MUZAFFARNAGAR-थाने पहुंचकर मिले बालाजी मंदिर कमेटी सदस्यों के दिल
23 अपै्रल को दोनों गुट मिलकर निकालेंगे भगवान श्री बाला जी की भव्य शोभायात्रा, एडीएम प्रशासन और एसपी सिटी के समक्ष बनी सहमति
मुजफ्फरनगर। भरतिया कालोनी स्थित श्री बालाजी धाम मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों में दो गुट होने के बाद इस साल श्री बाला जी जन्मोत्सव पर भगवान बालाजी की शोभायात्रा पर मंडरा रहे संकट के बादल रविवार को पूरी से छट गये हैं। अभी तक एक दूसरे से नाराज चल रहे मंदिर कमेटी के दोनों गुटों के सदस्यों के दिल मंदिर में मिले या नहीं, लेकिन थाने पहुंचने के बाद जरूर मिल गये हैं। एडीएम प्रशासन और एसपी सिटी के समक्ष मंदिर कमेटी के सदस्य उपस्थित हुए और वहां पर आम सहमति बनाने में अधिकारी सफल हो गये। अब मंदिर कमेटी के दोनों गुटों के पदाधिकारी और सदस्य मिलकर 23 अपै्रल को अपनी पूरी जिम्मेदारी के साथ भगवान श्री बालाजी की भव्य शोभायात्रा निकालेंगे। पुलिस और प्रशासन इसके लिए मंदिर कमेटी को सशर्त अनुमति देने को तैयार हो गया है।
बता दें कि श्री बालाजी धाम मंदिर भरतिया कालोनी की प्रबंध कमेटी के संरक्षकों चन्द्रकिरण, सुरेश बंसल और कानूनी सलाहकार अशोक कुमार एडवोकेट द्वारा पूर्व में की गई प्रेस वार्ता में उठाये गये सवालों के बाद से ही श्री बालाजी धाम मंदिर कमेटी विवादों में आ गई थी। इसके बाद मंदिर कमेटी के दूसरे गुट के पदाधिकारियों हरिशंकर मंूधडा, हरिशंकर तायल सहित अन्य पदाधिकारियों व सदस्यों ने मंदिर में ही मीडिया बुलाकर संरक्षकों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। इसके बाद ही मंदिर कमेटी का विवाद सड़कों पर आ जाने के कारण 23 अपै्रल को श्री बालाजी शोभायात्रा के आयोजन पर भी संकट खड़ा हो गया था। इसके बाद पिछले दिनों भगवान बालाजी के सैंकड़ों भक्तों ने भरतिया कालोनी स्थित बालाजी मंदिर पर पहुंचकर मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन कर श्री बालाजी शोभायात्रा निकालने की मांग की थी।
इस बीच उद्योगपति और मंदिर से जुड़े भीम कंसल ने भरोसा दिया था कि वो अपने प्रयासों से इस साल भी शोभायात्रा निकलवाने का काम करेंगे, लेकिन मंदिर कमेटी में विवाद के कारण जिला प्रशासन और पुलिस की ओर से इसके लिए अनुमति नहीं मिल रही थी। जबकि नई मंडी सीओ रूपाली राव और अन्य अधिकारी लगातार आम सहमति बनाने के प्रयासों में लगे हुए थे, दो तीन बार की वार्ता भी विफल हो चुकी थी। अब रविवार को मंदिर कमेटी के दोनों गुटों के पदाधिकारियों एवं सदस्यों को वार्ता के लिए नई मंडी थाने बुलाया गया था। यहां पर एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह, एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत, सीओ मंडी रूपाली राव, एसएचओ नई मंडी बबलू सिंह वर्मा उपस्थित रहे। मंदिर कमेटी के दोनों ही गुटों के पदाधिकारी अपने अपने समर्थकों के साथ थाने पहंुचे थे। वार्ता शुरू होने से पहले ही एडीएम प्रशासन ने भीड़ को देखकर ऐतराज जताया और स्पष्ट रूप से कह दिया कि वार्ता में केवल मंदिर कमेटी के सदस्य-पदाधिकारी ही शामिल रहेंगे। इसके बाद अधिकांश लोगों को थाने से बाहर कर दिया गया। वार्ता के दौरान बिन्दूवार चर्चा हुई और दोनों गुटों के पदाधिकारी गिले शिकवे भुलाकर मंदिर में बालाजी के दरबार में भले ही नहीं मिले हों, लेकिन थाने में पहुंचने के बाद वो आम सहमति के साथ शोभायात्रा निकालने के लिए राजी हो गये।
एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह ने बताया कि सभी के संज्ञान में है कि श्री बालाजी यात्रा को लेकर श्री बालाजी धाम भरतिया कालोनी मंदिर कमेटी के दो गुटों के बीच विवाद बना हुआ था। इस मामले में दोनों गुटों के लोगों ने 23 अपै्रल को शहर में श्री बाला जी जन्मोत्सव शोभायात्रा निकालने के लिए अनुमति मांगी थी, विवाद के कारण अनुमति नहीं दी जा रही थी। समाधान के लिए दो-तीन बार पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वार्ता हो चुकी थी, लेकिन आम सहमति नहीं बन पा रही थी। आज नई मंडी थाने में कमेटी के सदस्यों के साथ जिसमें दोनों ही गुटों के लोग शामिल थे, वार्ता की गई और एक आम सहमति बनाने का प्रयास किया। इसमें सभी सदस्यों ने अपना सकारात्मक सहयोग प्रदान करते हुए श्री बाला जी जन्मोत्सव के लिए मिलकर कार्यक्रम करने पर सहमति दी और आपस में सभी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने का भरोसा दिलाया है। सहमति बनने के बाद 23 अपै्रल की श्री बाला जी शोभायात्रा के आयोजन के लिए अनुमति प्रदान की जा रही है। इसमें कमेटी के दोनों ही गुटों के लोगों की जिम्मेदारी तय की गयी है कि वो शांति और कानून व्यवस्था बनाये रखेंगे। कार्यक्रम के दौरान कोई विवाद नहीं होगा।