मजलिसपुर तौफीर में मनमर्जी से कार्य करा रहे ग्राम प्रधान
ग्रामीणों ने विकास कार्यों में नियमों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए डीएम को सौंपा ज्ञापन
मुजफ्फरनगर। तहसील जानसइ के ग्राम मजलिसपुर तौफीर में ग्राम पंचायत के द्वारा कराये जाने वाले विकास और निर्माण कार्यों में नियमों की अनदेखी करने और बिना प्रस्ताव पास कराये ही मनमर्जी से कार्य कराने के आरोप ग्राम प्रधान और सचिव पर लगाते हुए ग्रामीणों ने मंगलवार को कलक्ट्रेट स्थित डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन सौंपा और चल रहे कार्यों की जांच कराये जाने की मांग की है।
भगीरथ सेना संगठन के संजीत सैनी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने मंगलवार को कलक्ट्रेट पहुंचकर डीएम के नाम एक ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि ग्राम मजलिसपुर तौफीर में ग्राम सचिव एंव ग्राम प्रधान द्वारा सरकारी धन का निजी धन के रूप में उपयोग किया जा रहा है। गांव सभा में ग्राम पंचायत के सदस्यों के समक्ष कोई भी प्रस्ताव नहीं लाया जा रहा है। बिना प्रस्ताव पारित कराये ही विकास और निर्माण कार्य करते हुए धन की बंदरबांट की जा रही है। आरोप लगाया कि कई योजनाओं में फर्जीवाडा करते हुए सरकारी धन का गबन भी प्रधान और सचिव ने मिलीभगत करते हुए किया है। जबकि धरातल पर कोई भी कार्य इन योजनाओं में नहीं किया गया है।
ग्रामीणों ने ऐसे कार्यों की सूची भी सौंपते हुए निष्पक्ष जांच कराये जाने की मांग की है। इसमें करीब ढाई लाख रुपये की लागत से भूमिया खेडा मार्ग पर इंटरलोकिंग, करीब डेढ लाख रुपये लागत से सोलर लाइट लगवाना, 2.30 लाख रुपये से जच्चा बच्चा केन्द्र में पुनःनिर्माण, सफाई और सौन्दर्यकरण का कार्य, गांव में राहगीरों द्वारा बैठने के लिए सीटें लगवाने का कार्य ऐसा है, जो केवल कागजों में कराया गया है औन इनका पैसा निकालकर बंदरबांट कर ली गई है। ग्रामीणों ने कहा कि शिकायत करने पर जान माल का भय देकर डराया और धमकाया जाता है। ग्रामीणों ने डीएम से तत्काल ही एक जांच टीम निर्धारित करके जांच कराये जाने की मांग करते हुए चेतावनी दी कि यदि जांच नहीं कराई तो सभी ग्रामीण बड़ा आंदोलन करेंगे। ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से संजीत सैनी, पवन कुमार, रामपाल, हरिराम, सुदर्शन, रामा आदि ग्रामीण मौजूद रहे।