MUZAFFARNAGAR-नूर ज्वैलर्स की डकैती का पर्दाफाश, पडौसी ने कराई थी वारदात
मुठभेड़ में दो लुटेरे हुए घायल, तीन महिलाओं सहित आठ आरोपी गिरफ्तार, पांच हैं अभी फरार, फखरूल की पडौसन बदमाश की साली ने की थी रेकी
मुजफ्फरनगर। थाना कोतवाली नगर पुलिस व एसओजी की संयुक्त टीम द्वारा करीब 12 दिन पूर्व शाहबुद्दीनपुर रोड स्थित नूर ज्वैलर्स के यहां दिनदहाड़े हुई डकैती की वारदात में शामिल शातिर लुटेरे बदमाशों को एक एनकाउंटर के बाद दबोच लिया। इस दौरान दो शातिर बदमाशों के पैर में पुलिस की गोलियां धंस गई और इससे उनकी चाल बिगड़ गई। जबकि उनके दो साथियों को जंगल से गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही दिन निकलने के बाद पुलिस इन बदमाशों के पूरे गिरोह को दबोचने के लिए टूट पड़ी 41 पुलिसकर्मियों की टीम ने इन चार बदमाशों के साथ ही तीन महिलाओं सहित चार अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया, जबकि एक महिला सहित पांच आरोपी अभी फरार बताये गये हैं। वारदात के बाद इन बदमाशों ने सात हिस्सों में माल बांटा और अपने परिजनों व रिश्तेदारों तक भी जेवर पहुंचाये गये थे। एक बदमाश की साली, जोकि फखरूल हसन की पडौसन थी, ने ही रेकी कर जानकारी दी थी। पुलिस ने बदमाशों से करीब 60 लाख रुपये कीमत के सोने और चांदी के जेवरात बरामद किये हैं।
रिजर्व पुलिस लाइन में शनिवार को प्रेस वार्ता के दौरान एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि 15 जुलाई की सुबह थाना क्षेत्र कोतवाली नगर के शाहबुद्दीनपुर रोड पर नूर ज्वैलर्स नाम से दुकान तथा आभूषण बनाने की छोटी फैक्ट्री चलाने वाले फखरूल हसन ने पुलिस को सूचना दी थी कि उसके यहां कु छ बदमाशों ने डकैती डाली है। बताया गया था कि प्रातः 10.30 बजे एक व्यक्ति बुर्का पहन के आभूषण देखने के लिए दुकान में दाखिल हुआ तथा मौका देखकर तमंचा निकाल लिया, इसी दौरान बुर्का पहने व्यक्ति के साथ 04 अन्य लोग भी दुकान में दाखिल हुए तथा दुकान में मौजूद लोगों को बंधक बनाते हुए दुकान व फैक्ट्री से सोने व चांदी के आभूषण को लूटने की घटना कारित की गयी थी। इस दौरान बदमाशों ने फखरूल हसन को बाथरूम में बंद कर दिया था और उनके परिजनों को भी बंधक बना लिया था। लाखों रुपये के जेवरात लूटकर वो फरार हो गये थे। तीन टीमों का गठन कर खुलासे में लगाया गया था।
उन्होंने बताया कि 26 जुलाई की रात्रि में मुखबिर द्वारा थाना कोतवाली नगर पुलिस व एसओजी टीम को सूचना दी गयी कि शाहबुद्दीनपुर रोड पर नूर ज्वैलर्स दुकान में डकैती डालने वाले बदमाश आभूषणों को बेचने के इरादे से पीनना तिराहे के पास खडे़ हैं। इस पर पुलिस ने दो टीमों में बंटकर बदमाशों की घेराबंदी की। बदमाशों द्वारा खुद को पुलिस टीम से घिरा देखकर जान से मारने की नीयत से फायर किये तथा भागने का प्रयास किया। पुलिस टीमों द्वारा बदमाशों द्वारा की गयी फायरिंग से खुद को बचाते हुए पीछा करते हुए फायरिंग की गयी जिसमें 02 बदमाश मुजक्किर उर्फ मोनू पुत्र नवाब निवासी दक्षिणी