक्ट्रेट में मंडलायुक्त )षिकेश भास्कर, डीएम अरविंद मल्लपा बंगारी व एडीएम प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह, एडीएम फाइनेंस गजेंद्र सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप, एसडीएम सदर निकिता शर्मा, एसडीएम खतौली अपूर्वा यादव, एसडीएम बुढ़ाना संजय सिंह, एसडीएम जानसठ सुबोध कुमार, एसडीएम मुख्यालय मोनालिसा जौहरी, बुढ़ाना तहसीलदार श्र(ा गुप्ता के साथ सभी प्रशासनिक अधिकारियों ने फूलों का बुके देकर स्वागत किया। कलेक्ट्रेट परिसर का निरीक्षण के उपरांत उन्होंने जिला पंचायत सभागार में राजस्व विभाग के कार्यों की समीक्षा भी की।

कैंटीन में मक्खियों की भरमार, गन्दगी देख जताई नाराजगी, शौचालय बनवाने के निर्देश

मुजफ्फरनगर। आजादी के बाद पहली बार मुजफ्फरनगर कलेक्ट्रेट के दौरे पर आये राजस्व परिषद् के अध्यक्ष रजनीश दूबे कैंटीन और शौचालय की दुर्दशा और गन्दगी देखकर नाराज नजर आये। उन्होंने कैंटीन में स्वच्छता के अभाव और वहां पर मक्खियों के प्रकोप को देखकर भी टिप्पणी की। अधिवक्ताओं ने कैंटीन के शौचालय की दुर्दशा की शिकायत रखी तो उसे तोड़कर नया शौचालय बनवाने के निर्देश देने के साथ ही नगरपालिका को कर्तव्य बोध भी याद दिलाने का काम किया। इस दौरान उन्होंने माल खाना सदर भवन के साथ ही ई ऑफिस व्यवस्था का भी लोकार्पण किया।


कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित चक्रपाणी भोजनालय के नाम से ठेके पर कैंटीन चलाई जाती है। यहां पर कलेक्ट्रेट कर्मचारी, फरियादी, अधिवक्ता और वादकारियों के द्वारा जलपान किया जाता है। मंगलवार को निरीक्षण पर आये राजस्व परिषद् के अध्यक्ष रजनीश दुबे इस कैंटीन में भी पहुंचे तो वहां पर गन्दगी और स्वच्छता का अभाव देखकर नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा कि यहां पर मक्खियां बहुत हैं, इसी बीच कुछ अधिवक्ताओं ने कैंटीन के शौचालय में गंदगी की समस्या उठाते हुए कहा कि इसके कारण उनके चैम्बर तक भी बदबू पहुंचती है। शौचालय का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि वो इसको तुड़वाकर नया शौचालय निर्मित करायें। साथ ही कहा कि यहां पर सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी नगरपालिका को उठानी चाहिए।

कहीं हंसे तो कहीं पर फटकार लगाई, डीएम और कमिश्नर के हाथ में कलम-कॉपी नजर आई


मुजफ्फरनगर। राजस्व परिषद् के अध्यक्ष रजनीश दूबे के मंगलवार को कलेक्ट्रेट निरीक्षण के दौरान कई रूप देखने को मिले। वो कलेक्ट्रेट परिसर और कार्यालयों का निरीक्षण करने के दौरान अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ कभी हंसे और मुस्कुराए तो कहीं पर उन्होंने डांट और फटकार लगाने का भी काम किया। उनके दौरे की गंभीरता को इसी बात से समझा जा सकता है कि उनके साथ चल रहे कमिश्नर हृषिकेश भास्कर यशोद और जिलाधिकारी अरविन्द मल्लप्पा बंगारी के हाथों में कलम और कॉपी नजर आये।


