PALIKA---शहर के हर वार्ड में लगेंगी 10 लाख की स्ट्रीट लाइट
मुजफ्फरनगर में शहरवासियों के लिए जगमग होगी दिवाली, पालिकाध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप ने शहर के विकास को दी गति, बोर्ड बैठक में 20 करोड़ से ज्यादा के विकास प्रस्ताव पारित, पालिका भवन की इलेक्ट्रिक वायरिंग पर खर्च होंगे 21 लाख, नये क्षेत्रों के विकास का रास्ता हुआ साफ, 10 करोड़ होंगे खर्च।
मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् की बोर्ड मीटिंग विकास को समर्पित रही। हल्के हंगामे और अपनी ही पार्टी के एकमात्र सभासद के विरोध के बीच पालिकाध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप करीब 20 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि के 38 विकास प्रस्तावों की सौगात शहरवासियों को देने में सफल रहीं। इसके साथ ही दिवाली के सीजन में शहर के प्रत्येक वार्ड को 10 लाख रुपये की एलईडी स्ट्रीट लाइटों की सौगात भी दी गई। इससे पहले पालिकाध्यक्ष शहरवासियों की दिवाली को जगमग करने के लिए 4 हजार एलईडी लाइटों की खरीद करा चुकी हैं, जिनको वार्डों में लगाने का कार्य तेजी से कराया जा रहा है। इसके साथ ही पालिका भवन के सभी कार्यालयों में नई इलेक्ट्रिक वायरिंग फिटिंग का प्रस्ताव पारित हुआ है। शहरी क्षेत्र में पेयजलापूर्ति सुधारने के लिए करोड़ों रुपये के कार्य कराने पर सदन ने अपनी मुहर लगाई तो वहीं पालिका में शामिल नये क्षेत्रों के विकास के लिए भी करीब 10 करोड़ रुपये का बजट खर्च करने का रास्ता साफ हुआ है। बोर्ड मीटिंग में दो सभासद गैर हाजिर रहे।
नगरपालिका परिषद् की बोर्ड मीटिंग आज अपने निर्धारित समय से करीब 20 मिनट की देरी से शुरू हुई। 11.20 बजे वन्देमात्रम के उपरांत पालिकाध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप के निर्देश पर कार्यवाहक ईओ नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अतुल कुमार ने सदन में एजेंडा प्रस्तुत किया। एजेंडे में 20 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों के 38 प्रस्ताव शामिल किये गये। दो प्रस्तावों को बाद में पूरक एजेंडे के रूप में शामिल किया गया था, जो सदन में ही बैठक प्रारम्भ होने से पहले सभासदों को वितरित किया गया। पालिका अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप के नेतृत्व में सदन में पक्ष और विपक्ष एकजुट नजर आया और इसे विकासशील सोच वाला एजेंडा बताते हुए मात्र 6 मिनट में ही 38 प्रस्ताव वाले एजेंडे को सर्वसम्मति के साथ ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। इस बीच हल्का फुल्का विरोध भी नजर आया, लेकिन पालिकाध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप ने सदन को विश्वास दिलाया कि वो सभी के हितों को लेकर संवेदनशील होकर कार्य कर रही हैं। किसी भी क्षेत्र के साथ भेदभाव नहीं किया जायेगा। उन्होंने शहर के विकास के लिए सभी से एक साथ आने का आह्नान किया। इस दौरान आरएसएस के जिला कार्यवाह संजय लखान की पुत्री के सड़क दुर्घटना में निधन होने के कारण दो मिनट का मौन धारण कर सदन में शोक संवेदना व्यक्त की गयी। बोर्ड मीटिंग में पालिका के 55 में से 53 सदस्य उपस्थित रहे। दो सभासद गैर हाजिर थे।
124 में से 74 निर्माण कार्य को मिली स्वीकृति
पालिकाध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप के बोर्ड में शहर के 55 वार्डों में पारित 124 निर्माण कार्यों में से 74 कार्य निविदा खुलने के उपरांत स्वीकृत किये जा चुके हैं। इनका अनुमोदन आज सदन में किया गया। शेष कार्यों के लिए दोबारा टैण्डर निकाले गये हैं। जो जल्द ही स्वीकृत कराये जायेंगे। इस एजेंडे में अधिकांश प्रस्ताव अनुमोदन वाले रहे।
पालिका करेगी गुड का प्रचार
पालिका के द्वारा जिले के उत्पाद गुड को पहचान दिलाने के लिए प्रचार भी किया जायेगा। इसके लिए वहलना चैक पर शहरी क्षेत्र में एंट्री बोर्ड लगवाने का प्रस्ताव पारित किया गया है। इस बोर्ड को इलेक्ट्रिक लेटर में बनवाया जायेगा, जिसमें शहर में आने वाले लोगों के लिए स्वागतम गुड की नगरी मुजफ्फरनगर लिखा जायेगा। ऐसे ही बोर्ड अन्य क्षेत्रों में भी लगवाने की तैयारी है।
चौराहों का सौंन्दर्यकरण और आठ ओपन जिम खुलेंगे
