PALIKA-रिकॉर्ड रूम में मनमानी का आलम, चेयरपर्सन ने पकड़ा बाहरी कर्मचारी
औचक निरीक्षण के दौरान खुली लिपिक तनवीर आलम की पोल, निजी खर्च पर रखा था प्राइवेट कर्मचारी, नाराज चेयरपर्सन ने नोटिस जारी कर मांगा स्पष्टीकरण
मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् में पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त वातावरण बनाने के लिए चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप के द्वारा लगातार कार्यवाही और औचक निरीक्षण के बावजूद भी कुछ कर्मचारी अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं। रिकॉर्ड रूम में पहले बिना आदेश के एक कर्मचारी को कार्य करते पकड़ा गया तो रिकॉर्ड रूम लिपिक को सख्त हिदायत दी गई, लेकिन इसके बाद भी रिकॉर्ड रूम में लापरवाही और मनमानी का पूरा आलम कायम है। अब चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने करीब सौ साल के गोपनीय दस्तावेजों का रखरखाव करने वाले रिकॉर्ड रूम में बाहरी कर्मचारी को कार्य करते हुए पकड़ा। इससे नाराज चेयरपर्सन ने रिकॉर्ड रूम लिपिक को नोटिस जारी करते हुए रिकॉर्ड रूम की गोपनीयता को भंग करने के आरोप में उनसे स्पष्टीकरण तलब करते हुए कार्यवाही की चेतावनी दी है।
नगरपालिका परिषद् की चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने टाउनहाल पहुंचकर कार्यालयों का औचक निरीक्षण करते हुए कार्य व्यवस्था को परखा। इसी बीच जब वो रिकॉर्ड रूम में पहुुंची तो वहां पर रिकॉर्ड रूम लिपिक तनवीर आलम के साथ एक बाहरी कर्मचारी को भी कार्य करते हुए पकड़ लिया। इसको लेकर उन्होंने कड़ी नाराजगी जताते हुए छानबीन की तो पता चला कि तनवीर आलम ने मनमाने ढंग से अपने निजी खर्च पर एक युवक को प्राइवेट तौर पर रिकॉर्ड रूम में कर्मचारी के रूप में रखा हुआ था, जिससे वो अपने सहयोगी के रूप में कार्य करा रहे थे। इसके लिए उन्होंने अपनी बीमारी को कारण बताते हुए सफाई पेश करने का प्रयास भी किया, लेकिन चेयरपर्सन ने पालिका की गोपनीयता को भंग करने के लिए मनमाने ढंग से कार्य करने के लिए उनको जमकर फटकार लगाई और उनको नोटिस जारी करते हुए इस गंभीर लापरवाही के लिए तीन दिन में स्पष्टीकरण तलब करते हुए कार्यवाही की चेतावनी दी है।
गोपनीयता भंग करने का प्रयास, निलंबित करने की दी चेतावनी
चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने बताया कि वो सोमवार को दोपहर बाद टाउनहाल के औचक निरीक्षण के लिए पहुंची। सभासद राजीव शर्मा, देवेश कौशिक, बबीता वर्मा, रविकांत शर्मा के अलावा ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अतुल कुमार और सीएसएफआई योगेश कुमार भी निरीक्षण में साथ थे। कर विभाग के निरीक्षण में बीसी शोभित कुमार और वसीम अहमद कार्यालय से अनुपस्थित मिले। दोनों कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिये गये। रिकॉर्ड रूम में निरीक्षण के दौरान लिपिक तनवीर आलम के अलावा तीन अन्य व्यक्ति मिले। जानकारी की तो पता चला कि दो व्यक्ति अपने भवन की नकल लेने के लिए आये थे, जबकि एक व्यक्ति कक्ष में कार्य करता हुआ पाया गया। युवक से जानकारी की तो बताया कि रिकॉर्ड लिपिक तनवीर आलम ने उसको प्राइवेट तौर पर अपने सहयोग के लिए रखा है। उन्होंने तत्काल ही बाहरी युवक को रिकॉर्ड रूम से बाहर निकलवाया और तनवीर आलम के आचरण के प्रति कड़ी नाराजगी व्यक्त की। चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने कहा कि मनमाने ढंग से किसी बाहरी व्यक्ति को रखकर कार्य कराया जाना गंभीर प्रकरण है। रिकॉर्ड पालिका की अमूल्य सम्पत्ति है और सौ वर्ष से पुराना रिकॉर्ड वहां है। ऐसे में उसके खुर्द-बुर्द होने और कूटरचित दस्तावेज बनाने के साथ ही गोपनीयता भंग होने की संभावना है, इसी को लेकर तनवीर आलम से जवाब तलब किया गया है। नोटिस में उन्होंने लिपिक तनवीर को निलम्बित करने की चेतावनी भी दी है।
अलाव में गड़बड़ी पर निलम्बित होते-होते बचे, बार-बार मिला अभयदान
लिपिक तनवीर आलम पिछले कई महीनों ने अपने नकारात्मक आचरण और कार्यशैली के कारण चर्चाओं में बने रहे हैं। सर्दियों में शहर में अलाव व्यवस्था का प्रभार चेयरपर्सन ने उनको दिया था, लेकिन जब डीएम उमेश मिश्रा औचक निरीक्षण पर निकले तो इसमें बड़े पैमाने पर गड़बड़ी उन्होंने पकड़ी और लिपिक तनवीर को निलम्बित करने के निर्देश ईओ को दिये थे। हालांकि चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप के समक्ष उन्होंने गलती मानी तो उनको डीएम की नाराजगी के बावजूद भी चेयरपर्सन ने अभयदान दे दिया था। इसके बाद पिछले दिनों चेयरपर्सन ने निरीक्षण में रिकॉर्ड रूम में कम्पनी बाग के माली शैलेन्द्र को बिना किसी आदेश के कार्य करते हुए पाया तो भी इसमें तनवीर आलम की मनमानी सामने आई थी। शेलेन्द्र को वहां से हटाया गया। अब प्राइवेट कर्मचारी वहां पर मिला तो चेयरपर्सन के सब्र का बांध टूटता नजर आया। लिपिक तनवीर आलम का कहना है कि वो गंभीर रूप से बीमार है। उनको कोई सहयोगी भी नहीं दिया गया है। अकेला काम नहीं हो पाता है। बाहरी कर्मचारी उन्होंने सहयोग के लिए रख लिया था। नोटिस उनको मिला है, वो मौखिक तौर पर अपना जवाब चेयरपर्सन को दे चुके हैं, जिससे चेयरपर्सन संतुष्ट हैं। कर्मचारी हटा दिया गया है।