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मोदी सरकार के खिलाफ ट्रैक्टर और तिरंगा लेकर निकले राकेश टिकैत

भाकियू की टैªक्टर तिरंगा यात्रा से शहर हुआ जाम, टिकैत ने सरकार पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप, कहा-सरकार की साजिश से हारी विनेश फोगाट

मोदी सरकार के खिलाफ ट्रैक्टर और तिरंगा लेकर निकले राकेश टिकैत
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मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन के शीर्ष नेतृत्व के आह्नान पर अगस्त क्रांति के दिन केन्द्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए जिले के सभी ब्लॉक से भारी संख्या में किसान ट्रैक्टर तिरंगा मार्च में शामिल हुए। भाकियू के इस प्रदर्शन में गांव गांव से किसानों का सैलाब ट्रैक्टर और तिरंगा लेकर मुख्यालय की सड़कों पर उमड़ता नजर आया। इस ट्रैक्टर तिरंगा मार्च के कारण शहर का यातायात ठप होकर रह गया। कई घंटों तक शहर की सड़कों पर किसानों के ट्रैक्टरों का कब्जा रहा। इस कारण यातायात व्यवस्था सुचारू करने में पुलिस कर्मियों को पसीना पसीना होना पड़ा। इस प्रदर्शन का नेतृत्व भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत ने किया। उन्होंने इस दौरान पेरिस ओलम्पिक में कुश्ती के फाइनल मुकाबले से अयोग्य की गयी भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगोट के प्रकरण को पुरजोर तरीके से उठाते हुए केन्द्र सरकार की नीति और नीयत को संदेह के दायरे में खड़ा करते हुए ऐलान किया कि भारत लौटने पर मुजफ्फरनगर में विनेश फोगाट का किसान पंचाायत में सम्मान किया जायेगा।


भारतीय किसान यूनियन के शीर्ष नेतृत्व द्वारा नौ अगस्त को केन्द्र सरकार के खिलाफ विभिन्न मांगों को लेकर प्रदेशव्यापी ट्रैक्टर तिरंगा मार्च का ऐलान किया था। इसको लेकर आज सवेरे से ही जिला मुख्यालय पर हलचल नजर आई। सुबह दस बजे से ही गांवों से ट्रैक्टरों पर सवार और हाथों में तिरंगा लेकर किसानों का काफिला शहर में प्रवेश करने लगा था। सभी किसान अपने वाहनों से सरकूलर रोड स्थित जीआईसी मैदान पर एकत्र हुए। यहां दोपहर बाद भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत भी किसानों के भारी हुजूम और ट्रैक्टरों के लम्बे काफिले के साथ तिरंगा मार्च का नेतृत्व करने के लिए पहुंचे। यहां जीआईसी मैदान पहुंचने पर यूनियन के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ ही आम किसानों ने भी उनको भरपूर स्वागत किया।जीआईसी मैदान से शुरू हुआ भाकियू का ट्रैक्टर तिरंगा मार्च सरकूलर रोड, सूजडू चुुंगी, डीएम आवास, मेरठ रोड, मीनाक्षी चौक, शिव चौक, झांसी की रानी, कोर्ट रोड होते हुए प्रकाश चौक पर पहुंची और यहां पर प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन सौंपने के बाद यह ट्रैक्टर तिरंगा मार्च प्रकाश चौक से महावीर चौक होते हुए वापस जीआईसी मैदान पर आकर समाप्त हुआ।


इस दौरान राकेश टिकैत ने किसानों से एकजुटता के साथ ट्रैक्टर तिरंगा मार्च में शामिल होने का आह्नान करते हुए कहा कि संघर्ष से ही हम अपनी खेती और किसानी बचा सकते हैं। अगर बिखरे तो हमारा उत्पीड़न सरकारें करती रहेंगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली आंदोलन के दौरान केन्द्र सरकार ने संयुक्त किसान मोर्चा की कमेटी के साथ जो वादा किया था, उनको पूरा करने का काम कभी नहीं किया गया। आज भी किसानों की अनदेखी हो रही है। किसान आंदोलन के दौरान जिन किसानों की मौत हुई, उनको शहीद का दर्जा दिये जाने की हमारी मांग ठुकराई जा रही है। इसके साथ ही किसानों पर आंदोलन के दौरान दर्ज किये गये मुकदमों को वापस नहीं लिया जा रहा है। एमएसपी पर गारंटी कानून बनाने के लिए कोई कमेटी नहीं बनाई गई और न ही कभी किसान नेताओं को वार्ता के लिए बुलाया गया। इससे साफ है कि केन्द्र सरकार किसानों के हितों को लेकर लापरवाह है, किसानों की कोई भी चिंता इस सरकार को नहीं है।


