बाइडेन पर धोखे का आरोप लगा अफगानिस्तान के लोगों ने वाइट हाउस के बाहर प्रदर्शन
अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के हेलीकॉप्टर अपने कर्मचारियों और नागरिकों को वहां से निकालने के लिए आसमान पर मंडरा रहे थे। काबुल के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जाम लगा हुआ था और सैकड़ों लोग देश से निकलने के लिए उड़ानों का इंतजार कर रहे थे।
नई दिल्ली। तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे और राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़कर भागने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति भवन, वाइट हाउस के बाहर सोमवार को अफगानी नागरिक जुटे और बाइडेन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। लोगों ने नारे लगाए कि अफगानिस्तान की स्थिति के लिए बाइडेन जिम्मेदार हैं। काबुल में हथियारबंद तालिबान लड़ाके राष्ट्रपति भवन में टहल रहे हैं। नागरिकों को अपने घरों से बाहर ना निकलने के लिए कहा गया है।
पूरी दुनिया में तालिबान और अफगानिस्तान की चर्चा ने जोर पकड़ लिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ऐलान किया था कि अमेरिकी सेना अफगानिस्तान छोड़ देगी, उसी के बाद से तालिबान ने अपना मिशन तेज कर दिया था। इसके बाद बहुत तेजी से तालिबान ने अफगानिस्तान को अपने कब्जे में कर लिया है। रविवार को तालिबान ने राजधानी काबुल में प्रवेश किया। उन्होंने कहा कि वह खून-खराबा टालना चाहते हैं। तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि युद्ध खत्म हो गया है और अफगान लोगों को जल्द पता चलेगा कि नई सरकार कैसी होगी। रविवार को मची भगदड़ रविवार को जब तालिबान के काबुल में घुसने की सूचनाएं फैलने लगीं तो शहरभर में भगदड़ मची हुई थी।
इतना ही नहीं अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के हेलीकॉप्टर अपने कर्मचारियों और नागरिकों को वहां से निकालने के लिए आसमान पर मंडरा रहे थे। काबुल के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जाम लगा हुआ था और सैकड़ों लोग देश से निकलने के लिए उड़ानों का इंतजार कर रहे थे। इसी बीच अमेरिका के वाशिंगटन में रहने वाले अफगानी लोगों ने वाइट हाउस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। व्हाइट हाउस के बाहर सोमवार को अफगानी नागरिक जुटे और बाइडेन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।