undefined

मुजफ्फरनगर पुलिस के तीन जांबाजों को मिला वीरता पुरस्कार

50 हजारी बदमाश विकास जाट के एनकाउंटर में शामिल रहे तीन पुलिसकमियों एसआई विनय शर्मा, एसआई सुनील कुमार और कांस्टेबल अमित तेवतिया होंगे सम्मानित

मुजफ्फरनगर पुलिस के तीन जांबाजों को मिला वीरता पुरस्कार
X

मुजफ्फरनगर। 15 अगस्त के बाद अब 26 जनवरी के राष्ट्रीय पर्व पर भी मुजफ्फरनगर पुलिस का सीना सम्मान से सुसज्जित नजर आयेगा। जनपद पुलिस के साहसिक कार्य को राष्ट्रपति का सलाम आया है। जनपद के तीन पुलिसकर्मियों को पुलिस मेडल आॅफ गैलेंट्री ;पीएमजीद्ध से सम्मानित किया गया है। यह मेडल पुलिस लाइन में गणतंत्र दिवस परेड के दौरान मुख्य अतिथि द्वारा प्रदान किया जायेगा। यह पुरस्कार कुख्यात बदमाश विकास जाट के एनकाउंटर के लिए दिया गया है। यूपी में कुल आठ पीएमजी दिये गये हैं, जिनमें से तीन पीएमजी मुजफ्फरनगर पुलिस को मिले हैं।


26 जनवरी की रिजर्व पुलिस लाइन की गणतंत्र दिवस की परेड बेहद खास होने जा रही है। इस परेड के दौरान मुजफ्फरनगर पुलिस के तीन जाबांजों को राष्ट्रपति के वीरता पदक से सम्मानित किया जायेगा। पुलिस सूत्रों के अनुसार जनपद मुजफ्फरनगर में उप निरीक्षक विनय कुमार शर्मा, उप निरीक्षक सुनील कुमार और कांस्टेबल अमित कुमार तेवतिया को पुलिस मेडल आॅफ गैलेंट्री (पीएमजी) दिया गया है। यूपी में एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार, एसएसपी अभिषेक सिंह, डिप्टी एसपी ब्रजेश कुमार सिंह, इंस्पेक्टर संजीव कुमार, हैड कांस्टेबल रकम सिंह को भी पीएमजी के लिए चुना गया है। मुजफ्फरनगर में यह सम्मान 50 हजार के इनामी बदमाश विकास जाट के एनकाउंटर के लिए पुलिस कर्मियों को दिया गया है।


बता दें कि 24 जनवरी 2018 को मेरठ जनपद के परतापुर थाना क्षेत्र के गांव सोहरका में बदमाशांे ने अपने साथियों के साथ मिलकर सोहरका के भोलू उर्फ बलविंदर और उसकी मां निछत्तर कौर की दिनदहाड़े हत्या कर दी थी। यह घटना घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी, लाइव हत्या से प्रदेश में हड़कंप मच गया था। आईजी मेरठ जोन की ओर से इस घटना में प्रकाश में आये बदमाश विकास जाट पर 50 हजार का इनाम घोषित था। उक्त घटना के अनावरण हेतु तत्कालीन एडीजी जोन प्रशांत कुमार द्वारा पूरे जोन मंे अलग-अलग टीम गठित की गयी थी। जनपद मुजफ्फरनगर में शहर कोतवाली प्रभारी इंस्पेक्टर अनिल कुमार कपरवान के निर्देशन में गठित टीम में शामिल उप निरीक्षक विनय शर्मा, उप निरीक्षक सुनील कुमार व कांस्टेबल अमित तवेतिया द्वारा मुजफ्फरनगर-देवबन्द मार्ग पर 07 फरवरी 2018 को गांव मलीरा के पास अभियुक्त विकास उपरोक्त को दौराने पुलिस मुठभेड मार गिराया था। मृतक की पहचान विकास जाट पुत्र इंद्रपाल के रूप में हुई, जो मूल रुप से शामली के झिंझाना थाना क्षेत्र के गांव बड़ी माजरा का निवासी था। वह शहर कोतवाली क्षेत्र में बुढ़ाना मोड़ स्थित खांजापुर गांव में रह रहा था। इस मुठभेड़ के लिए उप निरीक्षक विनय शर्मा, उप निरीक्षक सुनील कुमार व कांस्टेबल अमित तवेतिया को 26 जनवरी 2021 पर राष्ट्रपति वीरता पुलिस पदक के लिये चयनित किया गया है। इससे मुजफ्फरनगर पुलिस में खुशी की लहर है। बता दें कि 15 अगस्त 2020 को ढाई लाख रुपये के इनामी बदमाश रोहित सांडू को ढेर करने पर तत्कालीन एसपी सिटी सतपाल अंतिल, दरोगा प्रवेश शर्मा व कांस्टेबल विनीत कपासिया के साथ ही इस मुठभेड़ में गोली लगने से घायल भौराकला थाना प्रभारी अजय कुमार को भी पुलिस मेडल आॅफ गैलंट्री से सम्मानित किया गया था। एडीजी प्रशांत कुमार को भी गैलेंट्री अवार्ड दिया गया था।

सूत्रों के अनुसार उसी दौरान ही विकास जाट एनकाउंटर करने वाली टीम को भी पीएमजी के लिए चुना जाना था, लेकिन रोहित सांडू को यूपी पुलिस का बड़ा साहसिक कार्य मानते हुए पहले उस एनकाउंटर की टीम को यह वीरता पुरस्कार दिया गया। इसके बाद से ही उम्मीद की जा रही थी कि अगला अवार्ड विकास जाट एनकाउंटर के लिए मुजफ्फरनगर पुलिस को मिलने जा रहा है। खुशी के इस अवसर पर विकास जाट एनकाउंटर में टीम लीडर रहे इंस्पेक्टर अनिल कपरवान का कहना है कि टीम को मिले इस अवार्ड से बेहद खुश हैं। इससे बेहतर कार्य करने के लिए मनोबल बढ़ता है।

Next Story