अपने वादे से मुकरे अफसर, फिर होगी महापंचायतः विकास शर्मा
मुजफ्फरनगर-थानाभवन मार्ग के साथ ही अन्य समस्याओं को लेकर भाकियू नेता ने लगाये प्रशासन पर अनदेखी के आरोप
मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर-थानाभवन मार्ग के चौड़ीकरण के कार्य को लेकर बनी सहमति के साथ ही किसानों और व्यापारियों की प्रमुख समस्याओं का निदान नहीं होने पर भारतीय किसान यूनियन के युवा मंडल अध्यक्ष विकास शर्मा ने एसडीएम सदर और जिला प्रशासन के अफसरों पर अनदेखी करते हुए वादाखिलाफी के आरोप लगाये। विकास शर्मा ने कहा कि यदि जल्द ही समस्याओं का समाधान नहीं कराया गया तो किसानों के द्वारा फिर से प्रशासन के खिलाफ महापंचायत का आयोजन किया जायेगा।
भाकियू नेता विकास शर्मा ने कहा कि कावड़ यात्रा शुरू हो चुकी है और ऊपर से बरसात भी है, लेकिन समस्याओं के समाधान के लिए जिला प्रशासन के कानों पर अभी तक कोई जू नहीं चली है। पिछले दिनों चरथावल परगना में हुई महापंचायत में किसानों के जिन मुद्दों को लेकर जिला प्रशासन से सहमति बनी थी वह अभी ज्यों के त्यों पड़े हैं, उसमें हिंडन नदी पर अस्थाई पुल का निर्माण हो, मथुरा गांव का चकबंदी का मामला हो या फिर किसानों की बर्बाद हुई फसलो के मुआवजे की बात हो या चरथावल रास्ते के चौड़ीकरण पर जो सहमति बनी थी उन विषय पर अब तक जिला प्रशासन ने कोई भी वादा पूरा नहीं किया है। उन्होंने कहा कि यह किसानों और व्यापारियों के साथ ही आम आदमी से एक धोखा है, चेतावनी दी गई कि अगर एक सप्ताह के अंदर जिला प्रशासन अपने साथ किए गए वादों को पूरा नहीं करता तो एक सप्ताह बाद डीएम कार्यालय पर ट्रैक्टरों के साथ बड़ी महापंचायत की जायेगी।
विकास शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिला प्रशासन किसी के दबाव में कार्य कर रहा है, जिन बिन्दुओं पर जिला प्रशासन ने व्यापारियों और किसानों के साथ बैठकर समझौता किया था, अब उस समझौता से मुकर रहे हैं। जिसे भारतीय किसान यूनियन बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी और एक सप्ताह बाद महापंचायत में शामिल होने के लिए पूरे जिले से किसान, मजदूर और व्यापारियों के साथ ही आम आदमी भी जिला कलेक्ट्रेट पर पहुंचकर अधिकारियों का घेराव करने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि जनता के हितों में प्रशासन के अफसरों की तानाशाही नहीं चलने दी जायेगी।