MUZAFFARNAGAR-टिकैत के सिपाहियों का कलेक्ट्रेट में हल्ला बोल
रोष प्रदर्शन में जोशीले अंदाज में दिखे किसान, एसएसपी कार्यालय में जबरन घुसाये ट्रैक्टर, एडीएम और सिटी मजिस्ट्रेट को धरने पर किसानों ने घंटों तक बैठाया, विभागों की शिकायत बताई, गांवों से डीएम कार्यालय तक ट्रैक्टर मार्च लेकर पहुंचे किसानों ने भाजपा सरकारों के प्रति जताया आक्रोश, शहर में रहा जाम
मुजफ्फरनगर। एमएसपी गारंटी कानून सहित किसानों के हितों की विभिन्न मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन ;भाकियूद्ध के शीर्ष नेतृत्व के आह्नान पर बुधवार को किसानों ने प्रदेशव्यापी आंदोलन करते हुए भाजपा सरकारों के प्रति रोष जताया। जिला मुख्यालय पर भी किसानों ने पूरे जोश के साथ रोष प्रदर्शन किया और गांवों से कलेक्ट्रेट तक किसान भारी संख्या में ट्रैक्टर मार्च लेकर पहुंचे। इसके साथ ही भाकियू ने ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया। डीएम और एसएसपी कार्यालयों पर पूरी तरह से किसानों और उनके ट्रैक्टरों का कब्जा रहा। एसएसपी कार्यालय में दरवाजा बंद होने पर किसानों ने ट्रैक्टर जबरन घुसाने का प्रयास किया तो पुलिस कर्मियों की हल्की झड़प भी उनके साथ हुई, लेकिन ट्रैक्टर के जोर से यूनियन कार्यकर्ता दरवाजा खुलवाकर पुलिस कार्यालय में जा घुसे और धरना शुरू कर दिया। जिला मुख्यालय पर किसानों के बीच भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत पहुंचे तो वहीं राकेश टिकैत ने मेरठ में हल्ला बोला।
बता दें कि भाकियू की 17 फरवरी को सिसौली के किसान भवन में हुई मासिक पंचायत में आंदोलन की रूपरेखा तैयार की गई थी। यहां पर भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ऐलान किया था कि प्रदेशव्यापी आंदोलन की कड़ी में 21 फरवरी को किसान ट्रैक्टरों में सवार होकर जिला मुख्यालय की ओर कूच करेंगे। इस आंदोलन को भाकियू ने ट्रैक्टर मार्च रोष प्रदर्शन का नाम दिया। इससे पहले भाकियू नेताओं ने दिल्ली कूच आंदोलन का पूरा समर्थन किया। सवेरे भाकियू जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा के नेतृत्व में जनपद के गांव देहात से किसानों का रैला कलेक्ट्रेट पहुंचना शुरू हो गया था।
किसान अपने ट्रैक्टर लेकर इस मार्च में शामिल रहे। कचहरी आने पर पुलिस कर्मियों ने किसानों को कलेक्ट्रेट तक ट्रैक्टर ले जाने से रोकने का प्रयास किया, जिसको लेकर हल्की झड़प भी होती नजर आई। यूनियन के कार्यकर्ता जब कहचरी के सदर बाजार वाले गेट से ट्रैक्टर लेकर घुसे तो एसएसपी कार्यालय का दरवाजा बंद कर वहां पर किसानों को रोकने के लिए पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था। यहां किसानों ने ट्रैक्टर लेकर घुसने का प्रयास किया तो झड़प भी हुई, किसानों के जोर के आगे पुलिस कर्मी हार गये और किसान ट्रैक्टर लेकर एसएसपी कार्यालय के बरामदे तक पहुंच गये और नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन कर वहीं पर धरना शुरू कर दिया। उधर डीएम कार्यालय पर भी किसानों ने ट्रैक्टर मार्च किया, पूरी कचहरी में किसानों का कब्जा नजर आया।
दोपहर बाद भाकियू अध्यक्ष चौ. नरेश टिकैत भी किसानों की भीड़ के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे और धरने पर मौजूद किसानों का उत्साह बढ़ाया। इसी दौरान किसानों के बीच पहुंचे एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह और सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप को भी भाकियू नेताओं ने अपने धरने पर बैठा लिया और घंटों तक उनको कई विभागों की शिकायतें सुनाई गई। साफ कहा गया कि अधिकारी बदतमीजी करेंगे तो मान सम्मान के लिए लड़ने का काम किया जायेगा। इस दौरान नरेश टिकैत की अगुवाई में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इसमें मांग की गई कि देश में किसानों को एमएसपी की गारंटी का कानून बने, 10 साल पुराने ट्रैक्टर प्रतिबंध से बाहर हो, 14 दिन में गन्ना मूल्य भुगतान अन्यथा मय ब्याज भुगतान मिले, गन्ना मूल्य पंजाब और हरियाणा के बराबर हो, लखीमीपुर खीरी कांड़ में दोषी पर सख्त कार्रवाई और किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस हो और किसानों की फसल के लिए हर जिले में बाजार व्यवस्था समृ( किया जाये। पंचायत की अध्यक्षता राष्ट्रीय महासचिव ओमपाल सिंह मलिक ने की। इस दौरान धीरज लाटियान, मंडल अध्यक्ष नवीन राठी, श्यामपाल चेयरमैन, विकास शर्मा, अनुज बालियान, गुरमेज सिंह बाजवा, गुलबहार राव सहित सैंकड़ों किसान मौजूद रहे।