हमारा टकराव सरकार से नहीं है, हम किसानों के हित के लिए काम चाहते हैं। आज किसानों की भूमि को पूंजीवादी नीति के कारण छीनने के लिए पॉलिसी बनाई जा रही है। इससे न खेती बचेगी और न ही किसान बचेगा। इस प्रदर्शन के दौरान राकेश टिकैत ने पेरिस ओलम्पिक में महिला कुश्ती के फाइनल मुकाबले में अयोग्य करार दी गई विनेश फोगाट का प्रकरण भी जमकर उठाते हुए केन्द्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विनेश फोगाट ने अखाड़े में अपनी प्रतिभा का साबित किया, वो गोल्ड मेडल की हकदार थी, लेकिन भारत सरकार की साजिश के कारण उसको अखाड़े में उतरने से पहले ही राजनीतिक शिकार बनाकर हरा दिया गया। उन्होंने कहा कि हम विनेश फोगाट के लिए संघर्ष करेंगे।


आरोप लगाया कि उसके खिलाफ भारत सरकार से लेकर ओलम्पिक में गये स्टाफ तक के लोगों ने साजिश की है। इसका पर्दाफाश होना जरूरी है। इससे देश के लोगों को गहरा आघात पहुंचा है। उन्होंने कहा कि भारत लौटने पर हम इसी जीआईसी के मैदान में एक बड़ी पंचायत में विनेश फोगाट का स्वागत करेंगे। उन्होंने कहा कि आज इस प्रदर्शन के सहारे में केन्द्र सरकार से मांग करते हैं कि नौ अगस्त के दिन को राष्ट्रीय क्रांति दिवस घोषित किया जाये। एमएसपी पर गारंटी कानून बनाया जाये, जो भी वादे सरकार ने दिल्ली आंदोलन के दौरान किये उनको पूरा करने की कार्यवाही जल्द से जल्द की जाये। भाकियू की तिरंगा ट्रैक्टर मार्च में मुख्य रूप से राकेश टिकैत के साथ राष्ट्रीय महासचिव ओमपाल मलिक, प्रदेश महासचिव जहीर फारूकी, प्रदेश महासचिव धीरज लाटियान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सचिव श्यामपाल चेयरमैन, मंडल अध्यक्ष नवीन राठी, युवा मण्डल अध्यक्ष विकास शर्मा, जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा, नीरज पहलवान, नगराध्यक्ष गुलबहार राव, पूर्व जिला प्रभारी मेरठ अशोक कुमार घटायन, युवा जिलाध्यक्ष कपिल सोम सहित सैंकड़ो किसान शामिल रहे।

जहां पर प्रशासन ने रोके किसानों के ट्रैक्टर, वहां होगा धरनाः राकेश टिकैत

मुजफ्फरनगर। भाकियू के ट्रैक्टर तिरंगा मार्च के दौरान प्रदेश के कई जनपदों में जिला पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों पर जबरन किसानों को रोकने के आरोप लगाते हुए राकेश टिकैत ने ऐलान किया कि ऐसे जनपदों में डीएम कार्यालय का घेराव करते हुए धरना दिया जायेगा। शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर ट्रैक्टर तिरंगा मार्च का नेतृत्व कर रहे भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत ने कहा कि हुकुमत के इशारे पर प्रदेश में कई जनपदों में अफसर किसानों को नजरबंद और रोकते हुए ट्रैक्टर तिरंगा मार्च को विफल करने में लगे रहे। उन्होंने ऐलान करते हुए कहा कि जहां पर भी ट्रैक्टरों को रोका गया, वहां के जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव करते हुए किसान धरना देंगे।


उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि आज प्रदेशव्यापी आंदोलन के दौरान फर्रुखाबाद, गाजियाबाद, मैनपुरी और एटा में ट्रैक्टर रोके गए। राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार भविष्य में धरना प्रदर्शन करने ही नहीं देगी। यह आजादी छीनना चाहते हैं। राकेश टिकैत के ऐलान के बाद भाकियू के शीर्ष नेतृत्व की ओर से ऐसे जिलों के लिए आदेश भी तुरंत ही जारी कर दिया गया। इसमें उत्तर प्रदेश के समस्त जनपदों में आसीन पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए निर्देशित किया गया कि आज आयोजित होने वाले ट्रैक्टर तिरंगा मार्च में स्थानीय पुलिस के द्वारा किसी भी पदाधिकारी या कार्यकर्ता को नजरबंद या रोका जाएगा, उन जिलों में अफसरों के जाने के बाद जिलाधिकारी कार्यालय जाकर किसानों के साथ यूनियन के पदाधिकारी अगले 72 घंटों तक धरना-प्रदर्शन करेगा। इसके लिए ऐसे जिलों के जिलाध्यक्षों को त्वरित रणनीति के तहत आंदोलन करने के आदेश दिये गये हैं।

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