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कंपनी ने नहीं दिया वेतन, सफाई कर्मियों ने घेरा चेयरपर्सन का आवास

कई माह का वेतन कंपनी पर बकाया रहने के लगाये आरोप, चेयरपर्सन ने दिया भरोसा-दो दिन में होगा भुगतान

कंपनी ने नहीं दिया वेतन, सफाई कर्मियों ने घेरा चेयरपर्सन का आवास
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मुजफ्फरनगर। त्यौहारी सीजन में भी वेतन रूक जाने के कारण परेशान चल रहे सफाई कर्मचारियों ने नगरपालिका परिषद् की चेयरपर्सन के आवास का घेराव करते हुए कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन कर चेयरपर्सन से उनका वेतन दिलाये जाने की मांग की। बाद में कंपनी के लोगों को बुलाकर चेयरपर्सन ने सहमति बनाई, दो दिन में वेतन मिलने के आश्वासन पर सफाई कर्मचारी अपने वाहन लेकर काम पर लौट गये। इस दौरान करीब दो घंटे शहर का सफाई कार्य प्रभावित रहा। कर्मियों का आरोप है कि उनका कई माह का वेतन कंपनी पर लम्बित चल रहा है, जबकि कंपनी ने दावा किया है कि कर्मियों का केवल एक माह का वेतन लम्बित हैं, उसमें भी आधे कर्मियों को वेतन मिल चुका है और कंपनी ने दिपावली बोनस की राशि का भी भुगतान कर दिया है।

नगरपालिका परिषद् के द्वारा शहरी क्षेत्र में प्राईमरी और सेकंड्री प्वाइंट से कूड़ा निस्तारण के लिए निजी क्षेत्र की कंपनी एमआईटूसी सिक्योरिटी एण्ड फैसिलिटीज प्रा. लि. नई दिल्ली से अनुबंध किया गया है। कंपनी के साथ प्राईमरी कूड़ा कलेक्शन के लिए कार्य कर रहे टिपर वाहन के चालकों, सुपरवाइजरों और सफाई कर्मचारियों ने रविवार की सुबह कामबंद कर हड़ताल कर दी। गारबेज टिपर वाहनों को लेकर कर्मचारी सवेरे ही नई मंडी पटेलनगर स्थित पालिका चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप के आवास पर पहुंचे और वाहनों को वहीं पर खड़ा कर प्रदर्शन किया। इन कर्मचारियों ने चेयरपर्सन के समक्ष अपनी समस्या रखते हुए बताया कि उनको कंपनी से कई माह से वेतन नहीं दिया जा रहा है, जबकि त्यौहारी सीजन होने के कारण वो आर्थिक संकट में घिरे हुए हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि वेतन नहीं दिया गया तो वो कामबंद हड़ताल कर देंगे। इस मामले में चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने कंपनी के लोगों को भी तलब किया और कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर तत्काल समाधान के लिए कहा गया। कंपनी को चेयरपर्सन द्वारा लम्बित वेतन तत्काल जारी करने के निर्देश दिये। इस पर सहमति बनी कि दो दिनों में कंपनी द्वारा कर्मचारियों का लम्बित वेतन जारी कर दिया जायेगा। इसके पश्चात कर्मचारी अपने वाहन लेकर काम पर निकल गये और करीब दो घंटे के विलम्ब से आठ बजे सफाई कार्य प्रारम्भ करा दिया गया था। चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने कहा कि पालिका कर्मचारियों के हित के साथ समझौता नहीं करेगी। कर्मचारियों को वेतन तत्काल जारी करने के लिए कंपनी के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। यदि दो दिन में वेतन जारी नहीं किया गया तो कंपनी के खिलाफ एक्शन लेने से हम पीछे नहीं हटेंगे।

एमआईटूसी कंपनी के परियोजना प्रबंधक पुष्पराज सिंह ने बताया कि कंपनी तीन जोन में शहर के 55 वार्डों में प्राईमरी और सेकेंड्री प्वाइंट से कूड़ा कलेक्शन और निस्तारण का कार्य कर रही है। इसके लिए कंपनी के साथ दोनों वर्गों के कार्य के लिए करीब 400 कर्मचारी काम कर रहे हैं। सितम्बर माह का वेतन लम्बित चल रहा हैं। इसमें सेकेंड्री जोन के कर्मचारियों को 16 अक्टूबर को वेतन जारी कर दिया है। जबकि अन्य जोन के कर्मियों के वेतन भुगतान का प्रयास किया जा रहा है। इसी बीच दिवाली बोनस के रूप में सभी कर्मियों को कंपनी द्वारा दो दो हजार रुपये का भुगतान किया जा चुका है। रविवार की सुबह प्राईमरी वर्ग के अन्तर्गत जोन एक में कार्यरत कुछ कर्मचारी और वाहन चालक लम्बित वेतन की समस्या लेकर चेयरपर्सन से मिलने के लिए गये थे, जहां हुई वार्ता के अनुसार दो दिन में इनका वेतन भुगतान किये जाने पर सहमति बनी और सभी कर्मचारियों को काम शुरू कर दिया है। सफाई कार्य में किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं है।

कंपनी का 1.84 करोड़ का भुगतान लटकने पर गहराया संकट

मुजफ्फरनगर नगरपालिका परिषद् के साथ कार्य कर रही एमआईटूसी कंपनी को पालिका शहरी क्षेत्र में कूड़ा निस्तारण के लिए अनुबंध के आधार पर 92 लाख रुपये प्रतिमाह का भुगतान कर रही है। कंपनी शर्त के अनुसार 55 वार्डों से टिपिंग फीस वसूल कर पालिका कोष में जमा कराने का काम कर रही है। ऐसे में कंपनी का दो माह का भुगतान पालिका में लम्बित हो जाने के कारण आर्थिक संकट गराया है। कंपनी के सेकेंड्री प्वाइंट इंचार्ज कुलदीप सिंह ने बताया कि पालिका में अधिशासी अधिकारी अवकाश पर चल रही है और कंपनी को पालिका से दो महीने के भुगतान के रूप में 1.84 करोड़ रुपये जारी नहीं किये गये हैं। इसी कारण वेतन देने में थोड़ी समस्या उत्पन्न हो रही है। एक जोन के करीब 200 कर्मियों को कंपनी वेतन दे चुकी है और लगभग इतने ही कर्मचारियों का वेतन लम्बित है, जो दो दिनों में देने पर सहमति बनी है। सोमवार को संभवतः पालिका ईओ काम पर लौट रही हैं और मंगलवार तक कंपनी वेतन का भुगतान सभी कर्मियों को कर देगी।

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