वाशिंग्टन। अमेरिका में कोवैक्सीन की डोज ले चुके लोगों को दोबारा अन्य वैक्सीन लेने को कहा गया है। इससे साफ है कि उसे भारतीय और रूसी वैक्सीन पर भरोसा नहीं है।
सूत्रों के अनुसार अमेरिका में भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और रूस की स्पूतनिक-वी टीका लगवाने वाले कॉलेज छात्रों को दोबारा टीकाकरण करवाने का निर्देश दिया गया है। ये दोनों कोविड टीके क्रमश: भारत और रूस में विकसित किए गए हैं। हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने फिलहाल इनके इस्तेमाल की मंजूरी नहीं दी है। 'न्यूयॉर्क टाइम्स' के अनुसार अमेरिका में मार्च से लेकर अब तक 400 से अधिक कॉलेज और विश्वविद्यालय घोषणा कर चुके हैं कि शीत सत्र में शामिल होने के लिए छात्रों का कोविड टीकाकरण करवाना अनिवार्य होगा, वो भी डब्ल्यूएचओ की मंजूरी पा चुके टीकों से। यह आदेश अमेरिकी संस्थानों में दाखिला लेने वाले उन भारतीय और रूसी छात्रों के लिए मुश्किल का सबब बन गया है, जिन्होंने कोवैक्सीन या स्पूतनिक-वी की जरूरी खुराक ले रखी है।