हाथरस में एसआईटी टीम ने की पूछताछ, घुसने ना देने पर हिंदू महासभा ने खून से लिखा मांग पत्र
हाथरस के एसडीएम का कहना था कि एसआईटी टीम गांव में अंदर है। ऐसे में उसकी जांच प्रभावित ना हो इसलिए किसी को भी गांव में जाने की अनुमति नहीं है।
हाथरस। गैंगरेप पीड़िता की मौत के बाद से गर्माए माहौल में जहां एसआईटी की टीम जांच के लिए गांव में पहुंच गई है वहीं हिन्दू महासभा के कार्यकर्ताओं को गांव में जाने से मनाकर कर दिए जाने के विरोध में धरने पर बैठ गए। उन्होंने धरनास्थल पर ही अपने खून से एक मांग पत्र लिखकर उस पर हस्ताक्षर किये। हालांकि गांव में किसी का प्रवेश रोके जाने के सवाल पर हाथरस के एसडीएम का कहना था कि एसआईटी टीम गांव में अंदर है। ऐसे में उसकी जांच प्रभावित ना हो इसलिए किसी को भी गांव में जाने की अनुमति नहीं है।
हाथरस मामले की जांच को लेकर एसआईटी टीम ने मृतका के गांव बूलगढ़ी पहुंचकर परिजनों के बयान दर्ज किए।एसआईटी में शामिल एडीजी भगवान स्वरुप, डीआईजी चन्द्रप्रकाश द्वितीय और आगरा पीएसी की कंमाडेंट पूनम तीनों ही हाथरस में रुके हैं। हालांकि अधिकारियों ने किसी अन्य के अभी कोई बयान दर्ज नहीं किया है। एसआईटी देर रात टीम गांव में पहुंची थी और उसने पीड़िता के परिवार के हर व्यक्ति से सिलसिलेवार वार्ता करते हुए पूरे प्रकरण को लेकर उनके बयान दर्ज किए। इसके बाद आज टीम ने गांव पहुंचकर परिजनों के बयान लिए। ज्ञात रहे कि एसआईटी को सात दिन में जांच रिपोर्ट शासन को देने के आदेश दिए गए थे। सूत्र बताते है कि टीम ने अभी तक केवल पीड़ित परिवार के ही लोगों से बातचीत की। अन्य गांव के किसी व्यक्ति से इस मामले की कोई जानकारी हासिल नहीं की है।