JANAMASHTMI-पालिका प्रशासन ने किया अनूठा इंतजाम, आस्था का रहा पूरा सम्मान
ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह के आदेश पर मंदिर-मंदिर पूजन सामग्री एकत्र करने को घूमती रही विशेष गाडियां
मुजफ्फरनगर। जन्माष्टमी के पर्व की पूरे जनपद में धूम रही। लोगों ने पूर्ण आस्था के साथ भगवान विष्णु के अवतार योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण के इस धरा पर अवतरण दिवस को मनाया और मंदिरों में जाकर पूजा अर्चना की। आस्था और भक्तिभाव से परिपूर्ण इस पर्व के बीच नगरपालिका परिषद् की ओर से भी आस्था को समर्पित रहते हुए पहली बार एक अनूठी व्यवस्था की गई। शहरी क्षेत्र के सभी मंदिरों पर विशेष संदेश के साथ बैनर लगाने के साथ ही विशेष टीम के साथ गाड़ियों को लगाया गया, जिसमें मंदिर से उतरने वाली पूजन सामग्री को एकत्र करते हुए श्र(ाभाव के साथ निस्तारण कराया गया। इसके लिए मंदिर समितियों के साथ पालिका प्रशासन ने समन्वय बनाकर काम किया।
नगरपालिका परिषद् की चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप के द्वारा पिछले दिनों पालिका में विभागीय मीटिंग के दौरान जन्माष्टमी के पर्व के अवसर पर सम्बंधित व्यवस्था करने के निर्देश दिये गये। इस दौरान पालिका की अधिशासी अधिकारी डॉ. प्रज्ञा सिंह ने भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव के इस त्यौहार से जुड़ी आस्था को समर्पित रहते हुए अनूठी पहल करते हुए मंदिरों पर विशेष अभियान चलाया गया। ईओ ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी और एमआईटूसी कंपनी के प्रबंधक को निर्देश जारी किये थे कि जन्माष्टमी के अवसर पर सोमवार को मंदिरों से निकलने वाली पूजन सामग्री को कूड़े के रूप में न देखकर आस्था का सम्मान करते हुए उनका श्र(ा भाव के साथ निस्तारण कराने की व्यवस्था की जाये। इसके लिए लोगों को भी प्रेरित करने के लिए पालिका की टीमों ने मंदिरों की प्रबंध कमेटियों के पदाधिकारियों से समन्वय बनाकर उनको भी फूल, पत्तियां और मालाओं के साथ ही अन्य साज सज्जा तथा पूजन सामग्री के अवशेष का आस्था के दृष्टिगत निस्तारण कराने में पालिका का सहयोग करने के लिए प्रेरित किया। इस अभियान के प्रचार के लिए नगरपालिका परिषद् की ओर से सभी मंदिरों पर बैनर लगाये गये थे। इनमें संदेश दिया गया कि पूजन के पश्चात प्रयोग में लाई गई सामग्री, फूल-पत्ती, मालाएं एवं अन्य सामान को पृथक से एकत्र कर नगरपालिका के द्वारा संचालित वाहन को ही दें।
ईओ ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी और कंपनी को दिये गये निर्देशों में मंदिरों पर लगाये जाने वाले वाहनों की स्वच्छता पर भी जोर देते हुए स्पष्ट किया कि मंदिरों पर एकत्र होने वाली पूजन सामग्री को कूड़ा वाहनों से न ले जाकर अलग करते हुए साफ और स्वच्छ वाहनों से भरकर रुड़की चुुंगी स्थित एमआरएफ सेंटर के पास पालिका की भूमि पर गडढों को खुदवाकर उसमें दबाया जाये। कहा कि यह कार्य धार्मिक आस्था के विषय से सम्बंधित है, इसलिए इस बात को सुनिश्चित किया जाये कि पूजन सामग्री कोई भी कर्मचारी कूड़ा डलावघर या कूड़ा वाहनों में न फैंके। इसमें लापरवाही पर कार्यवाही की चेतावनी दी गई। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अतुल ने बताया कि ईओ के निर्देशन में मंदिरों पर विशेष अभियान चलाकर पूजन सामग्री को पृथक से वाहनों में ले जाकर निस्तारण कराया गया है। ऐसा पहली बार हुआ है कि पालिका के स्तर से यह अनूठा अभियान चलाया गया, जिसमें आस्था को पूरा सम्मान दिया गया। वरना अब से पहले जन्माष्टमी पर मंदिरों से निकलने वाले पूजन सामग्री के अवशेषों को कूड़ा डलावघरों पर ही सड़ते हुए देखा जाता रहा है। इसके लिए मंदिर कमेटियों के पदाधिकारियों के द्वारा भी चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप और ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह की व्यवस्था की सराहना की गई।