वेस्ट यूपी में बेखौफ बदमाश-मेरठ व बागपत में दो साधुओं की हत्या
मेरठ। वेस्ट यूपी में बदमाशों पर अब योगीराज में पुलिस का खौफ बाकी नहीं रहा है। लगातार क्षेत्र में बड़ी वारदातों ने पुलिस को बैकफुट पर धकेल दिया है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में लोगों में फिर से आपराधिक वारदातों से दहशत बनने लगी है। मुजफ्फरनगर में दवा व्यापारी की मौत के बाद परिवार के पलायन का मुद्दा सनसनीखेज बना हुआ है कि मेरठ और बागपत में दो साधुओं की नृशंस हत्या कर दिये जाने से हड़कम्प मच गया।
जनपद मेरठ और बागपत में दो साधुओं की हत्या की खबर से सनसनी मची है। दोनों साधुओं की लाख नदी के पास पुलिस ने बरामद की है। इन दोनों की शिनाख्त कराने में पुलिस विफल रही है। दोनों के शरीर पर साधुओं जैसे कपड़े होने के कारण ही पुलिस इनको साधु बता रही है। इन लाशों की शिनाख्त नहीं होने के बाद पंचनामा भरकर पुलिस ने इनको पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। पुलिस अब इन हत्याओं की कड़ी सुलझाने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का ही इंतजार कर रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार गुरूवार को मेरठ जनपद की सरधना नहर में लोगों ने एक शव को बहते हुए देखा, तो पुलिस को इसकी सूचना दी गयी। मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों की मदद से नदी में बहते शव को बाहर निकलवाया। इसकी शिनाख्त कराने का प्रयास किया गया, लेकिन लाश लावारिस ही रही। लाश पर साधु जैसे कपड़े थे, जिसको लेकर पुलिस ने शव को किसी साधु का होने की आशंका व्यक्त की है। ऐसी ही दूसरी लाश जनपद बागपत के टीकरी कस्बे में सुबह सवेरे जंगल में तालाब के किनारे पड़ी मिली। जब लोग सवेरे अपने खेतों की ओर जा रहे थे तो इस लाश पर नजर पड़ी और पुलिस को बुलाया गया। इसकी भी शिनाख्त नहीं हो पाई है। दोनों ही मामलों में पुलिस लाश को साधु की होने की आशंका जता रही है। पुलिस अफसरों का कहना है कि जांच की जा रही है। पुलिस ने संभावना जताई है कि साधुओं की हत्या करने के बाद लाश को इस तरह से फैंका गया है ताकि उनकी शिनाख्त ना हो सके।