आरोपियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई और परिवार की न्याय की मांग तेज, प्राचार्य व प्रबंधक की तलाश जारी
मुजफ्फरनगर। डीएवी पीजी कॉलेज बुढ़ाना में फीस को लेकर प्राचार्य से उत्पीड़न और प्रताड़ना का आरोप लगाने वाले बीए द्वितीय वर्ष के छात्र उज्ज्वल राणा की अस्थियां गुरूवार को परिजनों ने हरिद्वार में गंगा में प्रवाहित कर उसकी आत्मा की शांति के लिए पूजा-अर्चना की।

मूल रूप से बागपत के भड़ाल गांव के रहने वाले उज्ज्वल राणा अपने परिवार के साथ कस्बे के मोहल्ला खाकरोबान में रह रहे थे। उज्ज्वल ने कॉलेज में उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए 6 नवंबर को कॉलेज के बाहर वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने बताया कि प्राचार्य प्रदीप कुमार ने फीस जमा न कराने के बहाने उनके बाल खींचे और उन्हें पीटा। उज्ज्वल ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों को बुलाकर भी उसका उत्पीड़न किया गया।

8 नवंबर को छात्र कॉलेज पहुंचा और खुद को आग लगा ली। गंभीर अवस्था में उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन 9 नवंबर को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद 10 नवंबर को कॉलेज के गेट पर छात्रों और परिजनों ने भारी हंगामा किया और धरना दिया।
उज्ज्वल की बड़ी बहन सलोनी की तहरीर पर बुढ़ाना कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया। एसएसपी संजय वर्मा ने एक सब-इंस्पेक्टर सहित तीन पुलिसकर्मियों को प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर लाइन हाजिर कर दिया। मंगलवार को पुलिस ने कॉलेज के पीटीआई संजीव कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा। अन्य आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस टीम सक्रिय है। बागपत से सांसद राजुकुमार सांगवान ने मंगलवार को लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलकात कर इस मुददे को उठाया और छात्र उज्जवल के परिवार से नौकरी, मुआवजा के साथ ही आरोपियों पर कठोरतम कार्यवाही कराये जाने का आग्रह किया है।






