MUZAFFARNAGAR-फैंसी लाइटों से जगमग होगा शहर का शिव चौक
जिलाधिकारी उमेश मिश्र ने 15वें वित्त आयोग से प्राप्त धनराशि के तहत पांच नगरीय निकायों में प्रस्तावित 55 करोड़ के कार्यों को दी हरी झण्डी
मुजफ्फरनगर। 15वें वित्त आयोग के अन्तर्गत जनपद की निकायों को प्राप्त हुई ग्रांट के तहत तैयार किये गये विकास कार्यों के प्रस्तावों को शुक्रवार को जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने बैठक के दौरान विचार विमर्श करते हुए हरी झण्डी प्रदान की। जनपद की दोनों पालिकाओं सहित पांच निकायों के करीब 55 करोड़ रुपये के विकास कार्यों के प्रस्तावों को इस मीटिंग में रखा गया था। इसमें अकेले नगरपालिका परिषद् मुजफ्फरनगर के ही 49 करोड़ रुपये के प्रस्तावों को मंजूरी प्रदान की गई। पालिका के पथ प्रकाश के प्रस्ताव में डीएम ने कटौती करीब पौने दो करोड़ रुपये की कटौती की है। इन निकायों में पेयजलापूर्ति, अपशिष्ट प्रबंधन और पथ प्रकाश के साथ ही सड़क निर्माण, सौन्दर्यकरण और संसाधन विस्तार पर यह पैसा खर्च किया जायेगा।
पिछले दिनों शासन की ओर से नगरीय निकायों को 15वें वित्त आयोग के अन्तर्गत टाइड और अनटाइड ग्रांट में धनराशि अवमुक्त की गई थी। इसके अन्तर्गत निकायों के द्वारा धनराशि से विकास कार्यों का खाका खींचा गया था। इसमें निकायों के प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान करने के लिए शुक्रवार को विकास भवन सभाकक्ष में जिलाधिकारी उमेश मिश्रा द्वारा मीटिंग की गई, जिसमें मुजफ्फरनगर और खतौली नगर पालिका के साथ ही नगर पंचायत बुढ़ाना, शाहपुर और सिसौली को प्राप्त 15वें वित्त ग्रांट के अन्तर्गत विकास कार्यों के प्रस्तावों को स्वीकृति के लिए डीएम के समक्ष रखा गया। इन प्रस्तावों पर निकायवार चर्चा के साथ ही जिलाधिकारी द्वारा मंजूरी प्रदान की गई।
नगरपालिका परिषद् मुजफ्फरनगर के जलकल, स्वास्थ्य, पथ प्रकाश और निर्माण विभाग के अन्तर्गत प्रस्तावित किये गये 49 करोड़ रुपये के 112 विकास कार्यों के प्रस्ताव मीटिंग में प्रस्तुत किये गये। इनमें 15वें वित्त आयोग के अन्तर्गत टाइड ग्रांट में 51 और अनटाइड ग्रांट से होने वाले 61 प्रस्तावित कार्यों पर बिन्दूवार चर्चा करते हुए डीएम ने अपनी मंजूरी प्रदान की है। ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने बताया कि नगरपालिका परिषद् को 15वें वित्त में प्राप्त धनराशि से करीब 49 करोड़ रुपये के प्रस्ताव तैयार कर मीटिंग में रखे गये। इनमें टाइड ग्रांट का पैसा अपशिष्ट प्रबंधन और पेयजलापूर्ति और संसाधन विकसित करने के लिए खर्च किया जाना है। टाइड ग्रांट में 25.39 करोड़ रुपये के 51 कार्यों के प्रस्तावों में 35 कार्य पेयजल परियोजना और 16 कार्य अपशिष्ट प्रबंधन के लिए किए जाने हैं। पेयजल के 35 कार्यों में से 20 कार्य पालिका के नवीन विस्तारित क्षेत्रों में प्रस्तावित किये गये हैं। जबकि 8 कार्य मुख्य शहरी क्षेत्रों में और एक रेन वाटर हार्वेस्टिंग पर होने हैं। अपशिष्ट प्रबंधन के लिए वाहन संसाधान बढ़ाने का कार्य किया जायेगा, इनमें काम्पेक्टर, ट्रैक्टर ट्राली और अन्य वाहनों की खरीद की जा रही है।
ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने बताया कि अनटाइड ग्रांट के अन्तर्गत कुल 24.10 करोड़ रुपये की लागत के 61 कार्य मंजूर हुए हैं। इनमें 24 सड़कों का निर्माण, 15 नाला निर्माण कार्य, दो स्थानों पर नाला कवर्ड होगा। दो चौराहों वहलना चौक और अहिल्याबाई होल्कर चौक का सौन्दर्यकरण, चार रोड साइड पटरी, अंसारी रोड सहित दो सड़कों का चौड़ीकरण तथा कुछ स्थानों पर नालियों में वर्टीकल स्क्रीनिंग कार्य कराया जाना प्रस्तावित किया गया। बताया कि इसमें शहर के मुख्य मार्ग और चौराहों पर डबल आर्म फैंसी पोल लाइट लगाने के लिए पथ प्रकाश विभाग द्वारा 3.69 करोड़ के कार्य शामिल किये गए थे लेकिन डिवाईडर खराब होने के कारण डीएम ने इन प्रस्तावों में कटौती की है। अब यह कार्य एक करोड़ रुपये की लागत से कराये जाने की मंजूरी मिली है। इसके लिए शिव चौक को मुख्य केन्द्र बिन्दु बनाया गया है। यहां से मीनाक्षी चौक, आर्य समाज रोड, महावीर चौक से प्रकाश चौक या शिव चौक से प्रकाश चौक किसी एक मार्ग को चुना जायेगा।
एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह ने बताया कि शुक्रवार को जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में पांच निकायों की 15वें वित्त से प्राप्त धनराशि के अन्तर्गत विकास कार्यों की स्वीकृति के लिए मीटिंग सम्पन्न हुई, इसमें करीब 55 करोड़ रुपये के प्रस्तावों को डीएम द्वारा चर्चा के बाद हरी झण्डी प्रदान की गई। इसमें शहर के चौराहों पर सौन्दर्यकरण के साथ ही शिव चौक पर फैंसी लाइट लगाने का कार्य भी मुख्य रूप से शामिल किया गया है। मीटिंग में मुख्य रूप से डीएम उमेश मिश्रा, एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह, नगरपालिका चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप, चेयरमैन शाहपुर अकमर कुरैशी, चेयरमैन खतौली शाहनवाज लालू, चेयरपर्सन बुढ़ाना उमा त्यागी, ईओ मुजफ्फरनगर डॉ. प्रज्ञा सिंह, एई निर्माण अखंड प्रताप सिंह अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।