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LOKSABHA ELECTION-हमला घातक था, मेरी जान भी जा सकती थीः संजीव बालियान

गांव मढकरीमपुर प्रकरण में युवाओं के खिलाफ भाजपा प्रत्याशी संजीव बालियान ने मुकदमा दर्ज कराने से किया इंकार, सीएम योगी से की शिकायत, साजिश का खुलासा कराने की मांग

LOKSABHA ELECTION-हमला घातक था, मेरी जान भी जा सकती थीः संजीव बालियान
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मुजफ्फरनगर। चुनाव प्रचार के दौरान खतौली विधानसभा क्षेत्र के गांव में भाजपा प्रत्याशी संजीव बालियान के काफिले पर हमले के बाद से जिले की राजनीति गरमाई हुई है। ऐसे में संजीव बालियान ने आज सवेरे हमलावर युवाओं को दिग्भ्रमित बताते हुए इस हमले को पूर्ण नियोजित साजिश करार देते हुए मुख्यमंत्री से शिकायत कर खुलासा कराये जाने का आग्रह करने के साथ ही हमलावर युवाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने से इंकार कर दिया है। संजीव बालियान ने आरोप लगाया कि इस हमले में उनकी जान भी जा सकती थी। पुलिस अपना काम करने के लिए स्वतंत्र है।

केन्द्रीय राज्यमंत्री डाॅ. संजीव बालियान ने रविवार की सुबह अपने आवास पर मीडिया कर्मियों के साथ बातचीत में बताया कि शनिवार की रात करीब साढ़े आठ बजे खतौली विधानसभा के गांव मढकरीमपुर में ग्राम प्रधान के आवास पर मीटिंग थी। मैं कार से उतरकर अंदर चला गया। बाहर कुछ लोग आये मास्क पहने हुए थे और मुंह पर कपड़ा लपेटा हुआ था। लाठी-डंडों से हमला किया और उसके बाद कुछ घरों से इंटरलाॅक टाइल्स से गाड़ियों पर हमला किया गया। अंदर मुझे कुछ लोगों ने जानकारी दी तो मैं बाहर आया। बाहर पथराव चल रहा था, मेरे सुरक्षाकर्मियों ने मुझे अपनी गाड़ी में बैठाया। वहां ऐसा लग रहा था कि ये जंग का मैदान हो, करीब 15-20 गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुई। कई युवा साथी भी घायल हुए हैं। ईश्वर का शुक्र है कि घटना बड़ी नहीं हुई। युवाओं के हाथ-पांव और शरीर पर चोट आई हैं।

भाजपा प्रत्याशी संजीव बालियान ने कहा कि जिस तरह से यह हमला किया गया है, इसमें किसी की जान भी जा सकती थी। मेरी जान भी इसमें जा सकती थी। यह देखकर ऐसा लगता है कि यह पूरी तरह से एक सुनियोजित हमला था। हमला करने से पहले ही गली की लाइटों को बंद कर दिया गया था। छतों पर भारी संख्या में लोग जमा थे, अंधेरे के कारण कुछ दिखाई नहीं दिया है। कुछ वीडियो भी इसमें आये हैं, जिसमें कुछ नवयुवक हमलावरों के रूप में शामिल थे। पहचान किसी की नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि यह हमला पहले से तैयार कराया गया था। पूरा प्लान बनाया गया था। ये व्यक्तिगत नहीं था, पूरी तरह से राजनीतिक कारण से हमला कराया गया है, क्योंकि चुनाव चल रहा है। मेरी व्यक्तिगत किसी से रंजिश नहीं है। ये एक बड़ी साजिश है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि किसके घर में इंटरलाॅक टाइल्स छतों पर मिलेंगी। पूरी तरह से नई इंटरलाॅक टाइल्स थी, जो खरीदकर जमा की गयी थी। इस हमले में खतौली के पूर्व विधायक विक्रम सैनी की गाड़ी तो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। संयोग रहा कि वो हमले के दौरान मेरी गाड़ी में बैठ गये, वरना तो इसमें उनके साथ कोई गंभीर अनहोनी हो सकती थी।

केन्द्रीय मंत्री डाॅ. संजीव बालियान ने कहा कि युवाओं को किसी के द्वारा दिग्भ्रमित किया गया है। युवाओं को भड़काया गया है। मैं इसके लिए चिंतित हूं। हमारी ओर से इस मामले में हमलावर युवाओं के खिलाफ कोई शिकायत पुलिस को नहीं दी गई है। हम युवाओं के खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नहीं कराना चाहते हैं। ये पुलिस जांच का विषय है कि वो इसमें षडयंत्रकारी का चेहरा बेनकाब करें। युवाओं की कोई गलती नहीं है। उनको भड़काया गया है। मैं व्यक्तिगत तौर पर उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही नहीं चाहता हूं। पुलिस अपना काम करेगी। मुख्य षडयंत्रकारी कोई ओर है, जो सामने आना चाहिए। मैंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस घटना के सम्बंध में अवगत करा दिया है। संजीव बालियान ने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि आज बदलता हुआ उत्तर प्रदेश उनके सामने हैं। देश में पीएम मोदी के दस साल और यूपी में सीएम योगी के साढ़े सात साल के कार्यकाल में कानून व्यवस्था का तोहफा दिया गया हे। पुलिस भर्ती और सेना भर्ती में युवाओं को नौकरी देने का काम किया गया है। मुजफ्फरनगर का माहौल बहुत बदला है। युवा बहकावे में न आये, किसी के नाम पर गुमराह न हो, मैं किसी बच्चे का करियर खराब करना नहीं चाहता, किसी से गलती हुई है तो मेेरे मन में कोई द्वेष नहीं है, मेरी इच्छा ये जरूर है कि षडयंत्रकारी सामने आना चाहिए। एसएसपी से भी बात कर बता दिया कि मैं कोई व्यक्तिगत शिकायत नहीं करना चाहता।

मढ़करीमपुर को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट, फोर्स तैनात, अभी मुकदमा दर्ज नहीं

मुजफ्फरनगर। खतौली क्षेत्र के ठाकुर बाहुल्य गांव मढकरीमपुर में शनिवार की रात्रि में भाजपा प्रत्याशी संजीव बालियान के काफिले पर हुए हमले को लेकर रविवार को भी सनसनी बनी रही। गांव में शांति और सुरक्षा के लिहाज से पुलिस फोर्स को तैनात कर दिया गया है, वहीं पुलिस अफसर भी गांव में भ्रमण के लिए पहुंचे। इस प्रकरण में समाचार लिखे जाने तक कोई कानूनी कार्यवाही नहीं की गयी थी। संजीव बालियान ने व्यक्तिगत शिकायत करने से इंकार किया है और पुलिस से जांच में हमले की साजिश का खुलासा करने की मांग की, लेकिन पुलिस प्रशासन मामले में अहतियात तो बरत रहा है, पर हमलावरों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही से सभी बचते नजर आ रहे हैं। खतौली थाना प्रभारी उमेश रोरिया ने बताया कि इस प्रकरण में कोई भी तहरीर किसी भी पक्ष की ओर से उपलब्ध नहीं कराई गई है। गांव में फोर्स तैनात करा दी गई, वहां अब शांति कायम है।

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