लोक निर्माण विभाग ने बना दिया गलत स्टीमेट, पालिका हो रही परेशान
एटूजेड प्लांट वाली रोड के निर्माण को लेकर ईओ ने किया निरीक्षण, अब नाला निर्माण कराने की कवायद
मुजफ्फरनगर। किदवईनगर स्थित एटूजेड प्लांट पर वेस्ट टू एनर्जी प्रोजेक्ट को शुरू कराने के लिए पालिका प्रशासन जितना जल्दी कार्य निपटाने के लिए प्रयासरत है, उतनी ही बाधा इसमें उत्पन्न हो रही हैं। पहले सड़क नहीं होने की बाधा ने सवाल पैदा किये, इसका हल हुआ तो लोक निर्माण विभाग की एक गलती पालिका के लिए कई परेशानियों का सबब बन गई है। इन बाधाओं का समाधान तलाशने के लिए पालिका ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने निरीक्षण किया तो लोक निर्माण विभागा द्वारा गलत स्टीमेट बनाने की बात सामने आई है। सड़क के साथ नाला निर्माण की आवश्यकता को शामिल नहीं किया गया, ईओ अब चेयरपर्सन को रिपोर्ट भेजते हुए समाधान में जुट गई है।
बता दें कि पालिका के किदवईनगर स्थित बंद पड़े एटूजेड सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट पर नीदरलैंड की कम्पनी के साथ वेस्ट टू एनर्जी प्लांट स्थापित कराने के लिए काम हो रहा है। इसमें सबसे बड़ी बाधा सड़क का न होना था। पालिका ने काली नदी की ओर से सड़क बनाने का प्रयास किया तो वहां किसानों से भूमि अधिग्रहण करवाना टेढी खीर साबित हो रहा है। इस बीच विकल्प तलाशते हुए खालापार से किदवईनगर प्लांट तक सड़क निर्माण का प्रस्ताव पारित किया गया और इसके लिए पालिका प्रशासन ने 2.36 करोड़ रुपये की धनराशि लोक निर्माण विभाग को हस्तांतरित की। लोक निर्माण विभाग का निर्माण खण्ड यहां पर सीसी सड़क का निर्माण करा रहा है। इसमें विभागीय अफसरों के द्वारा स्टीमेट बनाने में बड़ी चूक कर दी गई, जिस कारण अब पालिका के सामने कई परेशानी पैदा हो रही हैं।
मंगलवार को ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने सड़क निर्माण कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान लोनिवि निर्माण खंड के सहायक अभियंता आईपी सिंह भी मौके पर मौजूद रहे। ईओ ने बताया कि लोनिवि द्वारा सीसी सड़क का करीब 80 फीसदी निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया है, लेकिन उनके द्वारा यहां पर स्टीमेट गलत बनाये जाने के कारण कई परेशानी बन रही है। यहां पर स्टीमेट में सड़क के साथ बने करीब 400 मीटर के नाले को नहीं लिया गया है। अब यह नाला सड़क से नीचा पड़ रहा है, जिस कारण यहां पर यातायात आवागमन में परेशानी होगी। इसके साथ ही सड़क के साथ केवल एक ही साइड में नाली निर्माण का कार्य रखा गया है। इन बातों को लेकर ही मौके पर जाकर समाधान को तलाशा गया है। उन्होंने बताया कि सड़क निर्माण के लिए पालिका ने लोनिवि को 2.36 करोड़ रुपये की धनराशि अवमुक्त की थी, जिसमें से करीब 50 लाख रुपये की राशि शेष बच रही है। ऐसे में लोनिवि से ही नाले के बेस को ऊंचा उठाने का कार्य कराये जाने का प्रस्ताव है, जिस पर करीब 25-30 लाख रुपये खर्च होने की संभावना है। इसके साथ ही एसटीपी और सड़क की नाली के बीच बच रही करीब चार-पांच फीट की भूमि पर पौधारोपण कराने, प्लांट के पास स्थित गारबेज डम्पिंग प्वाइंट पर क्षतिग्रस्त दीवार का पुनःनिर्माण कराये जाने पर भी विचार किया जा रहा है। इसके लिए रिपोर्ट चेयरपर्सन को भेजी जायेगी, उनकी स्वीकृति मिलने के बाद ही नाला व नाली निर्माण कराने का कार्य कराया जायेगा। पालिका इसमें लोनिवि से बची राशि वापस लेने के बजाये, उनसे ही कार्य कराने पर ज्यादा फोकस कर रही है, ताकि समय को बचाया जा सके। ईओ ने बताया कि प्लांट तक जाने वाली सड़क का कार्य एक सप्ताह में पूर्ण हो जायेगा। इसके बाद मशीनरी लाने के लिए ट्रांसपोर्टेंशन खुल जायेगा। वेस्ट टू एनर्जी प्लांट शुरू करने की समयावधि शासन ने मार्च 2025 तय की है, हमारा प्रयास इससे पहले ही इसको प्रारम्भ कराने की है।
इसके साथ ही ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने भोपा रोड पर बस स्टैण्ड वाली सड़क के निर्माण को लेकर उत्पन्न हो रही समस्या का भी मौके पर जाकर निदान कराया गया। यहां व्यापारी नेता शलभ गुप्ता ने उनको शिकायत की थी कि महीनों से इस सड़क का निर्माण कार्य बंद पड़ा है। मौके पर रोजमर्रा कूड़ा डाल दिये जाने के कारण ही यहां निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है, इससे क्षेत्र के लोगों को परेशानी हो रही है। ईओ ने मौके पर पहुंचकर जेसीबी से तत्काल कूड़ा उठवाया और सफाई नायक को निर्देश दिये कि सड़क निर्माण होने तक यहां पर कूड़ा न डाला जाये। इसके साथ ही उन्होंने यहां स्थित एक बैंकट हॉल में व्यापारियों के साथ मीटिंग करते हुए पालिका के नाइट स्वीपिंग और दूसरे अभियानों में सहयोग करने की अपील भी की।