नई दिल्ली। कर्नाटक के स्कूलों और कॉलेजों में हिजाब पर रोक को लेकर उपदेश देने वाली नोबेल विजेता मलाला युसुफजई अपने पुराने बयान पर ट्रोल हो रही हैं। मलाला युसुफजई ने मंगलवार रात को ट्वीट कर कहा था, 'कॉलेज हम पर दबाव डाल रहे हैं कि हम हिजाब या शिक्षा में से किसी एक चीज को चुन लें। हिजाब के साथ लड़कियों को स्कूल में एंट्री न देना भयानक है। महिलाओं पर कम या ज्यादा कपड़े पहनने को लेकर दबाव डाला जा रहा है। भारतीय नेताओं को मुस्लिम महिलाओं को किनारे लगाने की कोशिश पर रोक लगानी चाहिए।'
मलाला ने अपने इस ट्वीट में हिजाब के साथ लड़कियों को स्कूलों में जाने की अनुमति देने की बात कही गई है, लेकिन अब उनके ही पुराने बयान को ट्विटर पर लोग वायरल कर रहे हैं, जिसमें उन्होंने बुर्का का विरोध किया था। मलाला ने अपनी पुस्तक 'आई एम मलाला' में बुर्का को गलत और घुटन भरा बताया था। मलाला य़ुसुफजई ने लिखा था, 'बुर्का पहनना ठीक वैसे ही है कि बड़ी कपड़े की शटलकॉक के अंदर चला जाए। जिसमें सिर्फ एक ग्रिल है, जिसके जरिए वह बाहर देख सके। वहीं गर्मी के दिनों में तो यह एक ओवन की तरह हो जाता है।' मलाला के इसी बयान को लेकर लोग उन्हें ट्रोल कर रहे हैं।