नयी दिल्ली। अफगानिस्तान में फंसे भारतीय को लाने वायुसेना सेना का विमान काबुल पहुंच चुका है। भारत के करीब 500 अधिकारी और संबंधित सुरक्षा कर्मचारी वहां फंसे हुए हैं। C-17 ग्लोबमास्टर विमान अफरा-तफरी के कारण सुबह ताजिकिस्तान में उतरना पड़ा था। अमेरिकी बलों द्वारा वहां भीड़ को नियंत्रित करने के बाद विमान अब काबुल में उतर पाया है।इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को केंद्र सरकार से अफगानिस्तान के एक गुरुद्वारे में फंसे 200 सिखों समेत सभी भारतीयों को निकालने का आग्रह किया और कहा है कि इसमें उनकी सरकार हर प्रकार की मदद देने के लिए इच्छुक है।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर रविवार को तालिबान का कब्जा होने से पहले राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़ कर चले गये और इसके बाद इस मुल्क का भविष्य अनिश्चित हो गया। पंजाब के मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया कि विदेश मंत्री एस जयशंकर से अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हो जाने के बाद एक गुरुद्वारे में फंसे 200 सिखों समेत सभी भारतीयों को वहां से निकालने के लिये तत्काल प्रबंध करने का आग्रह करता हूं। मेरी सरकार भारतीयों के सुरक्षित निकास के लिये कोई भी मदद देने की इच्छुक है।
मुख्यमंत्री ने रविवार को कहा था कि देश की सभी सीमाओं पर और अधिक निगरानी की आवश्यकता है। उन्होंने कहा था कि अफगानिस्तान का तालिबान के हाथ में पड़ जाना भारत के लिये ठीक नहीं है। सिंह ने रविवार को ट्वीट किया था कि अफगानिस्तान का तलिबान के हाथों में पड़ जाना हमारे देश के लिये अच्छा नहीं है। ये भारत के खिलाफ चीन-पाकिस्तान गठजोड़ को और मजबूती प्रदान करेगा।हमें अब अपनी सीमाओं पर और अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।
इससे पहले शनिवार को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी ने केंद्र सरकार से अफगानिस्तान में रह रहे उन सिखों को वापस लाने के लिये प्रबंध करने का आग्रह किया था, जो भारत वापस आना चाहते हैं।