धर्म परिवर्तन रैकेट से जुडे साइन लैंग्वेज शिक्षक की तलाश
मूक-बधिर छात्रों के लिए साइन लैंग्वेज शिक्षक बुलाने की भी कवायद शुरू किए जाने की जानकारी मिली है। आईएसआई के इस मॉड्यूल के तहत मूक-बधिर छात्रों को धर्मांतरण के लिए प्राथमिकता पर रखा गया था।
नई दिल्ली। धर्म परिवर्तन रैकेट के मामले में पुलिस को साइन लैंग्वेज शिक्षक की तलाश है।
पुलिस के अनुसार दिल्ली-एनसीआर के मूक-बधिर स्कूल के छात्रों के साथ-साथ साइन लैंग्वेज शिक्षक भी धर्मांतरण सिंडिकेट के साथ जुटे हुए थे। मूक-बधिर छात्रों का धर्मांतरण कराने के लिए साइन लैंग्वेज शिक्षक की जरूरत थी। नोएडा डेफ सोसाइटी के एक पूर्व शिक्षक की तलाश एटीएस की टीम कर रही है। वहीं, एटीएस की जांच में यह बात सामने आई है कि दिल्ली एनसीआर के साइन लैंग्वेज पढ़ाने वाले शिक्षक व ऐसे शिक्षकों की ट्रेनिंग देने वाले इंस्टीट्यूट के बारे में गिरफ्तार दोनों आरोपियों ने कुछ जानकारी दी है। इसके बाद एटीएस की जांच इस दिशा में भी चल रही है। मूक-बधिर छात्रों के लिए साइन लैंग्वेज शिक्षक बुलाने की भी कवायद शुरू किए जाने की जानकारी मिली है। आईएसआई के इस मॉड्यूल के तहत मूक-बधिर छात्रों को धर्मांतरण के लिए प्राथमिकता पर रखा गया था। इसके तहत नोएडा डेफ सोसाइटी को केंद्र में लेकर यहां के एक साइन लैंग्वेज शिक्षक से संपर्क किया गया था। एटीएस उस शिक्षक को गिरफ्तार करने में जुटी हुई है। इसी जांच के क्रम में पता चला कि इस सिंडिकेट के निशाने पर कई मूक-बधिर स्कूल थे और उनके छात्रों को साइन लैंग्वेज से ही कुछ सिखाया पढ़ाया जा सकता है।