राजस्व परिषद् के अध्यक्ष द्वारा निरीक्षण के दौरान खामियों को लेकर जो जो दिशा निर्देश दिये जाते रहे, वो कमिश्नर और डीएम खुद अपने हाथों से अपनी डायरियों में दर्ज करते हुई दिखाई दिये, हालांकि दूसरे अधिकारी और कर्मचारी भी इन दिशा निर्देशों को बिन्दूवार नोट कर रहे थे, लेकिन डीएम और कमिश्नर के द्वारा हाथ में कॉपी और कलम देखकर लोग भी चर्चा करते रहे।

फरियादियों की उमड़ी भीड़, रोकने के लिए अफसरों के छूटे पसीने

मुजफ्फरनगर। मंगलवार को राजस्व परिषद् के अध्यक्ष रजनीश दूबे का निरीक्षण होने की खबर से फरियादी पूरे जिले से जिला कलेक्ट्रेट में उमड़े रहे। हालांकि लोगों की भीड़ को कलेक्ट्रेट परिसर तक पहुंचने के लिए प्रकाश चौक, सदर बाजार और सिविल लाइन की ओर वाले कचहरी के तीनों गेट पर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किये गये थे, लेकिन इसके बावजूद भी फरियादियों की भीड़ कलेक्ट्रेट परिसर में उमड़ पड़ी।


ज्ञापन देने के लिए ऐसी आपाधापी और होड़ मची थी कि तमाम व्यवस्था और सुरक्षा बंदोबस्त नाकाफी साबित हुए। कमिश्नर, डीएम और तमाम प्रशासनिक अधिकारियों की फौज के बावजूद फरियादियों में राजस्व परिषद् के अध्यक्ष के हाथों तक अपना ज्ञापन पहुंचाने की आपाधापी मची रही। हालांकि इन लोगों की भीड़ को थामने के लिए नगर मजिस्ट्रेट विकास कश्यप, एसडीएम खतौली अपूर्वा यादव, एसडीएम मुख्यालय मोनालिसा जौहरी फरियादियों को राजस्व परिषद् के अध्यक्ष तक पहुंचने से रोकते रहे। मोरना के पिंटू पुत्र रतिराम भी अपने परिजनों और वाल्मीकि समाज के नेता चमन लाल ढिंगान के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। पिंटू ने अपने भाई बिट्टू वाल्मीकि की मौत की निष्पक्ष जांच कराये जाने की मांग करते हुए प्रार्थन पत्र देने का प्रयास किया, लेकिन एसडीएम मोनालिसा ने उनको राजस्व परिषद् के अध्यक्ष तक पहुंचने नहीं दिया और खुद उनका ज्ञापन प्राप्त किया। इसी प्रकार राधेश कुमार पप्पू ने भी ज्ञापन दिया।

पालिका सभासदों ने उठाया सीमा विस्तार की भूमि न मिलने का मुद्दा

मुजफ्फरनगर नगरपालिका परिषद् के सभासदों राजीव शर्मा, मनोज वर्मा, मौहम्मद खालिद, प्रशांत गौतम, नवनीत गुप्ता ने राजस्व परिषद् के अध्यक्ष रजनीश दूबे से मिलकर उनको पालिका में लिपिकों के द्वारा किये जा रहे कथित भ्रष्टाचार और सीमा विस्तार के तहत शामिल 11 गांवों से सरकारी भूमि को पालिका मे हस्तांतरित नहीं किये जाने का मामला उठाते हुए कार्यवाही की मांग की है। सभासदों ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट में राजस्व परिषद् के अध्यक्ष रजनीश दूबे को अलग अलग ज्ञापन दिये। सभासद राजीव शर्मा और मौहम्मद खालिद ने बताया कि इसमें पालिका में निर्माण कार्यों के टैण्डर में फर्जी एफडीआर लगाने, कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका कार्यालयों से गायब होने, वित्तीय अनियमितता बरते जाने के मामले में शिकायत के बावजूद भी कार्यवाही नहीं होने का प्रकरण उठाते हुए इन मामलों में एसआईटी का गठन करते हुए निष्पक्ष जांच कराये जाने की मांग की है।

Next Story