एंकाउंटर के विरोध में दी मकान बेचकर यूपी छोड़ने की धमकी
कई परिवारों द्वारा अपने मकान के बाहर ‘मकान बिकाऊ है’ के पोस्टर लगाने की घटना से हडकंप मचा है।
बागपत। एक कथित अपराधी को एंकाउंटर में घायल होने के बाद गिरफ्तार किए जाने की घटना को लेकर जिले के गांव गांगनौली में कई परिवारों द्वारा अपने मकान के बाहर 'मकान बिकाऊ है' के पोस्टर लगाने की घटना से हडकंप मचा है। उनका कहना है कि पुलिस उत्पीड़न से तंग आकर उन्होंने यह फैसला किया है। न्याय न मिलने पर उन्होंने प्रदेश छोड़ने तक की धमकी दे डाली।
पीडितों में ग्राम प्रधान सुदेशना के पति सतवीर राठी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाने के साथ आज पत्रकारों के सामने पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने उनके बेटे प्रवीण को 30 अगस्त को खेत से आते समय हिरासत में ले लिया। आरोप है कि पुलिस ने एनकाउंटर में घायल करने के साथ उससे एक अवैध दुनाली बंदूक व कारतूस बरामद करने का फर्जी दावा किया। सतबीर राठी ने मुख्यमंत्री से मांग की कि मामले की जांच कराकर उसे व उसके परिवार को न्याय दिलाया जाए। उन्होंने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में भी शिकायत करने के साथ कहा है कि न्याय नहीं मिला तो प्रदेश छोड़ देंगे। दूसरी ओर पुलिस क्षेत्राधिकारी बडौत आलोक सिंह का कहना है पोस्टर लगाने वाला परिवार आपराधिक किस्म का है। परिवार के कई लोगों पर संगीन मामले दर्ज हैं। पकड़े गए बदमाश प्रवीण राठी पर पांच मुकदमे दर्ज हैं। प्रवीण राठी का भाई प्रमोद राठी भी एक लाख का इनामी बदमाश था। उसकी गैंगवार में हत्या हो चुकी है। दूसरा भाई रवि आगरा जेल में बंद है। उस पर भी डेढ़ दर्जन से अधिक मुकदमे हैं। पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह के निर्देश पर एक रिपोर्ट तैयार की जा रही है। परिवार के लोगों पर पहले जो भी मुकदमे रहे हैं उनकी जांच कर हिस्ट्रीशीट तैयार की जाएगी।