मण्डी चन्धेडी रोड कस्बा व थाना बुढाना और विशु पुत्र राकेश निवासी सफीपुर पट्टी कस्बा व थाना बुढ़ाना पुलिस की गोलियां लगने से घायल हुए। जबकि उनके साथी शाहरुख पुत्र रफीक निवासी मौहल्ला जन्नताबाद जानसठ और प्रिंस पुत्र मनोज निवासी ग्राम मांडी थाना तितावी को मौके से गिरफ्तार किया गया। इसके बाद शनिवार को दिन निकलने के साथ ही पुलिस इस गिरोह के दूसरे बदमाशों और इसमें शामिल रहे अन्य लोगों तक पहुंचने के प्रयास में जुटी तो और भी सनसनीखेज खुलासा सामने आया। पुलिस ने इसमें शामिल फुरकान पुत्र स्व. इकबाल निवासी ग्राम बसी थाना शाहपुर, मूनीजा पत्नी नवाब पठान वइसरत पत्नी इमरान निवासी दक्षिणी मण्डी चंधेडी रोड बुढाना और रजिया पत्नी नईम खान निवासी गली नम्बर 4, रहमत नगर थाना खालापार को भी गिरफ्तार कर लिया। निशादेही पर पुलिस ने इनके कब्जे से करीब 4.300 किलोग्राम सफेद धातु ;चांदीद्ध के आभूषण और लगभग 855 ग्राम पीली धातु ;सोनेद्ध के आभूषण के साथ ही दो बाइक और अवैध असलाह बरामद किया गया है। बरामद हुए जेवरातों की बाजारी कीमत करीब 60 लाख मानी जा रही है।
एसएसपी ने बताया कि इनके पांच साथी बदमाश हर्षित उर्फ माइकल पुत्र सुधीर निवासी मांडी थाना तितावी, शाहरुख उर्फ पठान पुत्र इकबाल और सोनू उर्फ अफसर पुत्र अफजल, मुदस्सिर पुत्र नवाब पठान और शहजादी पत्नी सोनू उर्फ अफसर निवासीगण दक्षिणी मण्डी चन्धेडी रोड थाना बुढाना फरार हो गये। इनकी तलाश में टीम लगाई गई हैं। बताया कि ये महिलाएं मुठभेड़ में मुजक्किर आदि के पकड़े जाने की सूचना पर अपने पुरुषों के साथ शनिवार को हिस्से में मिले आभूषणों को बेचने के लिए जा रही थी। इसी बीच पुलिस ने दबोच लिया। एसएसपी के अनुसार मुजक्किर उर्फ मोनू द्वारा बताया गया कि उसकी व शाहरुख उर्फ पठान की बुढाना में दूध की डेयरी है। पैसों की जरुरत होने के कारण हमने लूट के बारे में योजना बनायी तथा इस बात को सोनू उर्फ अफसर (शाहरुख उर्फ पठान का भाई है) से साझा किया।
सोनू उर्फ अफसर द्वारा बताया गया कि उसकी ससुराल के पास एक सुनार की दुकान है, जहां कम लोग आते जाते हैं तथा रास्ता सुनसान रहता है, यदि यहा पर लूट की जाए तो अच्छा माल मिल सकता है। 04 अन्य लोगों (विशू, हर्षित उर्फ माइकल, शाहरुख, प्रिन्स) को लूट की योजना में शामिल किया। 11.07.2024 को पहली बार लूट का प्रयास किया परन्तु भीड अधिक होने के कारण हमने लूट की योजना को स्थगित कर दिया। सुनार की दुकान में सोनू उर्फ अफसर बुर्का पहन कर व शाहरुख उर्फ पठान ग्राहक बनकर दाखिल हुए तथा कानों के टॉप्स दिखाने के बहाने अलमारी को खुलवाया। रजिया पत्नी नईम द्वारा बताया गया कि वह सोनू उर्फ अफसर की साली है तथा उसका घर सर्राफ की दुकान के पास में था तथा मैंने कई बार ग्राहक बन कर दुकान की रेकी की थी, सोनू उर्फ अफसर द्वारा डकैती में मिला अपने हिस्से में से कुछ मुझे दे दिया था। इस वारदात के खुलासे में एसओजी, सर्विलांस सैल के साथ ही शहर कोतवाली और खालापार कोतवाली से 41 पुलिसकर्मियों की भागीदारी रही।