पालिकाध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप ने इस बोर्ड बैठक के सहारे विकास को रफ्तार देने का काम किया है। इसमें पालिका में शामिल नये क्षेत्रों में विकास की रोशनी पहुंचाने को पूरी तैयारी है। इसके लिए मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना में वित्तीय वर्ष 2023-24 की कार्ययोजना के अन्तर्गत 9.95 करोड़ रुपये की लागत से होने वाले 56 कार्यों की डीपीआर को सदन ने स्वीकृति प्रदान की है। इसमें नये क्षेत्र सहावली, कूकड़ा, अलमासपुर, शाहबुदीनपुर, सूजडू आदि के विकास का ब्लू प्रिंट तैयार किया गया है। जिसमें अलमासपुर, एटूजेड, विश्वकर्मा एवं कूकड़ा चैराहों का सौन्दर्यकरण कराया जाना प्रस्तावित है तो वहीं गांधीनगर, हरिवृन्दावन सिटी, शांतिनगर, सुभाषनगर, रामपुरी दक्षिणी, वहलना, कूकडा और मीरापुर स्थित पार्कों में पालिका ओपन जिम की स्थापना करायेगी।
पालिका के इतिहास की सबसे छोटी बैठक, विरोध में अकेले रहे गये योगेश
मुजफ्फरनगर। नगर पालिका की अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप अभी तक पालिका की खींचतान भरी राजनीति में पूरी तरह से हावी रही हैं। वो किसी भी प्रकरण में कमजोर साबित नहीं हुई। ऐसा ही कुछ आज भी देखने को मिली। गुरूवार को पालिका में मीनाक्षी स्वरूप बोर्ड मीटिंग का नेतृत्व करते हुए पूरी तरह से दृढ़ विश्वास से भरी नजर आई। बैठक शुरू हुई तो एजेंडा सदन के सामने रखा गया। दूसरे प्रस्ताव पर भी सर्व सहमति से पूरा एजेंडा पारित करने के लिए ध्वनिमत से सदन ने पालिकाध्यक्ष के पक्ष में विश्वास व्यक्त किया। पक्ष हो या विपक्ष सभी सदस्य उनके नेतृत्व में एकजुट नजर आये, लेकिन मीनाक्षी स्वरूप के इस एजेंडे का विरोध उनको अपने ही घर से देखने को मिला। भाजपा सभासद योगेश मित्तल ने एजेंडा पारित होने के बावजूद विरोध का शोरगुल मचा दिया। कार्यवाहक ईओ ने पक्ष और विपक्ष में वोटिंग कराने की बात कही, तो एजेंडे के विरोध में योगेश मित्तल अकेले ही खड़े नजर आये। उन्होंने एजेंडे के प्रस्ताव संख्या 157 से 164 तक शामिल जलकल विभाग के कार्यों का विरोध किया। उनका कहना है कि इसके प्रस्तावों में पूर्ण जानकारी नहीं दी गयी है, जो गलत है। इसके साथ ही वो पंडित दीन दयाल उपाध्याय नगर विकास योजना के अन्तर्गत शासन से प्राप्त धनराशि से प्रत्येक वार्ड में 10-10 लाख रुपये की एलईडी स्ट्रीट लाइट के प्रस्ताव का भी विरोध करते नजर आये। इस विरोध के बावजूद भी पालिकाध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप मात्र 6 मिनट में 38 प्रस्ताव वाला एजेंडा सर्व सहमति से पारित कराने में सफल रही। पालिका के इतिहास की यह सबसे छोटी बैठक भी बन गई। इससे पूर्व चेयरमैन कपिल देव अग्रवाल के बोर्ड में कई बैठक 10 से 15 मिनट तक चली थी।
धरी रह गई सफाई कर्मचारी संघ नेताओं की रणनीति
सफाई कर्मचारियों के वेतन और मंागों को लेकर आंदोलन की दहलीज पर खड़े सफाई कर्मचारी संघ नेताओं की रणनीति भी पालिकाध्यक्ष की तैयारी के आगे धरी की धरी रह गई। बोर्ड बैठक में सफाई कर्मचारी संघ के नेताओं ने पालिकाध्यक्ष मीनाक्षी के घेराव और हंगामे की तैयारी की थी, क्योंकि पिछले कई दिनों से संघ नेताओं और पालिकाध्यक्ष के बीच कुछ मुद्दों को लेकर टकराव जैसी स्थित बनी हुई है। ऐसे में आज की बोर्ड मीटिंग मेें भी सफाई कर्मचारियों के हंगामा करने की पूरी संभावना बनी थी। सफाई कर्मचारी संघ के कार्यालय टाउनहाल पर संघ अध्यक्ष नीरज बिडला और अन्य नेता सफाई कर्मचारियों के साथ मौजूद थे, लेकिन जब वो सभागार पहुंचे तो तब तक मीटिंग खत्म हो चुकी थी और पालिकाध्यक्ष एवं सभासद सभी जा चुके थे। यह देखकर वो ठगे से खड़े रहे गये। संघ अध्यक्ष नीरज बिडला ने कहा कि सीमा विस्तार के बावजूद भी सफाई कर्मचारियों की संख्या नहीं बढ़ाई जा रही है। उन्होंने कम से कम 400 सफाई कर्मियों की कमी होने की बात बताते हुए कहा कि हम लगातार मांग कर रहे हैं, लेकिन सुना ही नहीं जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमने नोटिस दे रखा है। हमसे किसी ने वार्ता नहीं की है। शुक्रवार सुबह तक बात नहीं हुई तो हड़ताल पर चले जायेंगे। इसके लिए पालिका प्रशासन जिम्मेदार होगा।