कंपनी बाग के मोटल में कार्य मिला अधूरा, ईओ डॉ. प्रज्ञा हुई नाराज
विकास कार्यों का भौतिक सत्यापन करने उतरी पालिका ईओ को मिली कई खामियां, रामलीला टिल्ला पर कूड़ा डलावघर के सौन्दर्यकरण का विरोध
मुजफ्फरनगर। नगरीय क्षेत्र को कूड़ा बनाने के लिए कूड़ा डलावघर को बंद कराने की पहल के बाद अब बंद कराये गये डलावघरों को सुन्दर और स्वच्छ बनाने के कार्य में भी कुछ लोग रोडा अटकाने लगे हैं। लोगों की बरसों की मांग के बावजूद भी रामलीला टिल्ला का जो ओपन कूड़ा डलावघर बंद नहीं हो रहा था। कंपनी आने के बाद चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने उसको बंद कराया। अब ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह वहां वॉल पेंटिंग के सहारे सौन्दर्यकरण करा रही थी तो विरोध खड़ा हो गया, हालांकि प्रभारी एनएसए ने मौके पर जाकर स्थिति को संभाल लिया। वहीं ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने आज विकास कार्यों की प्रगति का जायजा लेने के लिए स्थलीय निरीक्षण किया तो कई स्थानों पर खामियां मिली, वहीं कम्पनी बाक के मोटल में भी कराये गये कार्य का अधूरापन देखकर वो नाराज नजर आई और ठेकेदार को गुणवत्ता पूर्वक अनुबंध के अनुसार कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये।
बता दें कि रामलीला टिल्ला की दीवार के पास ही बरसों से नगरपालिका का ओपन कूड़ा डलावघर चल रहा था। ऐसे में आसपास के क्षेत्र से एकत्र होने वाला कूड़ा यहां सड़क पर ही डाला जा रहा था। लोग लगातार इसे बंद कराने की मांग कर रहे थे, लेकिन कई चेयरमैन आये और चले गये कूड़ा घर जस का तस रहा। चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने लोगों की समस्या को देखते हुए एमआईटूसी कंपनी के आने के बाद इस शहर के अन्य कूड़ा डलावघरों के साथ ही इसको भी बंद कराकर यहां काम्पेक्टर लगाया गया था, इसका भी विरोध हुआ था, लेकिन सख्ती के साथ यह लागू किया गया। अब ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने बंद कूड़ा डलावघरों के सौन्दर्यकरण का अभियान छेड़ा है। इसी कड़ी में रामलीला टिल्ला पर भी वॉल पेटिंग का कार्य शुरू कराया गया था। सोमवार को सवेरे जब ठेकेदार कर्मचारियों को लेकर वॉल पेंटिंग कराने के लिए रामलीला टिल्ला पहुंचा तो वहां कुछ लोग एकत्र हो गये और उन्होंने इसका विरोध शुरू करते हुए हंगामा खड़ा कर दिया और कर्मचारियों को भगा दिया गया। इसके बाद ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह को ठेकेदार ने जानकारी दी तो उन्होंने तत्काल ही प्रभारी एनएसए योगेश कुमार गोलियान को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिये। योगेश कुमार ने बताया कि मौके पर कुछ प्राइवेट सफाई कर्मचारी वॉल पेंटिंग करने का विरोध कर रहे थे। ठेकेदार दूसरी दीवार पर पेंटिंग करा रहा था। उसको रामलीला टिल्ला वाली दीवार पर पेंटिंग करने के लिए कहा गया, जिससे विवाद शांत हुआ।
वहीं दूसरी ओर सोमवार को सवेरे ही ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह अवर अभियंता निर्माण कपिल कुमार के साथ विकास कार्यों की प्रगति का जायजा लेने के लिए स्थलीय निरीक्षण पर निकली। उन्होंने कूकड़ा क्षेत्र में मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना के तहत कराये जा रहे निर्माण कार्यों का जायजा लिया। यहां पर दो सीसी रोड और जल निकासी के लिए नाला निर्माण का कार्य कराया जा रहा है। स्थानीय लोगों ने ईओ से मांग करते हुए कहा कि बड़ा नाला खुला ही बनाया जा रहा है। जबकि यहां पर दुकाने, बाजार और मकान भी होने के कारण आवागमन के कारण बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं के खुले नाले में गिरने की आशंका प्रबल हैं, ऐसे में इसको बंद कराकर बनाया जाये। मौके पर ईओ ने जेई निर्माण को नाले को ऊपर से कवर्ड करने के निर्देश दिये।
बाद में वहलना क्षेत्र में शहरी सीमा पर पालिका द्वारा बनाये गये इलेक्ट्रिक स्वागत बोर्ड का भी निरीक्षण किया। कम्पनी बाग स्थित पालिका के मोटल का भी निरीक्षण कर वहां पर हुए जीर्णो(ार कार्य का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान ईओ को शौचालय में शीशा, दरवाजों और खिड़कियों पर कुंडी और साफ सफाई का अभाव मिला। इन खामियों को देखकर ईओ ने ठेकेदार के प्रति कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए पाई गई खामियों को ठीक करने के निर्देश दिये। साथ ही अंसारी रोड पर सभासद रितु त्यागी के वार्ड में डॉ. गंगल वाली गली के नुक्कड़ पर बने ओपन कूड़ा डलावघर को बंद कराकर कराये गये सौन्दर्यकरण कार्य का भी जायजा लिया। यहां पर पुराने टायर और अन्य सामग्री से सुन्दरीकरण कराया गया है। उन्होंने बताया कि जहां कूड़ा डलावघर बंद हुए हैं, वहां पर सौन्दर्यकरण कराकर पेड़ पौधे लगाने का कार्य किया जायेगा। बताया कि रामलीला टिल्ला पर कुछ प्राइवेट सफाई कर्मियों ने वॉल पेंटिंग का विरोध कर काम रुकवा दिया था, लेकिन उनको समझाकर कार्य शुरू करा दिया गया है।