10 नवंबर तक कोई भी व्यक्ति, जनप्रतिनिधि या चश्मदीद घटना से जुड़ी जानकारी एसडीएम बुढ़ाना को दे सकता है
मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर जिले में हुई एक बड़ी पुलिस मुठभेड़ की जांच अब प्रशासनिक स्तर पर शुरू हो गई है। जिले के बुढ़ाना क्षेत्र में पुलिस और एक लाख रुपये के इनामी अपराधी महताब उर्फ गलकटा के बीच हुई मुठभेड़ में आरोपी की मौत के बाद मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच के लिए उप जिलाधिकारी बुढ़ाना अपूर्वा यादव को नामित किया गया है।
जिला मजिस्ट्रेट उमेश मिश्रा के द्वारा चार अक्टूबर को दिए गए आदेश के तहत बुढ़ाना क्षेत्र में हुई पुलिस मुठभेड़ की मजिस्ट्रियल जांच शुरू की गई है। यह मुठभेड़ 03 अक्टूबर 2025 को थाना बुढ़ाना क्षेत्र में हुई थी, जिसमें एसओजी टीम थाना शाहपुर तथा थाना बुढ़ाना पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में एक लाख रुपये का इनामी अपराधी महताब उर्फ गलकटा पुत्र अब्बास निवासी ग्राम सोन्टा रसूलपुर थाना थानाभवन जनपद शामली की मृत्यु हो गई थी।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय वर्मा ने डीएम उमेश मिश्रा को 03 अक्टूबर को मुठभेड़ की प्रशासनिक जांच कराये जाने के लिए पत्र लिखा था, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई। जिला प्रशासन ने घटना की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए उप जिलाधिकारी बुढ़ाना अपूर्वा यादव को जांच अधिकारी नामित किया है। एसडीएम बुढ़ाना ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति, जनसाधारण, सभासद, ग्राम प्रधान या घटना का कोई चश्मदीद उक्त मुठभेड़ से संबंधित जानकारी या साक्ष्य प्रस्तुत करना चाहता है, तो वह 10 नवंबर तक किसी भी कार्य दिवस में उनके न्यायालय या कार्यालय में उपस्थित होकर अपना लिखित या मौखिक बयान दे सकता है। उन्होंने जनसामान्य से अपील की है कि घटना से संबंधित जो भी तथ्य, साक्ष्य या जानकारी किसी व्यक्ति के पास हो, उसे जांच में सहयोग हेतु प्रस्तुत करें, ताकि पूरे मामले की पारदर्शी जांच सुनिश्चित की जा सके।






